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24 Sep 2023 · 1 min read

Jannat ke khab sajaye hai,

Jannat ke khab sajaye hai,
Kayi armano ka shringar kiye,
Deepak ki bahti dhara ko,
Dhago se jo roshan kare,
Khuch kisse h jo beet gye,
Kayi manjil ki talash kare,
Khuch sapne h jo kaid huye ,
Khuch nayi udan bharne chale.
Hm apne hissedari ke ab,
Khuch jimmedari uthane chale.

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