Ashwini sharma Poetry Writing Challenge-3 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ashwini sharma 18 May 2024 · 1 min read ईरादा साहिल पर रुककर तूफान का नज़ारा कौन करता है, हम बेफ़िक्र है, भरोसा टूटने का गम नही, हार कर सब कुछ फिर से ‘देने’ का ईरादा कौन करता है ।... Poetry Writing Challenge-3 1 72 Share Ashwini sharma 18 May 2024 · 1 min read जिन्दगी की किताब दिल किया क्यूँ न आज जिन्दगी की किताब लिख दू। कुछ अधूरे,कुछ मुकम्म्ल रिस्तों की दास्ताँ लिख दू।। कुछ दर्द की आवाज लिख दू,,कुछ मलहमों के नाम लिख दू। कुछ... Poetry Writing Challenge-3 1 86 Share Ashwini sharma 18 May 2024 · 1 min read मंथन है मृत्यु सरल जीवन दुष्कर पथ पर फैला है,एक गरल दे स्वेद को तू इतनी अग्नी, जल जायें कन्टक जो भी हो हो जाये जीवन और सरल हो जाये जीवन... Poetry Writing Challenge-3 91 Share Ashwini sharma 18 May 2024 · 1 min read प्रेयसी तेरे रुखसार की लाली गुलाबों से भी गहरी है, तेरी आँखो की गहराई,सागर को भी शरमा दे। तेरे कंगन की खनखन मेरे मन को अलंकृत करती है । तू लगाती... Poetry Writing Challenge-3 87 Share Ashwini sharma 18 May 2024 · 1 min read वतन ये वो मेरा देश जहाँ बहती है गंगा यमुना, ये वो मेरा देश जहाँ बहे स्नेह समर्पण का झरणा । इस देश की मिट्टी पावन है, जहाँ माँ की बातो... Poetry Writing Challenge-3 77 Share Ashwini sharma 18 May 2024 · 1 min read मानव की बाधाएं अगर हो हार जीवन में तो गम नही करना, गिर जाओ गर थककर, फिर से मेहनत कम नही करना।। असफलताएं आयेंगी तुम्हे आजमायेगि बहुत, फिर उसी जोश से प्रतिकार उनका... Poetry Writing Challenge-3 68 Share Ashwini sharma 18 May 2024 · 1 min read इन्सान की क्या कीमत इन्सान की कीमत का क्या मोल यहाँ, भगवान खरीदे जाते है । अभिमान भरी इस दुनिया मे रिस्ते ठोकर खाते है ।। पल पल बिगड़ते रिस्तो की हालत ऐसी माली... Poetry Writing Challenge-3 85 Share Ashwini sharma 18 May 2024 · 1 min read अफसाना मैनें चंद बाते कह दी तो हंगामा हो गया। मैं रह गया अकेला,संग उनके जमाना हो गया।। तलवे चाट कर बैठा है जो शक्स। वो दो ही दिन मे शयाना... Poetry Writing Challenge-3 108 Share Ashwini sharma 18 May 2024 · 1 min read ईश्क़ मेरे इश्क़ की गहराई को यह जमाना क्या जाने। मेरे इश्क़ के रंग का, क्या रंग है जमाना क्या जाने। मैं जिन्दा हूं की वो है, मेरे भीतर है वो... Poetry Writing Challenge-3 49 Share Ashwini sharma 18 May 2024 · 2 min read भारत यह देश है अपना विश्व गुरु होती है जहाँ से सभ्यता शुरु।। जहाँ ऋषियों मुनियों का तप पनपा। इस देश ने माना सबको अपना।। जहाँ राम हुई रामायण थी। गिरिधर... Poetry Writing Challenge-3 40 Share Ashwini sharma 18 May 2024 · 1 min read रंग जिन्दगी का जरा संभल कर रहिये जनाब, दुनिया बडी छोटी है । आप ने जो किया किसी के संग, पुनरावर्ती उसकी संग आप के भी होती है ।। इन्सान का क्या कर्म... Poetry Writing Challenge-3 41 Share Ashwini sharma 18 May 2024 · 1 min read भाव मैं अपना कर्म करता हू, अपना धर्म करता हू। बात जब गिर के उठने की हो , तो ना मै शर्म करता हूँ ।। लोग तन के उजले, मन के... Poetry Writing Challenge-3 40 Share Ashwini sharma 18 May 2024 · 1 min read रिश्ते रिश्तों