Posts Poetry Writing Challenge-2 210 authors · 4349 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 40 Next DR ARUN KUMAR SHASTRI 14 Feb 2024 · 2 min read *जीवन सिखाता है लेकिन चुनौतियां पहले* शीर्षक – जीवन सिखाता है लेकिन चुनौतियां पहले लेखक – डॉ. अरुण कुमार शास्त्री – पूर्व निदेशक वह मृत्युभय से, तो भाई सबको डराता है । कोई भी अवस्था हो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 110 Share Sandeep Pande 14 Feb 2024 · 1 min read हाइकु - 1 हार ना जीत जीवन बस जंग करे संघर्ष संदीप पांडे "शिष्य " अजमेर Poetry Writing Challenge-2 · कविता · हाइकु 3 147 Share Kuldeep mishra (KD) 14 Feb 2024 · 1 min read प्रभु राम अवध वापस आये। भारत के प्राण ,महाप्राण, प्रभु रामलला,फिर मुस्काये। सब के फिर से भाग्य जागे, प्रभु राम अवध वापस आये। दशको प्रभु वनवास रहे, भक्त बहुत उदास रहे। आस नहीं किसी ने... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 134 Share Rajesh Kumar Kaurav 14 Feb 2024 · 1 min read #धरती के देवता #धरती के देवता #कविता (व्यंग्य वाण) धरती के भगवान अब पत्र पुष्प नहीं चाहते चढोत्री के रूप में छिपकर रिश्वत मांगते नेता हो चाहे अधिकारी लिपकीय सेवक कर्मचारी भगवान स्वयं... Poetry Writing Challenge-2 118 Share Rajesh Kumar Kaurav 14 Feb 2024 · 1 min read #विषय उत्साह #विषय उत्साह #विधा चौपाई अति उत्साह देश में भाई। चहुंओर अब राम दुहाई ।। राम चन्द्र बैठें सिंहासन । राम राज्य सा हो अनुशासन।। बैर भाव सब त्यागें लोगा। ईश... Poetry Writing Challenge-2 42 Share Kuldeep mishra (KD) 14 Feb 2024 · 1 min read बॉर्डर पर जवान खड़ा है। ठंड लग रही बड़ी जोर से, हाड़ कांपता चहुँ ओर से। फिर भी सीना तान खड़ा है, बॉर्डर पर जवान खड़ा है। मन तो उसका भी है करता, ओढ़ रजाई... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 142 Share Kuldeep mishra (KD) 14 Feb 2024 · 1 min read सरस्वती वंदना । हे मैया ,शारदे माँ हे मैया ,शारदे माँ, ज्ञान दे ,विज्ञान दे। तम को दूर कर सकूं , मुझको ये वरदान दे। मुझको हे वागीश्वर।, लाड़ दे , दुलार दे। कठिनाइयों से लड़ने का,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 392 Share शशि कांत श्रीवास्तव 14 Feb 2024 · 1 min read उदास राहें *उदास_राहें* ********** सूनी -सी ,उदास ये राहें दीखती हैं दूर तलक अंतहीन छोर तक | सूनी -सूनी अँखियों से निहारूं हर रोज़ , जब से गये उस राह से तुम... Poetry Writing Challenge-2 1 58 Share Neelam Sharma 14 Feb 2024 · 1 min read जय मां ँँशारदे 🙏 शब्द भावों को सहेजें शारदे माँ ज्ञान दो। छंद गीतों में पिरो दूँ मातु ब्राह्मी भान दो।। कर्मयोगी मैं बनूँ री! है यही माँ कामना। शौर्य गाथा मैं लिखूँ हो... Poetry Writing Challenge-2 · माँ सरस्वती 158 Share पूर्वार्थ 14 Feb 2024 · 1 min read वक्त मेरे पास कोई अपना नहीं था अपनों के साथ कोई सपना नहीं था मंजिलें अनगिनत थी कोई नाम नहीं था मंजिलों के आगे कोई साथ नहीं था ! मैं खोजता... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 75 Share ज्योति 14 Feb 2024 · 1 min read ” आसान नही होता है “ अंजाने से बात ना करने की सलाह देने वाले, अजनबी के साथ ना जाने के संस्कार देने वाले, पिता का एक अनोखा चेहरा होता है । जिंदगी भर के लिए,... Poetry Writing Challenge-2 1 88 Share DrAmit Sharma 'Snehi' 13 Feb 2024 · 1 min read वक्त मायूस क्यों होता है, वक्त ही तो है बदल जाएगा, आज अंधेरा घेरे सा है, तू बिखेर मुस्कुराहट की चमक, ये 'सवेरे सा' निखर जाएगा । बस थोड़ी सी तपन... Poetry Writing Challenge-2 1 75 Share Pallavi Mishra 13 Feb 2024 · 1 min read *तजुर्बा* दिलों से ईर्ष्या, द्वेष, नफ़रत, हटा कर तो देखो - ज़िन्दगी का हर लम्हा खूबसूरत है, मेरे तजुर्बे को कभी आज़मा कर तो देखो - जियो तो ऐसे, जैसे -... