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2 May 2024 · 1 min read

एक सती सी

मन की
अनियमित गति
आग की लपटों में लिपटी
एक सती सी
यह जिंदा नहीं
एक मृत आत्मा के ही
समान है
चलता फिरता
एक शरीर लिए
सांसे चल रही हैं पर
इस लय की
झंकार है
एक वीरान जंगल के
स्थिर पोखर के जल के समान
अतृप्त सी।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
1 Like · 14 Views
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