Posts Poetry Writing Challenge-2 210 authors · 4349 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 47 Next ज्योति 11 Feb 2024 · 1 min read बारिश ने क्या धूम मचाया ! हाय ये हाय ! क्या मौसम आया , बारिश ने तो धूम मचाया । कई दिनों बाद फिर छाता खुलवाया , चारों ओर जल ही जल बरसाया । हाय ये... Poetry Writing Challenge-2 2 104 Share Pallavi Mishra 11 Feb 2024 · 1 min read *वक़्त का एहसान* क्या आपने कभी किसी की आँखों को बिना आँसुओं के रोते देखा है? किसी टूटे हुए दिल को बिना किसी उम्मीद के, उम्मीदों को ढोते देखा है? बाहर से शांत... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 100 Share Pallavi Mishra 11 Feb 2024 · 1 min read *चक्रव्यूह* जिंदगी में कितना कुछ अप्रत्याशित घट जाता है – शायद ही हम इंसानों को कुदरत द्वारा संचालित इन घटनाओं का कोई मतलब, कोई मकसद, समझ में आता है – कई... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 141 Share Pallavi Mishra 11 Feb 2024 · 1 min read *निर्झर* कभी पर्वत की चोटी पर इकट्ठा हुआ जल का एक विशाल स्रोत था - जब तक था रुका हुआ ऊर्जा से ओतप्रोत था - फिर उसने बहाना शुरू किया और... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 138 Share Sanjay ' शून्य' 11 Feb 2024 · 1 min read Farishte तुम्हें रोशन करूं कैसे, खुद को कितना जलाऊं मैं, ज़रा तूही बता कैसे, ज़मी पे चांद लाऊं मैं। तेरी बेरहम ख्वाइश को, है मैने लहू से सींचा। तुझे अपना समझने... Poetry Writing Challenge-2 1 100 Share Pallavi Mishra 11 Feb 2024 · 1 min read *शिखर का सफर* मैं एक पहिया हूँ पथरीले सड़क को रौंदता हुआ - चला जा रहा हूँ उछलता हुआ, कूदता हुआ - रास्ते में हैं अवरोध भी - आसपास के लोगों का सह... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 115 Share Pallavi Mishra 11 Feb 2024 · 2 min read *पितृ-दिवस* पिता होते हैं परिवार की धूरी - जिनके बिना रहती है बच्चों की दुनिया अधूरी - यह सच है मां अतुल्य कष्ट सहकर संतान को जन्म देती है लेकिन हम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 105 Share Dr. Vaishali Verma 11 Feb 2024 · 1 min read ॰॰॰॰॰॰यू॰पी की सैर॰॰॰॰॰॰ *चल रे साथी यू॰पी की सैर कर आयें*🍂 *आगरा* में प्रेम का प्रतीक *ताजमहल*, देख आयें॥ *चल रे साथी यू॰पी की सैर कर आयें*🍂 *फ़िरोज़ाबाद* से काँच की *चूड़ियाँ* *बरेली*... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 168 Share Ritu Asooja 10 Feb 2024 · 1 min read मीठा सीधा सरल बचपन *मीठा,सरल,सीधा बचपन बच्चे थे तो अच्छे थे आसमान से भी ऊंचे सपने थे दादी,नानी से किस्से सुनते थे वीरों के पराक्रम और महापुरूषों प्रेरक प्रसंग नैतिकता का देते परिचय बन... Poetry Writing Challenge-2 111 Share Ritu Asooja 10 Feb 2024 · 1 min read सरल स्वभाव मीठी वाणी *सरल स्वभाव मीठी वाणी , आध्यमिकता के गूंजते शंख नाद यहाँ अनेकता में एकता का प्रतीक मेरा भारत देश महान , विभिन्न रंगों के मोती हैं ,फिर भी माला अपनी... Poetry Writing Challenge-2 145 Share Ghanshyam Poddar 10 Feb 2024 · 1 min read तुम आए कि नहीं आए तुम आए कि नहीं आए दुवा लाए कि दुआ लाए मीठा लाए कि तीखा लाए अपने आए कि पराए आए मैं पुकारता चला गया। तुम आराधना करते रह गए तुम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 166 Share Rahul Singh 10 Feb 2024 · 1 min read "पुराने मित्र" जीवन की राहों में, पुराने मित्र साथ चलते हैं, संगीन रिश्तों को, यादों की चादर से ढांपते हैं। बीते समय की बातें, लहराती हैं यादों की धार, पुराने मित्र, हर... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · कविता · ट्रेंडिंग · मित्रता 103 Share Shutisha Rajput 10 Feb 2024 · 1 min read प्यार की खोज में आज नवयुवक भटक रहे हैं, प्यार की खोज में। प्यार आकर्षण को मान बैठे हैं, दुनिया की होड़ में। भुलाकर मां- बाप का सच्चा प्यार, चार दिन की चांदनी में... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 86 Share Atul "Krishn" 10 Feb 2024 · 1 min read तलाशता हूँ उस "प्रणय यात्रा" के निशाँ बेखयाली में अभी भी सागर की उस नरम रेत पर आज भी जाता ही हूँ तलाशने तुम्हारे पैरों के निशाँ सालों पहले जिन्हे बस अठखलियों में ही अल्हड़ लहरों ने... Poetry Writing Challenge-2 101 Share Atul "Krishn" 10 Feb 2024 · 1 min read हर सांस की गिनती तय है - रूख़सती का भी दिन पहले से है मुक़र्रर सब नियत है आना इस जहां में अकस्मात् नहीं है एक बीज - एक फूल के है मानिंद हर शख़्स का मुक़द्दर पहले से तयशुदा है कुछ बीज - पेड़... Poetry Writing Challenge-2 157 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 10 Feb 2024 · 1 min read नई दृष्टि सब कुछ दुविधाग्रस्त हर तरफ सिर्फ़ उलझाव ही उलझाव। बहुत मुश्किल है मिल जाए हॅंसने को दो चार उन्मुक्त पल। ऊपरी चमक ने मानव आंखों को चुंधिया दिया है। वे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 524 Share Kanchan Khanna 10 Feb 2024 · 1 min read पगली मैले - कुचले कटे - फटे थे वस्त्र मासूम सा चेहरा डरी - सहमी निगाहें अजीब सी वहशत से दो - चार थी। बेवजह हँसती, बार - बार इधर -... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 228 Share Rahul Singh 10 Feb 2024 · 1 min read GrandMother Of wisdom deep and love so true, A gentle soul, with eyes like dew. Her laughter echoes through the years, A melody of joy, dispelling fears. In her embrace, a... Poetry Writing Challenge-2 · Best Poetry · Poetry Writing Challenge · Trending Poetry 158 Share Chunnu Lal Gupta 10 Feb 2024 · 1 min read !! दर्द भरी ख़बरें !! "भड़क" उठीं चिंगारियां था ख़ामोश शहर कल बेख़ौफ़ हवाओं में होने लगी हलचल ----- सम्हल सम्हल के चल दर्द भरी ख़बरें सुन सुन हुए पागल दहशत में हर शहर है... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · चुन्नू लाल गुप्ता 164 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 10 Feb 2024 · 1 min read मेरा जीवन अभावों में जन्म मिला है अभावों ने ही पाला है, दुख है मेरी संचित पूंजी दुख ने मुझको ढाला है। कांटों के कंटकित वैभव में यह जीवन प्रसून खिला, अश्रु... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 323 Share VEDANTA PATEL 10 Feb 2024 · 1 min read *** चल अकेला.....!!! *** "" न आयेगा कोई मदद करने इधर... बस कुछ रोशनी के इशारे होंगे...! पांवों में होंगे थकान... मन भी होगा कुछ परेशान...! नज़रों में उम्मीद के झलक भी... ओझल होने... Poetry Writing Challenge-2 160 Share Rahul Singh 10 Feb 2024 · 1 min read मध्यप्रदेश की सुंदरता ज़मीं पर रंग भरने के लिए, मध्यप्रदेश की खूबसूरती के लिए। पश्चिम की सिया संगमनी घाटी, प्राचीन मंदिरों की ध्वनि का स्वाद। उत्तर में बुंदेलखंड का वीर गाथा, दक्षिण का... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · कविता · ट्रेंडिंग · लेख 1 153 Share VEDANTA PATEL 10 Feb 2024 · 1 min read *** लम्हा.....!!! *** "" कभी एक लम्हा ऐसा भी आता है... जिसमें बीता हुआ कल नजर आता है...! बस यादें ही रह जाती है, एक दृश्य बनकर... याद करने के लिए...! और... वक्त... Poetry Writing Challenge-2 1 136 Share Ritu Asooja 10 Feb 2024 · 1 min read जिन्दा हूं जीने का शौक रखती हूँ *जिन्दा हूं जीने का शौक रखती हूँ शक्सियत मेरी मिट्टी ही सही अपने विचारों के माध्यम से आप सबके दिलों में जगह बनाने की भरकस कोशिश करती हूं*... सफर पर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 52 Share Deepesh Dwivedi 10 Feb 2024 · 1 min read गुनगुनाए तुम सुमन उपवन में खिले जब मुस्कुराए तुम बांसुरी सी बज उठी जब गुनगुनाए तुम हाथ में कंगन सुनहले कान में कुंडल रुपहले रूप में इस पहले-पहले मन को भाए तुम... Poetry Writing Challenge-2 1 55 Share विजय कुमार अग्रवाल 10 Feb 2024 · 1 min read दृढ़ निश्चय कोशिश करना छोड़ मत बन्दे,कोशिश कर कर फल निकलेगा। मेहनत तेरी रंग लायेगी बन्दे,फल आज नहीं तो कल निकलेगा।। रख विश्वास तू अपने मन पर,तू जो चाहेगा वही कर निकलेगा।