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 161 Share Rajesh Kumar Kaurav 13 Feb 2024 · 1 min read श्री राम राम स्वयं परमात्मा,जीव अंश जग आत्मा, सबके मन में बास,दूर मत खोजिए। आस्था श्रद्धा व विश्वास,राम दर्शन की आस, दुर्लभ मानव जन्म,राम भज लीजिए। ख़ुद को लो पहचान,देव रूप है... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 71 Share Poonam Matia 13 Feb 2024 · 1 min read *नमस्तुभ्यं! नमस्तुभ्यं! रिपुदमन नमस्तुभ्यं!* पीड़ित-प्रताड़ित मानव ने जब-जब लगाई गुहार तब-तब ही हुई अवतरित, शक्ति ने किया आततायी-संहार| चक्रधर ने भी ज्यों त्याग निद्रा किया चक्र-संधान हुए नयन तुम्हारे भी प्रज्ज्वलित अग्नि समान| कोई... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 4 2 683 Share Rajesh Kumar Kaurav 13 Feb 2024 · 1 min read गणेश वंदना उमासुत विनायक , देवों के आप नायक, प्रथम पूजा आपकी, स्वीकार तो कीजिए । लीला है अपरंपार , आदि देव अवतार , एकदंत गजानन , दर्शन तो दीजिए । श्री... Poetry Writing Challenge-2 89 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 13 Feb 2024 · 1 min read 20, 🌻बसन्त पंचमी🌻 🌻बसन्त-पंचमी🌻 जब शरद् ऋतु की ठिठुरन... हो जाती है कम, पतझड़ का भी... होने लगता अंत, तब हर वर्ष... आता है "बसन्त"। जैसे पतझड़ में... पुराने पत्ते जाते हैं झड़,... Poetry Writing Challenge-2 141 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 13 Feb 2024 · 1 min read 19, स्वतंत्रता दिवस 🇮🇳स्वतंत्रता दिवस 🇮🇳 आजादी के जश्न में.... सर फक्र से उठ जाते हैं। शहीदों को याद कर... शीश स्वत: झुक जाते हैं। जहां डाल-डाल पर सोने के... पंछी घरोंदे बनाते... Poetry Writing Challenge-2 206 Share Ghanshyam Poddar 13 Feb 2024 · 1 min read बदलता मौसम सर्दी गई गर्मी आई। रातें छोटी दिन बड़ी हुई। रिजाई बांधी पंखा चली। धूप कड़ी छांव भली । सुबह की अब स्कूल हुई । मलय पवन खूब चली । जरूरी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 136 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 13 Feb 2024 · 1 min read मातु शारदे वंदना मातु शारदे वंदना,करता जग है आज। रहती माता की कृपा,रहता सुंदर साज। रहता सुंदर साज,सोच उत्तम बन जाती। हो विद्या शृंगार,बुद्धि नव ऊर्जा पाती। विनय करे नित ओम,मातु उत्तम विचार... Poetry Writing Challenge-2 · कुण्डलिया 2 158 Share Pallavi Mishra 13 Feb 2024 · 1 min read *आख़िर कब तक?* जिस देश में पूजा होती है माँ शारदे, दुर्गे, लक्ष्मी की - उस देश की बालाएँ क्यूँ रहती सहमी सहमी सी - नन्हीं बालिका हो, किशोरी, नवयौवना हो या हो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 100 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 25. जी पाता हूँ ख्वाबों की कश्ती लेकर मैं जब दूर कहीं खो जाता हूं, क्षितिज पर हर बार तुमसे फिर भी मिल ही जाता हूँ। काली ज़ुल्फ़ों में तेरी एक मधुर सी बरखा... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi · Ishq Shayari · कविता 113 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 24. इल्जाम गुज़री यादों का आगाज़ नहीं करते हैं, चलो छोड़ो इसपे बात नहीं करते हैं; वैसे भी कुछ हासिल नहीं होता, बादल नहीं बरसात बयां करते हैं। इबादत सी उकेरी गई... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi · कठिन जीवन · कविता 98 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 23. गुनाह मतलब के सब रास्ते हैं, बेमतलब इस दुनिया में; अब साथ नहीं तो कहते हैं, ये भी गुनाह तुम्हारा है। चमकते रास्तों से कट गई, जो गाँव जाने की वो... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi · कविता 101 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 22. खत कभी लिफ़ाफ़ों में छुपाकर रख देते थे, कभी कोरा ही सजाकर रख देते थे; खतों का दौर वो कुछ और हुआ करता था, दलीलों दुआओं को भी बयां कर रख... