Posts Poetry Writing Challenge-2 210 authors · 4349 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 42 Next शशि कांत श्रीवास्तव 13 Feb 2024 · 1 min read ढलती साँझ *ढलती साँझ* आ गए हैं चलते चलते हम दोनों जीवन के इस मोड़ पर जहाँ..... हम -तुम के सिवा कोई नहीं है | आओ... चलो... चलें... वहीं, झील के किनारे... Poetry Writing Challenge-2 1 114 Share Neeraj Agarwal 13 Feb 2024 · 1 min read समूह शीर्षक - समूह *********** हम समूह बनाते हैं। हकीकत से बचते हैं। अपना पराया बस करते हैं। जीवन के रंगमंच में सच जानते हैं। साथ न कुछ आता न जाता... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 217 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 13 Feb 2024 · 1 min read नजराना नजराना जो भी मिले, दिल से करें कबूल। रूठना बेबात पर है, दुर्गेश तेरा फिजूल। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 1 390 Share ज्योति 13 Feb 2024 · 1 min read ” कुम्हार है हम “ देख बच्चे की बचकानियां , कह देते है हम , इसी से है सारी परेशानियां । अरे ! भूल गए है क्या हम , इन ढांचों के कुम्हार है हम... Poetry Writing Challenge-2 1 131 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 13 Feb 2024 · 1 min read फितरत के रंग फितरत के हैं रंग कई, कुछ गाढ़े कुछ फीके। ये तो साथ जनम से है, इसको कोई न सीखे। भीतर मन के घुसी हुई, फितरत की ये काया। कोई समझ... Poetry Writing Challenge-2 · Fitrat 165 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 13 Feb 2024 · 1 min read भारत अपना देश लाल किले से आज तुम्हे, देता ये सन्देश। सबसे न्यारा सबसे प्यारा, भारत अपना देश। अलग अलग हैं बोली इसकी, अलग अलग परिवेश। फिर भी रहता एक हमेशा, भारत अपना... Poetry Writing Challenge-2 85 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 13 Feb 2024 · 1 min read चंद्रयान ३ देश हमारा गरज रहा है, देखो आज चाँद पर। चंद्रयान जा पहुंचा उसपर, सारे रोड़े फांद कर। बहुत बड़ी उपलब्धि है ये, जश्न मनाये हर एक जन। इतिहास में अमर... Poetry Writing Challenge-2 93 Share Dr. Vaishali Verma 13 Feb 2024 · 1 min read 🍁अंहकार🍁 🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂 *हे ज़मीं के पंछी न कर काया पर अहंकार* एक दिन मृतक बन मिट्टी में मिल जाना हैं॥ *हे ज़मीं के पंछी न कर माया पर अहंकार* एक दिन... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 164 Share Dr. Vaishali Verma 13 Feb 2024 · 1 min read ॥॰॥॰॥॰॰आतिथि आगमन॰॰॥॰॥॰॥ 🍁जब आयें अतिथि निज द्वार ,हुआ अच्छें से स्वागत सत्कार !! बैठाया बड़े भाव से, कराया जल का पान बोले हम बड़े प्यार से कैसे है श्रीमान, दिया मीठा पकवान... Poetry Writing Challenge-2 127 Share पूर्वार्थ 13 Feb 2024 · 1 min read गम जरूरी है गम जरूरी है जीने के लिए जिंदगी गम जरूरी है जीने के लिए जिंदगी, सुख के बिना अधूरी है ये कहानी। जैसे धरती पर सूरज और चाँद की रोशनी, दोनों... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 87 Share manjula chauhan 12 Feb 2024 · 1 min read फूलों ने कली फूलों ने कली से कहा इस गुल-ए-बहार का राज़ क्या है? तबस्सुम में फैली इस महक में नया अंदाज सा क्या है? कलियों ने फूलों से कहा…. शायद किसी महरूम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 101 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 12 Feb 2024 · 1 min read कौन हूं मैं? कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं? कह देना कोई ख़ास नहीं! एक दोस्त है पक्का कच्चा सा, एक झूठ है आधा सच्चा सा, जज़्बात को ढके एक पर्दा बस एक... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 16 141 Share Ghanshyam Poddar 12 Feb 2024 · 1 min read तुम आ न सके तुम आ न सके मैं जा न सकी तुमसे मिलने वहां जहां हमे मिलना था जाड़े गर्म धूप में हरी -मखमली दूब पर बैठकर तुमसे तुम्हारी बातें सुनने । पापा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 118 Share Rahul Singh 12 Feb 2024 · 1 min read जन्मभूमि बारिश की बूँदें गिरती हैं, खेतों को सजाती हैं। मिट्टी की खुशबू छाती है, जन्मभूमि की महक बिखराती है। पेड़-पौधों की छाया सुहावनी, पक्षियों का गीत सुनाती है। नदी की... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · Trending Poetry · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · लेख 107 Share Ruchi Sharma 12 Feb 2024 · 1 min read वादा चलो एक वादा करते है आज अपने आप से , के दिल ना दुखे किसी का हमारी बात से। जिंदगी भर ख्याल रखेंगे उसका , जिसने प्यार किया हमे निस्वार्थ... Poetry Writing Challenge-2 2 134 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 12 Feb 2024 · 1 min read पंछियों का कलरव सुनाई ना देगा पंछियों का कलरव सुनाई ना देगा जंगल कटेगा तो कुछ दिखाई नहीं देगा कहां से लाओगे गीत नदियों के जब झरना ही सुनाई ना देगा आधुनिकता की इस दौड़ में... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 222 Share Dr. Vaishali Verma 12 Feb 2024 · 1 min read ~~तीन~~ 🍀🍀🍀🍀 *हे नवयुवक न करो तीन पर अभिमान धन, बल, सुंदरता॥ हे नवयुवक न करो तीन पर विलाप कल, आज, काल॥ हे नवयुवक न करो तीन पर अत्याचार निर्बल, लाचार,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 139 Share नेहा शर्मा 'नेह' 12 Feb 2024 · 1 min read 8) वो मैं ही थी.... गुज़री शाम देखा हो 'गर आसमां की जानिब तुमने, इक अकेला पंछी उड़ता नज़र आया होगा तुम्हें। नज़रअंदाज़ कर दिया होगा जिसे तुमने मगर, याद करो तो मेरा अक्स नज़र... Poetry Writing Challenge-2 1 59 Share नेहा शर्मा 'नेह' 12 Feb 2024 · 1 min read 7) तुम्हारी रातों का जुगनू बनूँगी... कब तक बाँटोगे दुःख-दर्द मेरे, सहोगे कब तक यह सब तुम मेरे लिए ? जुदा ही हो जाना है हमें एक दिन, एहसास है मुझे और जानते हो तुम भी... Poetry Writing Challenge-2 2 123 Share नेहा शर्मा 'नेह' 12 Feb 2024 · 1 min read 6) इंतज़ार आज शाम भीनी-भीनी फ़िज़ा में, निगाह जो उठ गई खुले आसमां की जानिब, आँसू आ गए यकायक इन आँखों में, हर आँसू तुम्हारा ही अक्स लिए था। तुम्हारी जुस्तजू में... Poetry Writing Challenge-2 1 117 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 12 Feb 2024 · 1 min read अजी क्षमा हम तो अत्याधुनिक हो गये है आदि काल से आधुनिक काल तक हम आ तो गये चकमक के पत्थर से चल कर मिसाइलों तक आ तो गये जंगल जिसमें बिताया करते थे जीवन उस जंगल का... