II करिश्मा तेरा अजब…II
करिश्मा तेरा ,अजब कमाल होता हैl
कैसे क्यों हर घर, मलाल होता है ll
होते नहीं कहीं, शाम निवाले भी l
हर शाम ही कहीं, धमाल होता है ll
जो न गमों में कभी, साथ मेरे वो l
क्यों न खुशी में भी, ख्याल होता है ll
जीने के नायाब ,सलीके खोजें l
जिंदगी का कहीं ,सवाल होता है ll
मंदिर मस्जिद जो, अमन फैलाते हैं l
कैसी दहशत क्यों, बवाल होता है ll
संजय सिंह “सलिल”
प्रतापगढ़ ,उत्तर प्रदेश l