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi · Ishq Shayari · कविता 82 Share Seema gupta,Alwar 13 Feb 2024 · 1 min read खुद पहचान क्या तुम खुद को पहचान सके अपनी क्षमता को जान सके मत भूलो अपने अस्तित्व को और अपने हुनर से प्यार कर समय नहीं मिला पहले मत हारो उम्र निकल... Poetry Writing Challenge-2 86 Share Seema gupta,Alwar 13 Feb 2024 · 1 min read -क्या कहूं भला मैं !! - क्या कहूं भला मैं ?? यह कैसा तेरा प्यार नित नूतन अवतार। बनावटी बातों से सजा व्यंग तानों से कसा। मन में आग भरी अति नयन झलकाते पानी। पर,... Poetry Writing Challenge-2 1 70 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 21. तलाश शब्दावली नहीं करती बयां मेरी कितनी तकलीफें रहीं , ये तो उनके दर्द को कहती है जिनको कहना था बाकी रहा। स्याही तुम्हारे होंठों सी गुलाबी नहीं होती थी कभी... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi · Ishq Shayari · कविता 87 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 20. सादा खाली करने लगा हूँ दिल को मैं तुझसे, जब से तेरे इश्क से मुखौटा हटाया है; खुशी नहीं मिलती है अब खुशियां मनाने से, ग़म के सागर में जब से... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi · Ishq Shayari · कविता 113 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 19. कहानी मेरे मयखाने में दस्तक देने अब आए ना कोई, यहाँ बस मय और मैं ही रह गया और दास्तां मेरी। मेरे ज़िक्र में अपनी निशानी अब ढूँढोगी कैसे, तेरा भी... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi · Ishq Shayari · Pyar · कविता · घुमंतू 93 Share Sanjay ' शून्य' 13 Feb 2024 · 1 min read सूरत बदलेगी तेरी सूरत, खुद के संवारने से। ख़ाक न बदलेगा, यूं सेखी बघारने से।। काम करो खुदपर, छोड़ो फिजूल बातें। दिनरात एक कर दो, जबतक बने न बातें।। यदि बात... Poetry Writing Challenge-2 1 75 Share Pallavi Mishra 13 Feb 2024 · 2 min read *यक्ष प्रश्न* दरिंदगी की हो गई है पराकाष्ठा - हर रोज़ हो रहा है, दिल दहला देने वाला कोई न कोई हादसा - इंसानों के वेश में नर-पिशाच हैं घूम रहे -... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 99 Share Pallavi Mishra 13 Feb 2024 · 2 min read *दिल्ली* दिल्ली की रफ़्तार देख लो - इसकी सर्पिल सड़कों पर दौड़ती-फिरती मेट्रो, बाइक, कार देख लो - सबके सब यहाँ जल्दी में हैं, न जाने कहाँ है मंज़िल सबकी? -... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 82 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 18. कन्नौज मैं रोम-रोम तेरी परछाई समेटे हूँ जी रहा, तू आसमां का एक सितारा और मैं जुगनू तेरा। मेरे सीने की हर धड़कन तेरा ही नाम लेती है, तू है अशकों... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi · Ishq Shayari · कविता 171 Share नेहा शर्मा 'नेह' 13 Feb 2024 · 1 min read 20) दिल ऐ दिले-नादान क्यूँ मुज़्तरिब है इस कदर !! क्यूँ ख़ुद भी और मुझे भी सुकून नहीं लेने देता !! खुदा के वास्ते न कर याद उसे, फुरसत नहीं एक लम्हा... Poetry Writing Challenge-2 1 88 Share नेहा शर्मा 'नेह' 13 Feb 2024 · 1 min read 19) एहसास खुशकिस्मत हैं यह चांद तारे, दीदार तेरा नसीब है जिन्हें। दुआ है मेरी मैं भी इक सितारा बन कर, रात की पुरसुकूं फिज़ा में, तन्हाई के उन खामोश लम्हों में,... Poetry Writing Challenge-2 1 142 Share नेहा शर्मा 'नेह' 13 Feb 2024 · 1 min read 18) ख़्वाहिश अक्सर जब दर्दे-मुहब्बत लिए तन्हा तेरे इंतज़ार में बैठी होती हूँ तो तेरी याद गम को साथ लिए तेरे न आने का अंदेशा देती है। उस लम्हा मेरे ज़ेहन में... Poetry Writing Challenge-2 1 151 Share नेहा शर्मा 'नेह' 13 Feb 2024 · 2 min read 17) ऐ मेरी