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 207 Share नेहा शर्मा 'नेह' 12 Feb 2024 · 1 min read 5) दुआ तुमसे मुहब्बत और फिर जुदाई का एहसास दिल में लिए, तड़प कर दुआ की है खुदा से अक्सर, सब कुछ दिया तूने इस जन्म में। दिल दिया तूने दिलदार दिया,... Poetry Writing Challenge-2 1 126 Share नेहा शर्मा 'नेह' 12 Feb 2024 · 1 min read 4) इल्तिजा सुबह की भीनी-भीनी फ़िज़ा में, गूँजता है सिर्फ तेरा ही नाम। रात के बेकरां सन्नाटे में, गूँजता है सिर्फ तेरा ही नाम। और यह दिल, यह नादान दिल पुकारता है... Poetry Writing Challenge-2 1 141 Share नेहा शर्मा 'नेह' 12 Feb 2024 · 1 min read 3) बारिश और दास्ताँ आज बारिश जो आ गई, आ गई याद मुझे माज़ी की हर बात। पहली दफा लुत्फ़ लिया था बारिश का तेरी ही बज़्म में, हर बारिश तब लुत्फ़ दे जाती... Poetry Writing Challenge-2 1 115 Share नेहा शर्मा 'नेह' 12 Feb 2024 · 1 min read 2) इक तेरे न आने से... इक तेरे न आने से शाम भी न आई हो, ऐसा भी नहीं... हाँ, आई थी शाम, मगर रंगीन नहीं थी वह। शाम तो थी मगर, वो चाय की प्याली... Poetry Writing Challenge-2 1 95 Share नेहा शर्मा 'नेह' 12 Feb 2024 · 2 min read 1) जी चाहता है... याद आती है जब कभी बेवफाई तुम्हारी, तुमसे मुँह फेर लेने को जी चाहता है। लेकिन फिर तुम्हारी मासूमियत पर तभी, तुम्हारी भूल को नादानी कह देने को जी चाहता... Poetry Writing Challenge-2 1 81 Share Sapna Arora 12 Feb 2024 · 1 min read 25)”हिन्दी भाषा” हिंदी भाषा की चुनौती को स्वीकारना है, साहित्य प्रेम को लिखते हुए संवारना है। दक्ष वं अदक्ष का भेदभाव नहीं ईमानदारी से आगे बढ़ जाना है। भाषा के प्रति प्रेम... Poetry Writing Challenge-2 1 145 Share Taj Mohammad 12 Feb 2024 · 1 min read हर गम छुपा लेते है। उनको देखकर हम हर गम छुपा लेते हैं। सामने उनके झूठा ही सही पर हम मुस्कुरा देते हैं।।1।। गम का कोई भी साया ना पड़े उन पर। वो हमेशा खुश... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 103 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 12 Feb 2024 · 1 min read दोहा- छवि *हिन्दी दोहा-* मन में छवि हरि की बसी , राधा हुई निहाल | सोते में भी जागरण , #राना दिखे कमाल || मीरा को भी देख लो , #राना दृश्य... Poetry Writing Challenge-2 · Doha · Rajeev Namdeo Rana LidhorI · छवि चित्रण · दोहा · राजीव नामदेव राना लिधौरी 2 168 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 12 Feb 2024 · 1 min read दोहे- साँप हिंदी दोहा बिषय- साँप* सभी साँप अब डर गए , मानव का विष देख | #राना ऐसा काटते , मिटे कभी मत रेख || जहर उगलता आदमी , साँप हुआ... Poetry Writing Challenge-2 · Doha · Rajeev Namdeo Rana LidhorI · दोहा · राजीव नामदेव राना लिधौरी · सांप 2 143 Share Taj Mohammad 12 Feb 2024 · 1 min read वक्त सा गुजर गया है। कभी कभी उसे भी याद करके जी लेता हूं। जो आ करके मेरी जिन्दगी में वक्त सा गुजर गया है।।1।। मैं मशगूल था बड़ा अपनी तन्हा जिंदगी में। आज यादो... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 150 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 12 Feb 2024 · 1 min read दोहा-प्रहार *हिंदी दोहा दिवस , विषय - प्रहार* #राना कर सकती कलम , जाकर वहाँ प्रहार | जहाँ व्यवस्था लूट का , करती हो व्यापार || अब प्रहार दिखते नहीं ,... Poetry Writing Challenge-2 · Rajeev Namdeo Rana LidhorI · कविता · दोहा · प्रहार · राजीव नामदेव राना लिधौरी 2 136 Share Taj Mohammad 12 Feb 2024 · 1 min read तमाम उम्र काट दी है। अच्छा किया तुमने हमारा दिल तोड़कर। क्या खूब वफा निभाई हमको तन्हा छोड़कर।।1।। थोड़े से गम क्या मिले तुम परेशां हो गए। हमने तमाम उम्र काट दी है यूं इनको... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 131 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 12 Feb 2024 · 1 min read दोहा-सुराज हिंदी दोहा दिवस - विषय - सुराज #राना सबकी कल्पना , आशा करते लोग | देखूँ हिन्दुस्तान में , हो सुराज का योग || गाँधी का सपना रहा , आजादी... Poetry Writing Challenge-2 · Doha · Rajeev Namdeo Rana LidhorI · दोहा · राजीव नामदेव राना लिधौरी · सुराज 2 150 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 12 Feb 2024 · 1 min read आज की बेटियां आज की बेटियों में हैं कुछ इस तरह जो माता-पिता का मान-सम्मान बढ़ाती हैं और कुछ ऐसी बेटियाँ भी हैं जो माता-पिता का मान-सम्मान घटाती हैं जीवन में उत्तम कार्य... Poetry Writing Challenge-2 109 Share Nmita Sharma 12 Feb 2024 · 1 min read कविता नवदुर्गा के नौ दोहे प्रथम दिवस करें वंदना,शैलसुता कहलाए। करमेंकमल त्रिशूल है,सुर नर मुनि जय गाए।। माला कमण्डल धारणी,ब्रह्मचारणी मात। धवलरूप जगतारणी,तप में रत दिन-रात।। कनकवदन सिंहवासिनी,अर्द्धशशी शुभ माथ। चंद्रघंटा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 63 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 12 Feb 2024 · 1 min read दोहे -लालची *हिन्दी दोहा विषय- लालची* राना देखा लालची , बस पैसौ का मीत | दौलत पाकर मानता , है अब मेरी जीत || देख लालची द्रब्य को , लालच के भर... Poetry Writing Challenge-2 · Doha · Rajeev Namdeo Rana LidhorI · कविता · दोहा · लालची 2 139 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 12 Feb 2024 · 1 min read दोहा- अभियान हिंदी दोहा - अभियान राना जीवन में सदा , करना है उत्थान | चंद्रयान -सा तब रखो , अपने उर अभियान || सफल आप राना रहें , रखना कर्म प्रधान... Poetry Writing Challenge-2 · Rajeev Namdeo Rana LidhorI · अभियान · कविता · चंद्रयान-3 · दोहा 2 152 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 12 Feb 2024 · 1 min read दोहे- चार क़दम हिन्दी दोहा विषय- चार कदम चार दिना की जिंदगी , चार कदम के खेल | #राना अब सत्कर्म की ,जल्दी पकड़ो रेल || चार कदम #राना चलो , करो चार... Poetry Writing Challenge-2 · Doha · Rajeev Namdeo Rana LidhorI · कविता · दोहा · राजीव नामदेव राना लिधौरी 2 111 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 12 Feb 2024 · 1 min read दोहे- चरित्र *हिन्दी दोहा विषय - चरित्र* जब चरित्र बिकने लगे , धन की हो भरमार | राना तब होने लगे , पापों का व्यापार || पुष्प