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 143 Share Sanjay ' शून्य' 10 Feb 2024 · 1 min read दान किसे हिंदू वीरों, मत दौड़ो तुम महावीर बन , बौने नेताओ के पीछे। उनका मकसद धन बटोरना, तुमको रखना है पीछे।। त्याग तपस्या नहीं पास कुछ, बन बैठे कैसे ये नेता।... Poetry Writing Challenge-2 2 116 Share Dinesh Yadav (दिनेश यादव) 10 Feb 2024 · 1 min read वह कौन सा नगर है ? व्यक्तिगत मामलों में जागना, जनसमस्याओं में सोये रहना, बदमाशी में आगे रहना, बलपूर्वक कार्य में एकत्रित होना, वह कौन सा नगर है जरा बताना ? कदम कदम पर धर्म की... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 146 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 10 Feb 2024 · 1 min read लिख रहा हूं। दोस्ती में खाए ज़ख्मो का हिसाब लिख रहा हूँ, तेरे सभी सवालों का मैं जवाब लिख रहा हूं। वो कौन लोग हैं जो बाहों में सुकून ढूंढते हैं? मैं सुकून... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · स्व–अभिमान 17 103 Share Dinesh Yadav (दिनेश यादव) 10 Feb 2024 · 1 min read गुलाम शिक्षित किशोर , तुम मूर्ख क्यों बन रहे हो ? ठेकेदारों की बोली के माध्यम, तुम क्यों बन रहे हो ? अपनी बुद्धि के मुन्ना खोलो, तुम किसी और का... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 124 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 10 Feb 2024 · 1 min read 🌹जिन्दगी के पहलू 🌹 🌹जिन्दगी के पहलू🌹 मेरी जिन्दगी की किताब... क्या खूब लिखी तूने "मेरे मालिक" हर लम्हा तेरी रहमत से... संवारती चली आई। बचपन अल्हड़पन में बिताया... हर गम को धुंए सा... Poetry Writing Challenge-2 3 112 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 10 Feb 2024 · 1 min read 🌹थम जा जिन्दगी🌹 🌹थम जा जिन्दगी🌹 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏 अब यही थम जा, ऐ जिन्दगी! तेरी रफ़्तार से बहुत कुछ छूट गया... वो सब पाना बाकी हैं। न जाने कितनी हसरतें अधूरी रह गई... उन्हें... Poetry Writing Challenge-2 1 211 Share Santosh Soni 10 Feb 2024 · 1 min read मनहरण-घनाक्षरी घाव में नमक भरें, नहीं साथ उसे रखें, भले नैन निर्झर, झरें जल क्षार है। भावना हैं कोरी-कोरी बातें करता चटोरी, यार प्यार सदा से दो धारी तलवार है रात... Poetry Writing Challenge-2 1 100 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read दोहे - डी के निवातिया दोहे **** सज धज के नारी खड़ी, होकर भाव विभोर ! सम्मोहन के दाँव से, खींच रही खुद ओर !! *** लब जब मुस्काने लगे, खिलने लगे कपोल ! संकेतक... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 2 109 Share Santosh Soni 10 Feb 2024 · 1 min read नेह के परिंदें पिंजरें में कैद परिंदों को दाना-पानी मिलता है इसका मतलब ये तो नहीं कि उनको उड़ना पसंद नहीं। ऊँची उड़ान का मज़ा कैसा होता है!.. ये आकाश में उड़ते उस... Poetry Writing Challenge-2 89 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read दोहे - डी के निवातिया दोहे ***** सृष्टि ये तुमने रची, तुम जीवन आधार । कोटि कोटि तुम्हे नमन, हे जग पालनहार ।। *** देव-दैत्य सब करम फल, तन से सब इंसान । जनम भए... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 79 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read दोहे - डी के निवातिया दोहे ****** मोल तोलकर बोलिये, वचन के न हो पाँव ! कोइ कथन औषधि बने, कोइ दे घने घाव !! *** दोस्त ऐसा खोजिये, बुरे समय हो साथ ! सुख... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 142 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 10 Feb 2024 · 1 min read अपना ख्याल रखियें अपना ख्याल रखिये 🙏🌹🙏🌹🙏 होठों पर ना कोई सवाल रखियें, जिंदगी अपनी खुशहाल रखियें। जिंदगी का नाम भी है परेशानियां, तुम अपना होंसला बरकरार रखिये। जो बीत गया, उसे भूल... Poetry Writing Challenge-2 169 Share Santosh Soni 10 Feb 2024 · 1 min read सुनो बंजारे सुनो बंजारे तुम्हें भागती-दौड़ती जिंदगी के पीछे दौड़ना पसंद है और मुझे ठहराव पसंद है नहीं, मैं नहीं चाहती हूँ दिमाग़ खर्च करके इन फजूल बातों के पीछे भागना मुझे... Poetry Writing Challenge-2 93 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read दोहे - डी के निवातिया दोहे **** पत्नी पूजा कीजिये, इनसे घर की शान ! जिस पर कृपा ये करे, हो जाए धनवान !! पत्नी घर की स्वामिनी, रखे सबका ध्यान ! इनसे सुख समृद्धि... