Minal Aggarwal Poetry Writing Challenge-3 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Minal Aggarwal 2 May 2024 · 1 min read यह कैसा रिश्ता है यह कैसा रिश्ता है जिसके बीच एक दीवार खड़ी है दहलीज पार नहीं होती दीवार भी किसी बारिश या तूफान के आने से नहीं गिरती यह दरार भी इस रिश्ते... Poetry Writing Challenge-3 3 68 Share Minal Aggarwal 2 May 2024 · 1 min read एक नये सिरे से वह मेरे संग अपनी कहानी को बार बार एक नये सिरे से शुरू करते हैं इतनी बड़ी उम्र तो मेरी जिन्दगी की भी नहीं कि उसे टुकड़ों में खत्म करते... Poetry Writing Challenge-3 2 55 Share Minal Aggarwal 2 May 2024 · 1 min read एक जख्म यह बिना किसी याद के एक जख्म कैसे उधड़ गया इसे तो कभी का भर जाना चाहिए था एक विकसित फूल सा खिलकर मुर्झाकर पेड़ की डाली से टूट कर... Poetry Writing Challenge-3 3 1 66 Share Minal Aggarwal 2 May 2024 · 1 min read मेरा नहीं है न आने वाला कल मेरा है न यह आज मेरा है मेरा दिल भी अब तो मेरा नहीं है दिल से बंधी रिश्तों की डोर एक एक करके टूटती चली... Poetry Writing Challenge-3 1 48 Share Minal Aggarwal 2 May 2024 · 1 min read दोषरहित खुद को दोषरहित साबित करने के लिए कितनी कोशिश करनी पड़ती है जब कोई दोष हो ही न तो उसे ढूंढने के लिए कितनी मेहनत करनी पड़ती है ऐसे लोगों... Poetry Writing Challenge-3 1 66 Share Minal Aggarwal 2 May 2024 · 1 min read अवास्तविक जब कुछ वास्तविक सा न मिले जीवन में तो अवास्तविकता अच्छी लगने लगती है अवास्तविकता के भी अपने कुछ वास्तविक रंग होते हैं तभी तो कोई भी चीज चाहे कितनी... Poetry Writing Challenge-3 1 62 Share Minal Aggarwal 2 May 2024 · 1 min read नसीब उसके मिलने का अंदाज कुछ ऐसा था जैसे कि वह मुझ पर कुछ जरूरत से ज्यादा ही हक जता रहा हो चलिये यह भी नसीब है मेरा कि गैर भी... Poetry Writing Challenge-3 2 54 Share Minal Aggarwal 2 May 2024 · 1 min read वह लोग इस दुनिया में कितने ऐसे लोग हैं जिन्हें हम जानते नहीं हैं पहचानते नहीं है उनसे कभी मिले नहीं है उनसे कभी जुदा भी नहीं हुए हैं लेकिन वह लोग... Poetry Writing Challenge-3 2 67 Share Minal Aggarwal 2 May 2024 · 1 min read हर पल हर पल जिन्दगी शुरू होती है एक नये जन्म के साथ एक नये सामान के साथ एक नये मुकाम के साथ एक नये मेहमान के साथ हर पल बदलते रहना... Poetry Writing Challenge-3 1 68 Share Minal Aggarwal 2 May 2024 · 1 min read कुदरत का कहर कुदरत का कहर आपदा गहरी है फट गये हिमखंड बादल से हादसा है इतना भीषण कि सृष्टि का रखवाला भगवान ही अब तो धरती के जन जन का प्रहरी है... Poetry Writing Challenge-3 1 58 Share Minal Aggarwal 2 May 2024 · 1 min read ऐ दिल की उड़ान ऐ दिल की उड़ान तू अब थम जा पल दो पल किसी फूल की पत्ती पर बैठकर सुस्ता ले या पेड़ की ही किसी तने से निकली टहनी के बिछौने... Poetry Writing Challenge-3 1 65 Share Minal Aggarwal 2 May 2024 · 1 min read चांद ठहर जाओ रात के चांद आसमान में ठहर जाओ सुबह मत होने दो ठंडी पुरवाई चल रही है यादों की बारिश हो रही है शबनमी मौसम की सुगबुगाहट हो रही है खुद... Poetry Writing Challenge-3 1 40 Share Minal Aggarwal 2 May 2024 · 1 min read यह दिल यह दिल एक पल में भर जाता है अगले पल