लगानें जब लगें , अपने... Poetry Writing Challenge-2 · Doha · Rajeev Namdeo Rana LidhorI · चरित्र · दोहा · राजीव नामदेव राना लिधौरी 2 288 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 12 Feb 2024 · 1 min read दोहे- शक्ति *हिंदी दोहा दिवस , विषय - शक्ति* लगी लखन को शक्ति जब ,युद्ध क्षेत्र मैदान | लाए थे संजीवनी , #राना तब हनुमान || जहाँ शक्ति का वास हो ,... Poetry Writing Challenge-2 · Doha · Rajeev Namdeo Rana LidhorI · दोहा · राजीव नामदेव राना लिधौरी · शक्ति 2 169 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 12 Feb 2024 · 1 min read दोहे बिषय-सनातन/सनातनी *हिन्दी दोहा विषय - सनातन / सनातनी* सनातनी #राना सदा , है भारत की भूम | वंदन करते सब यहाँ , माटी लेते चूम || सुने सनातन नाम जब ,... Poetry Writing Challenge-2 · Rajeev Namdeo Rana LidhorI · दोहा · राजीव नामदेव राना लिधौरी · सनातन · सनातनी 2 1 157 Share विजय कुमार अग्रवाल 12 Feb 2024 · 1 min read मानवता मत करना विश्वास कभी भी,चापलूस और गद्दारों पर। हर व्यक्ति को चलना होता है,केवल अपने ही पैरों पर।। भार कभी नहीं पड़ने देना ,अपनों का कभी गैरों पर। साथ सभी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 147 Share Dr. Vaishali Verma 12 Feb 2024 · 1 min read *फिर उठोगे* आज बिखरे हो,कल एक नयी किरण के साथ फिर उठोगे। जो बैठ गया थककर फिर एक दिन उड़ान भरोगे रुकी हुई मंज़िल को फिर से पाने का हौसला रखोगे। आज... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 80 Share Arvina 12 Feb 2024 · 1 min read मैं कौन हूं मैं कौन हूं तुम ने कहा मैं कौन हूँ मैं बच्चों की माँ हूँ हर रिश्ते में समाई हूँ फिर भी प्रश्न है कि मैं कौन हूँ मैं घर का... Poetry Writing Challenge-2 61 Share Arvina 12 Feb 2024 · 1 min read तुम कविता हो तुम कविता हो लफ्ज़ में लिपटी कविता बहे मध्यम बयार सी ऊँचाईयों को छूकर गुज़रती कभी गुलाबो सी महकती पन्नों पर हाले दिल बया करती स्याही को माध्यम बनाकर बातों... Poetry Writing Challenge-2 100 Share Arvina 12 Feb 2024 · 1 min read मेरे पिता मेरे पिता भोर की नींद को त्याग एक कप चाय को सुड़क अखबार बांटते मेरे पिता उनके साइकिल चलाने से हमारा घर खर्च चलता था वह मुझे जगाते पढ़ने बैठा... Poetry Writing Challenge-2 60 Share Arvina 12 Feb 2024 · 1 min read अग्निपथ अग्निपथ अग्निपथ पथ पर बढ़े चलो बढ़े चलो योद्धा हो तो अग्निपथ पर बढ़े चलो रुको नहीं डिगो नहीं नया सफर है रास्ता अंजान हो , सामने पडाड हो जौर... Poetry Writing Challenge-2 66 Share Arvina 12 Feb 2024 · 1 min read सावन झड़ी सावन झड़ी लागी उमड़ घुमड़ आए बदरा चहुं ओर छाए बदरा बिजुरी भी चमकन लागी आई भीगी ऋतु सुहावनी देखो कितनी मनभावन लागी सावन की झड़ी लागी गौरी झूलन को... Poetry Writing Challenge-2 58 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 1 min read जीवन और रंग निर्गुण गीत - - - - - किस रंग रंग लूँ अपनी चुनरिया कौन से रंग में रंग लूँ चुनरिया!! किस रंग रंग लूँ अपनी चुनरिया कौन से रंग में... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 153 Share Previous Page 42 Next