Language: Hindi
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कोरा संदेश
Manisha Manjari
स्याह रात ने पंख फैलाए, घनघोर अँधेरा काफी है।
Manisha Manjari
यादों की साजिशें
Manisha Manjari
जिंदगी जब भी भ्रम का जाल बिछाती है।
Manisha Manjari
क्यों करूँ नफरत मैं इस अंधेरी रात से।
Manisha Manjari
जब वो कृष्णा मेरे मन की आवाज़ बन जाता है।
Manisha Manjari
मौन में गूंजते शब्द
Manisha Manjari
जगदम्बा के स्वागत में आँखें बिछायेंगे।
Manisha Manjari
पिता
Manisha Manjari
कड़वा है पर सत्य से भरा है।
Manisha Manjari
ठोकरों ने गिराया ऐसा, कि चलना सीखा दिया।
Manisha Manjari
शाश्वत सत्य की कलम से।
Manisha Manjari
ठंडे पड़ चुके ये रिश्ते।
Manisha Manjari
उन्हें आज वृद्धाश्रम छोड़ आये
Manisha Manjari
राम के जन्म का उत्सव
Manisha Manjari
शब्दों के एहसास गुम से जाते हैं।
Manisha Manjari
संदर्भों की आर
Manisha Manjari
समय के पंखों में कितनी विचित्रता समायी है।
Manisha Manjari
असफ़लताओं के गाँव में, कोशिशों का कारवां सफ़ल होता है।
Manisha Manjari
ये बारिश की बूंदें ऐसे मुझसे टकराईं हैं।
Manisha Manjari
सार्थक शब्दों के निरर्थक अर्थ
Manisha Manjari
कुछ बारिशें बंजर लेकर आती हैं।
Manisha Manjari
जब उम्मीदों की स्याही कलम के साथ चलती है।
Manisha Manjari
किसी ने कहा, पीड़ा को स्पर्श करना बंद कर पीड़ा कम जायेगी।
Manisha Manjari
सम्मान की निर्वस्त्रता
Manisha Manjari
इन्तज़ार
Manisha Manjari
क्यों ना नये अनुभवों को अब साथ करें?
Manisha Manjari
जिस्म तो बस एक जरिया है, प्यार दो रूहों की कहानी।
Manisha Manjari
चरित्रार्थ होगा काल जब, निःशब्द रह तू जायेगा।
Manisha Manjari
आज असंवेदनाओं का संसार देखा।
Manisha Manjari
इस दर्द को यदि भूला दिया, तो शब्द कहाँ से लाऊँगी।
Manisha Manjari
आंधियां आती हैं सबके हिस्से में, ये तथ्य तू कैसे भुलाता है?
Manisha Manjari
नदी सदृश जीवन
Manisha Manjari
सागर ने लहरों से की है ये शिकायत।
Manisha Manjari
एक संवाद
Manisha Manjari
धारणाएँ टूट कर बिखर जाती हैं।
Manisha Manjari
ये ज़िन्दगी जाने क्यों ऐसी सज़ा देती है।
Manisha Manjari
जीवन क्षणभंगुरता का मर्म समझने में निकल जाती है।
Manisha Manjari
रेत पर नाम लिख मैं इरादों को सहला आयी।
Manisha Manjari
रावणदहन
Manisha Manjari
काल के चक्रों ने भी, ऐसे यथार्थ दिखाए हैं।
Manisha Manjari
खुले आँगन की खुशबू
Manisha Manjari
अंधेरी रातों से अपनी रौशनी पाई है।
Manisha Manjari
ख़्वाहिश है की फिर तुझसे मुलाक़ात ना हो, राहें हमारी टकराएं,ऐसी कोई बात ना हो।
Manisha Manjari
मैं टूटता हुआ सितारा हूँ, जो तेरी ख़्वाहिशें पूरी कर जाए।
Manisha Manjari
शवदाह
Manisha Manjari
ये उम्मीद की रौशनी, बुझे दीपों को रौशन कर जातीं हैं।
Manisha Manjari
काश उसने तुझे चिड़ियों जैसा पाला होता।
Manisha Manjari
घर की चाहत ने, मुझको बेघर यूँ किया, की अब आवारगी से नाता मेरा कुछ ख़ास है।
Manisha Manjari
अनकहे शब्द बहुत कुछ कह कर जाते हैं।
Manisha Manjari