खाली हो जाता है यह पानी से भरता है धुंए से भरता है हवा से भरता है वाष्प से भरता... Poetry Writing Challenge-3 1 104 Share Minal Aggarwal 2 May 2024 · 1 min read दिल की बातें सारे ही अपराधी अपराध को फिर ‘अपराध’ माने कौन एक था जो अपने दिल की सुनता था अब वह भी चला गया तो दिल की बातें अब सुने कौन। मीनल... Poetry Writing Challenge-3 1 49 Share Minal Aggarwal 2 May 2024 · 1 min read दिल की शक्ल आज दर्पण में उसके चेहरे की नहीं बल्कि उसके दिल की शक्ल दिख रही थी अरे दिख ही कहां रही थी यह तो एक खाली बिना जल का एक अंधा... Poetry Writing Challenge-3 1 62 Share Minal Aggarwal 2 May 2024 · 1 min read लम्बी लम्बी श्वासें लम्बी लम्बी श्वासें भरनी पड़ती हैं खुद को जिंदा रखने के लिए नहीं पता था कि कभी खुद का नहीं दूसरे का धड़कता दिल चाहिए होता है खुद को जिंदा... Poetry Writing Challenge-3 1 34 Share Minal Aggarwal 2 May 2024 · 1 min read एक सती सी मन की अनियमित गति आग की लपटों में लिपटी एक सती सी यह जिंदा नहीं एक मृत आत्मा के ही समान है चलता फिरता एक शरीर लिए सांसे चल रही... Poetry Writing Challenge-3 1 33 Share Minal Aggarwal 2 May 2024 · 1 min read दिल टूटा हुआ लेकर दिल टूटा हुआ लेकर कहां जायें इसकी सदा कौन सुनेगा दर्द की स्याही से लिखी दास्तान कौन पढ़ेगा खामोश वादियां भी इसकी खामोशी सुन पाती नहीं जो यह न छनका... Poetry Writing Challenge-3 2 77 Share Minal Aggarwal 2 May 2024 · 1 min read वह भी और मैं भी घर में एक अजनबी की तरह कैद है वह भी मैं भी हालात उसके मुझसे बेहतर हैं पर तंग, बदहाल, बेदम, बदशक्ल और बददिमाग है वह भी और मैं भी।... Poetry Writing Challenge-3 1 42 Share Minal Aggarwal 2 May 2024 · 1 min read रूह के अक्स के दिल चाह रहा है कि आज तुम मेरी रूह के अक्स के गुजरे जमाने से होकर गुजरो सब्र का बांध अब टूट रहा है तुम मय हो तो मयखाने के... Poetry Writing Challenge-3 1 54 Share Minal Aggarwal 2 May 2024 · 1 min read यादों की जीवंत यात्रा तेरे साथ यथार्थ में जीवन की यात्रा खत्म पर सपनों में यादों की जीवंत यात्रा अभी भी जारी बस हर दिन के बाद जो रात मैं गुजारती हूं उस रात... Poetry Writing Challenge-3 1 72 Share Minal Aggarwal 2 May 2024 · 1 min read एक चींटी एक एक दिन ऐसे बीत रहा है जैसे एक एक बरस हो काम का बोझ सिर पर उठाये एक पहाड़ की तरह एक चींटी चल रही है ऐसे जैसे वह... Poetry Writing Challenge-3 1 69 Share Minal Aggarwal 2 May 2024 · 1 min read चिंगारी को शोले को भड़काये रखो चिंगारी को जलाये रखो फुकनी से फूक मार मारकर सुलगाये रखो नहीं तो अंजाम यह होगा चिंगारी समय से पहले बुझ जायेगी राख का ढेर बन... Poetry Writing Challenge-3 1 36 Share Minal Aggarwal 2 May 2024 · 1 min read कहां जायें घर में जंग बाहर दंगे कहां जायें जहां लोग न हो नंगे अंधे हैं सब इन्हें कुछ खूबसूरत दिखता नहीं लूले लंगड़े हैं सब प्यार की नेक राह इनकी मंजिल... Poetry Writing Challenge-3 1 35 Share Minal Aggarwal 2 May 2024 · 1 min read यादों के सायों की तेरी याद बहुत सताती है यूं तो मैं हूं तेरी ही परछाई पर कोई जिंदा ‘जीवित’ के समान नहीं होते हैं यादों के सायों की कहां कभी कोई जिंदा चलती... Poetry Writing Challenge-3 1 53 Share