ज़िंदगी... ऐ मेरी ज़िंदगी सुन, सुन तू हाल-ए-दिल मेरा, मुखातिब हूँ आज तुझी से ऐ मेरी ज़िंदगी... सोचा था तुझसे बेहतर, तुझसे बढ़कर, तुझसे प्यारा, सच्चा हमदम नहीं दुनिया में कोई,... Poetry Writing Challenge-2 1 72 Share नेहा शर्मा 'नेह' 13 Feb 2024 · 1 min read 16) अभी बाकी है... किताब-ए-ज़िंदगी में पहला पन्ना तेरे नाम का, अभी तो कहानी लिखना बाकी है। ज़िंदगी की उलझनों में कुछ इस कदर उलझ गए हैं, कि उम्र तो कट गई पर ज़िंदगी... Poetry Writing Challenge-2 1 80 Share नेहा शर्मा 'नेह' 13 Feb 2024 · 1 min read 15) मेरे जीवन का रोशन पहलू मेरे जीवन का रोशन पहलू कौन सा था? कैसा था? याद नहीं। याद है तो इतना ही कि इक रोशनी आई थी ज़िंदगी में मेरी... मुहब्बत की रोशनी मगर खो... Poetry Writing Challenge-2 1 111 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 17. बेखबर इंतहाँ चाहत की तुम्ही से ना होगी क्यूँ मगर, इश्क के गलियारों में बिखरे हैं सपने दरबदर; ना देखो तुम मुझे अश्क में डूबे इस कदर, नज़र - नज़र में... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 105 Share नेहा शर्मा 'नेह' 13 Feb 2024 · 1 min read 14) अक्सर सोचती हूँ... तन्हाई तड़पाने लगती है जब मुझे, रात काली नागिन सी डसने लगती है जब मुझे, तेरे दीदार की हसरत लिए अक्सर सोचती हूँ मैं.... इक हवा का झौंका होती मैं,... Poetry Writing Challenge-2 1 52 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 16. आग सिर्फ सूरज की तपिश में तुम सच को ढूंढा मत करो, काले घने बदल भी सच के साथी होते हैं। बातें तुम्हारी सारी मैं दिल में छुपा लेता मगर, विस्मृत... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi · कविता 106 Share नेहा शर्मा 'नेह' 13 Feb 2024 · 1 min read 13) परवाज़ कब कबूल हुआ है ज़माने को, तक़दीर को हमारा मिलन। खौफे-रुस्वाई ने भी तो ज़माने का ही साथ दिया हरदम। किनारा कर सकूँ तुमसे दिल को गवारा न हुआ कभी,... Poetry Writing Challenge-2 1 55 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 15. गिरेबान पर्दें जो हैं ज़ुबान पर दुनियादारी के नाम पर , वो भी धुंधला जाते हैं जब हम तन्हा होते हैं। उन्हीं पलों में उठता है राख मेरे मृत भावों का,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 113 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 14. आवारा हूँ खड़ा मैं नदी का किनारा, तन्हा अधमरा बोझिल बेचारा, बेलों के घने कुछ गुच्छे झूलकर देते दो पल सहारा। डूबते किनारों को राह दिखाते हैं, चटकते पहाड़ दरखते दोबारा,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 116 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 13. पुष्पों की क्यारी पुष्पों की क्यारी नोंचकर तुम गढ़ते हो टूटे दिलों की फौज, दिल तो उनके भी टूटे ही थे जो इज़हार में फूल ला ना सके। उनके हाँ का मतलब अब... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 112 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 12. घर का दरवाज़ा साँचा मेरे मन-मंदिर का क्यूँ ऐसे गढ़ा था कभी, सच की आग में तपकर भी झूठे फूल से टूट गया। रेत को फूँका भट्टी में जब तब कहीं कांच को... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 126 Share Kanchan Khanna 13 Feb 2024 · 1 min read चाँद से मुलाकात पहले चाँद आता था छत पर हर रात साथ लिए झिलमिल तारों की बारात होती थी कभी गंभीर कभी छुटपुट सी बात। कभी अचानक से यूं ही दिखता था आँगन... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 197 Share Kanchan Khanna 13 Feb 2024 · 1 min read सहारे सूरज कहाँ, चाँद कहाँ, तारे कहाँ, रोशन करें महफिल वो नजारे कहाँ? हर आदमी आज जीता है अपने लिए, वतन की खातिर जिऐं-मरें वो दुलारे कहाँ? एक इस पार तो... Poetry Writing Challenge-2 · गजल सी रचना 1 190 Share Previous Page 40 Next