KAMAAL HAI YE HUSN KI TAKAT
गजब है, ये हुस्न, ये मुस्कान ,
क्या क्या काम करवा देता है ……….
वैसे कहाँ से सीखा ये हुनर, मासूम चेहरा हंसती हुई रहती हो,
काम करवाने के लिए उससे , हंसकर जो भी कहती हो,
उसका भरोसा जीत कर , उसके मन में ही रहती हो l
कमाल है…….
वो बेचारा क्या करे अब, तुम्हारे बारे में सोचता रहता है,
बिना कहे किसीको कुछ, मन में खुश रहता है,
यकीन नहीं होता उसको, के तुम उसे मिल गई हो,
जैसे बरसों से अटकी पड़ी, दुआ कबूल हो गई हो l
कमाल है…….
अब मत करो ऐसा, वो बेचारा प्यार में है तुम्हारे
जब कहोगी उसको की मजाक था, रह नहीं पायेगा बिना तुम्हारे
जानती तो तुम भी हो , तुम्हे कितना प्यार करता है,
रात में भी सपनों में तुम्हे ही याद करता है.
कमाल है…….
गर चलता रहा ऐसा ही , इल्जाम कोई आएगा
एक तरफा प्यार में, एक और आशिक़ बन जाएगा l
कमाल है…….
करो आजाद उस पंछी को जो कैद में है प्यार के,
नहीं तो मर जाएगा, आपके इंतज़ार में
कमाल है…….
तुम्हे नी लगता के अब कुछ कहना चाहिए
उसके भोलेपन का फायदा उठाना अब छोड़ना चाहिए.
कमाल है…….
अगर कह दोगी समय रहते , तो बन जाएगा वो भी कुछ,
अरमान तो उसके माता – पिता के भी है,
कमाल है…….
सोचो जरा , बोलो जरा,
कहने की हिम्मत है तो कह दो,
नहीं तो उसको ऐसे इस्तेमाल करना रहने दो.
FROM THE PEN OF
APR DHIMAN
PH 9050705110
HARYANA