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13 Feb 2017 · 1 min read

II करिश्मा तेरा अजब…II

करिश्मा तेरा ,अजब कमाल होता हैl
कैसे क्यों हर घर, मलाल होता है ll

होते नहीं कहीं, शाम निवाले भी l
हर शाम ही कहीं, धमाल होता है ll

जो न गमों में कभी, साथ मेरे वो l
क्यों न खुशी में भी, ख्याल होता है ll

जीने के नायाब ,सलीके खोजें l
जिंदगी का कहीं ,सवाल होता है ll

मंदिर मस्जिद जो, अमन फैलाते हैं l
कैसी दहशत क्यों, बवाल होता है ll

संजय सिंह “सलिल”
प्रतापगढ़ ,उत्तर प्रदेश l

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