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 92 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 10 Feb 2024 · 1 min read 🌹लफ्ज़ों का खेल🌹 🌹लफ़्ज़ों का खेल 🌹 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏 कितना अजीब है यह लफ़्ज़ों का खेल, ना जाने कितने शब्द बन जाते... जब होता इन लफ़्ज़ों का मेल।। इन शब्दों से हम पाते हैं... Poetry Writing Challenge-2 1 118 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read दोहे - डी के निवातिया दोहे **** सृष्टि ये तुमने रची, तुम जीवन आधार । कोटि कोटि तुम्हे नमन, हे जग पालनहार ।। देव-दैत्य सब करम फल, तन से सब इंसान । जनम भए सम... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 143 Share Dinesh Yadav (दिनेश यादव) 10 Feb 2024 · 1 min read मजदूर संख्या मे हम भारी हैं, समूहों में भी हम कम नहीं , हमारे ही शक्तिबल से अन्न उपजे, हमारे संकट में कोई हमें न पूछे, एक कहावत है, टूटा हुआ... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 104 Share Dr. Vaishali Verma 10 Feb 2024 · 1 min read ॰॰॰॰॰॰*बाबुल का अँगना*॰॰॰॰॰॰ *बाबुल का अँगना छोड़*,विवहा की डोर से बंध जाऊँ॥ 🌹🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🌹 बाबुल का अँगना छोड़, *एक नया आशिया बनाऊँ*।। 🌹🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🌹 बाबुल का अँगना छोड़, *खुद की नयी दुनिया सजाऊँ*।। 🌹🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🌹 बाबुल... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 53 Share Rahul Singh 10 Feb 2024 · 1 min read गुरु की दीवानगी गुरु का दीवाना हूँ, गुरु की शिक्षा में बचपन गुजारा है, उनकी ममता ने मुझे सही मार्ग पर चलाया है। गुरु के ज्ञान से जीवन को संवारा है, उनके उपदेश... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · Trending Poetry · Trending Writer · कविता 162 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 2 min read हाँ हम ऐसे ही बाल दिवस मनाते है - डी. के. निवातिया हाँ हम ऐसे ही बाल दिवस मनाते है !! ************** हर वर्ष मनाते है हम बाल दिवस हर वर्ष उनके नाम के झंडे सजाते है दे नहीं सकते हम आश्रय... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत · बाल कविता 119 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 2 min read लाज बचा ले मेरे वीर - डी के निवातिया देश भक्ति गीत ************** क्यों वेदना शुन्य हुई, क्यों जड़ चेतन हुआ शरीर अस्तित्व से वंचित हुए है कहाँ खो गए हो शूरवीर नही सुनी क्या चीत्कार ,क्यों सोया है... Poetry Writing Challenge-2 · Deshbhakti Geet · कविता · गीत 79 Share Poonam Matia 10 Feb 2024 · 1 min read *जय माँ झंडेया वाली* उन्चियाँ मंदिरा वाली ,जय माँ झंडेया वाली | जय माता दी बोल भक्ता, जय माता दी बोल || दो मिठ्ठे आखर बोल भक्ता, जय माता दी बोल, बंद अँखियाँ नू... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 4 4 1k Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 2 min read मेरे भारत की नारी - डी. के निवतिया मेरे भारत की नारी **************** हे जग की सूत्रधार, मेरे भारत की नारी ये क्या दशा हुई आज तुम्हारी II मात्र तेरे आने की आहट से ही क्यों सहम जाती... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 93 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 3 min read वीर गाथा - डी के निवातिया वीर गाथा _____________ बहुत सुनी होंगी कहानिया रांझा और हीर की आओ तुम्हे, आज सुनाये, गाथा एक वीर की मर मिटते है जो, मातृभूमि पर हॅसते - हँसते अँखियो में... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 86 Share Previous Page 47 Next