में जबतक ‘अर्थ’ नही, सच है उनमें कोई अर्थ नही। गर न निज स्वार्थ की सीमा हो, क्या एहसासों का अफ़साना व्यर्थ नही।। दिखती है दीवारें भावो पर, ना... Poetry Writing Challenge-3 39 Share Ashwini sharma 18 May 2024 · 1 min read जिन्दगी एक दौड खुद को साबित करते करते यूहीं उम्र बीत जाती हैं । वक्त बहुत लग जाता है, जब यह दुनिया समझ में आती है। दोहरे चरित्रो की थाह, कहाँ समझ में... Poetry Writing Challenge-3 46 Share Ashwini sharma 18 May 2024 · 1 min read संघर्ष फिर से साहस करना होगा,अधिकारो के लिये लड़ना होगा। सन्ताप नही होगा मन में, शोणित का उबाल होगा तन में, मन विचलित हो ऐसा न हो, गिर के फिर से... Poetry Writing Challenge-3 36 Share Ashwini sharma 17 May 2024 · 1 min read हम दर्द यूँ तो हमदर्द हजारों है,कोई अपना मिल जाए तो बात बने। यह दुनियाँ तमाशबीनों की बस्ती है,कोई अपना दिख जाए तो बात बने।। कहते है खुदगर्ज़ मुझे,जमाने भर के लोग।... Poetry Writing Challenge-3 79 Share Ashwini sharma 17 May 2024 · 1 min read हद कुछ लोग मेरी आँखो में नमी देखना चाहते हैं, वो हर हाल मे मुझ में कुछ कमी देखना चाहते है ।। मैं भी जिद्दी हूँ सब्र का समंदर है मुझमे।... Poetry Writing Challenge-3 37 Share Ashwini sharma 17 May 2024 · 1 min read रिश्ते रिश्तों की परते उधड़ने लगी है । आँखे भी रातो को जगने लगी हैं ।। चाहत दफ़न थी अभी तक जो मेरी। वो भी दीवारों पर सजने लगी है ।।... Poetry Writing Challenge-3 45 Share Ashwini sharma 17 May 2024 · 1 min read पिता पिता,पिता जीवन की धूरी है । पिता,पिता जीवन मे बहुत जरुरी है ।। पिता धरती पर परमेश्वर का अक्श हुआ। जो ना टूटे ,ऐसा विकट शख्स हुआ। । एक टूटी... Poetry Writing Challenge-3 69 Share Ashwini sharma 17 May 2024 · 1 min read दर्द दर्द जरुरी है जिन्दगी में, जीने की तरकीब आती है ।। हम जहाँ थे ,हम वहीं है, और जिन्दगी आगे दौड जाती है ।। उम्र अनुभव का पैमाना नही है,... Poetry Writing Challenge-3 38 Share Ashwini sharma 17 May 2024 · 1 min read मुखौटा जरुरत क्या है देखकर मुस्कुराने की। अब मिलो तो मुखौटा उतार कर मिला करो ।। सुलग रही है ख्वाइशों की चिताये दिल में । कभी तन्हा बैठकर खुद जे सच... Poetry Writing Challenge-3 58 Share Ashwini sharma 17 May 2024 · 1 min read कर्म माना की पथ पर हार हुई, फिर भी कोशिश सौ सौ बार हुई। है स्वेद टपकता माथे से, है ललाट भी दमक रहा। मिट्टी में लथ-पथ काया है, माना कोई... Poetry Writing Challenge-3 63 Share Ashwini sharma 17 May 2024 · 1 min read जाति एक दोस्त है मेरा,मुझको मुझ जैसा ही लगता है। मैं खुद को श्रेष्ठ और वह स्वयं को दलित कहता है । मैं उस से गले मिलता हू बड़ी ही तबियत... Poetry Writing Challenge-3 45 Share Ashwini sharma 17 May 2024 · 1 min read चूल्हे पर रोटी बनाती माँ चूल्हे पर रोटी बनाती माँ, कुओ से पानी भरती माँ । एक हाथ मे मुझको सम्भाले , सिर पर पानी की मटकी रखती माँ । सर पर रख घास के... Poetry Writing Challenge-3 61 Share Ashwini sharma 17 May 2024 · 1 min read दोस्ती दुश्मनी रफू भी कितना करे दोस्ती दुश्मनी को, एक दिन तो सब कुछ दिख ही जायेगा। आज माना की सितारे गर्दिश में हैं । उम्मीद हैं एक दिन मेरा भी आयेगा... Poetry Writing Challenge-3 40 Share