Posts Poetry Writing Challenge-2 210 authors · 4349 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 23 Next भूरचन्द जयपाल 18 Feb 2024 · 1 min read *होंश खोकर जिंदगी कभी अपनी नहीं होती* मत कर खत्म जिंदगी की महक महखाने में जाकर लौट कर जब तलक आयेगा चूमेंगे तुम्हारा वदन गली के सब श्वान मिलकर महक का आभास लेंगे गिरकर गली के उस... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 107 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 18 Feb 2024 · 1 min read अच्छे बच्चे अच्छे बच्चे खेलते-कूदते अच्छे हम पढ़ाई भी करते खूब हम। होमवर्क से कभी न डरते सदा समय पर पूरा करते। गुरुजनों के शाबाशी पाते सभी शिक्षक हमको हैं भाते। परीक्षा... Poetry Writing Challenge-2 · अच्छे बच्चे · कविता · बाल कविता 147 Share भूरचन्द जयपाल 18 Feb 2024 · 2 min read * एक ओर अम्बेडकर की आवश्यकता * एक ऐसा शख़्स जो अभावो में पला यह नहीं कह सकते हम क्योंकि वह अभावों को ठेलता हुआ आगे निकला वक्त का सीना चीरते समाज-ए-चिराग सा वक्त के सघन अँधेरे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 87 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 18 Feb 2024 · 1 min read मेरे जैसा मेरे जैसा कुकड़ूँ कूँ कर मुर्गा बोला जागो तुम भी मेरे जैसा। किरण बिखेरता सूरज बोला चमको तुम भी मेरे जैसा। हँसते हुए फूल बोला हँसते रहना सदा मेरे जैसा।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · बाल कविता · मुर्गा 1 155 Share भूरचन्द जयपाल 18 Feb 2024 · 1 min read * यह टूटती शाखाऐं है * *** यह उस पेड़ की टूटती हुई शाखाऐं है वृद्ध हो चुका है वह जीर्ण हो चुका है यह शाखाऐं छोड़ती हुई नज़र आती है उसे अपने में समाये रखने... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 78 Share भूरचन्द जयपाल 18 Feb 2024 · 2 min read * ये संस्कार आज कहाँ चले जा रहे है ? * ** ये संस्कार आज कहाँ चले जा रहे है हम आज ख़ुद-ब-खुद छले जा रहे हैं पाते संस्कार शाला-परिवार पा रहे हैं सुसंस्कार – कारखाने कहां जा रहे हैं।। *****... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 120 Share भूरचन्द जयपाल 18 Feb 2024 · 1 min read * शब्दों की क्या औक़ात ? * शब्दों की क्या औकात वक्त बोलता है वक्त का मारा कहां-कहां नहीं डोलता है आदमी जुबां कब खोलता है बेचारा नपा-तुला ही बोलता है ।। वक्त मज़बूत कर देता आदमी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 87 Share भूरचन्द जयपाल 18 Feb 2024 · 1 min read * चतु-रंग झंडे में है * चतु-रंग झंडे में है तीन जिसमें अहम चौथा रंग रहा गौण इनको बड़ा अहम विकास-चक्र चलता वह नील- रंग है रंगों-रंग पिसता-घिसता नील है अहम।। वह अशोक-चक्र सबका का करता... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 79 Share भूरचन्द जयपाल 18 Feb 2024 · 1 min read ऐ पत्नी ! ऐ पत्नी ! तुम अज़ब ग़ज़ब हो रहता पास जब मैं तेरे तो, तुम ज़ुल्म ढहाती हो जुबां से तुम कनफोड़वा-सी कान फोड़ती ।। ऐ पत्नी ! तुम ग़ज़ब ढहाती... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 150 Share भूरचन्द जयपाल 18 Feb 2024 · 1 min read * मेरी पत्नी * मेरी पत्नी आज-कल बहुत पढ़ती है मन ही मन बहुत कुछ,कुछ गढ़ती है नाख़ुश जो आजकल मुझसे रहती है कविता मेरी ही रटरट बहुत पढ़ती है।। गढ़ती है मन में... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 168 Share rajesh Purohit 18 Feb 2024 · 1 min read दीवानी कान्हा की दीवानी कान्हा की ************** मैं हुई बावरी कान्हा के दरस की मैं हुई दीवानी कान्हा की बंसी की मैं हुई पागल कान्हा के महारास की मैं हुई बावली कान्हा की... Poetry Writing Challenge-2 1 132 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 18 Feb 2024 · 1 min read आई वर्षा आई वर्षा """""""" अहा आई बरसाती बहार हुआ सुखी सकल संसार नहीं पानी का आर-पार। गगन में छाया घनघोर भर गया पानी चारों ओर खुशी से मेंढक मचाए शोर। अब... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · बाल कविता · वर्षा 125 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 18 Feb 2024 · 1 min read हम बच्चे हम बच्चे नन्हे-नन्हे हाथ जोड़कर हम बच्चे माँगते वरदान। प्रभु हमको देना ऐसा ज्ञान कर सकें हम सबका सम्मान। पढ़-लिखकर हम बनें महान कभी न मन में आए अभिमान। बना... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · प्रार्थना · बाल कविता 173 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 18 Feb 2024 · 1 min read भारत हमारा भारत हमारा प्यारा भारत देश हमारा सबसे सुंदर सबसे प्यारा। इसके खेतों की हरियाली लाते जीवन में खुशहाली। कल-कल कर बहते झरने सबके मन को हैं ये हरते। नदी, वृक्ष,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · देशप्रेम · बाल कविता · भारत 112 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 18 Feb 2024 · 1 min read मेहनत मेहनत सोचते रहने से सोते रहने से बैठे रहने से गाल बजाने से कुछ हासिल नहीं होता है। जग हँसाई होती है। समय बीत जाता है। बाद में पछताना पड़ता... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · प्रेरक · बाल कविता · मेहनत 125 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 18 Feb 2024 · 1 min read परीक्षा परीक्षा निकट आता है जब परीक्षा का सीजन बढ़ जाता है तब बच्चों का टेंशन परीक्षा के नाम से होते हैं सब परेशान । कभी होता है पेट में दर्द... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · परीक्षा · बच्चे · बाल कविता 153 Share Shutisha Rajput 18 Feb 2024 · 1 min read मेले की धूम मेला आता है का साल बाद , इसमें आने को होता है हर मन बेताब। मेले की धूम होती है इतनी अनोखी, तभी तो इसे दूर-दूर से देखने आते हैं... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 68 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 18 Feb 2024 · 1 min read बच्चे बच्चे हम छोटे-छोटे बच्चे हैं हम मन के पूरे सच्चे हैं नहीं अकल के कच्चे हैं। खूब पढ़ेंगे हम खूब पढ़ेंगे आगे बढ़ेंगे, बढ़ते ही रहेंगे जग में अपना खूब... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · बच्चे · बाल कविता 142 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 18 Feb 2024 · 1 min read *अब मान भी जाओ* क्यों नाराज़ हो मुझसे इस कदर तुम देखते ही मुँह फेर लेते हो आजकल तुम लगता नहीं तेरे बिना मेरा दिल भी कहीं अब बहुत हुई नाराज़गी, मान जाओ न... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi Poem · Poetry · कविता · गीत 6 1 548 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 18 Feb 2024 · 1 min read * तू जो चाहता है* कब तक फ़िक्र करता रहेगा ज़माने की उसे तो आदत है बढ़ता देख, तुझे गिराने की जब तू चाहता है तो क्या डर है तुम्हें घड़ी आ गई है अब... Poetry Writing Challenge-2 · Love Poetry · Poetry · कविता 125 Share Shutisha Rajput 18 Feb 2024 · 1 min read जिंदगी है एक खेल जिंदगी है एक खेल अनोखा , तभी तो इसमें बड़े - बड़े , इन्सान भी खा जाते हैं धोखा। जिंदगी की रफ्तार है बड़ी तेज, तभी तो इसका नहीं कही... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 84 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 18 Feb 2024 · 1 min read *क्यों ये दिल मानता नहीं है* आँख भर जाती है याद में उसकी दिल तड़पता रहता है याद में उसकी कब होगा उसे अहसास इस बात का कोई जी रहा है याद में उसकी फिर भी... Poetry Writing Challenge-2 · Geet · Hindi Poetry · Poetry · कविता 4 1 511 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 18 Feb 2024 · 1 min read *समा जा दिल में मेरे* माना मैंने कि उसकी नज़रों में आज कोई किरदार नहीं है मेरा लेकिन वो जानता नहीं उसके बिना कोई वजूद नहीं है मेरा सपने देखता हूं जिसके मैं जानता हूं... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi Poem · Poetry · Shayari · कविता 5 1k Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 18 Feb 2024 · 1 min read *बेवफ़ा से इश्क़* है मुझे अब भी मोहब्बत जाने क्यों उस बेवफ़ा से मोहब्बत की उम्मीद है आज भी मुझे, उस बेवफ़ा से है इतना सा क़सूर मेरा जो हो गई मोहब्बत मुझे... Poetry Writing Challenge-2 · Love Poem · Love Poetry · Poetry · कविता 4 1 757 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 18 Feb 2024 · 1 min read बारिश बादल गरजे , बिजली चमके , झमाझम बरसे पानी , यही बारिश कहलाए ताल तलैया जल भरपूर , नदियों में आ जाती पूर , खेत गली पानी सब दूर ,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 130 Share goutam shaw 18 Feb 2024 · 1 min read पेड़ लगाना एक दिन क्यों ? प्रतिदिन पेड़ लगाना है सुंदर इस वसुधा को , रंगों से सजाना है ना कंटेनर से ऑक्सीजन लाना पड़े भविष्य में इसका भी समाधान निकालना है... Poetry Writing Challenge-2 162 Share VEDANTA PATEL 18 Feb 2024 · 1 min read *** कृष्ण रंग ही : प्रेम रंग....!!! *** "" प्रेम रंग ऐसा हो... राधे-माधव जैसा हो...! नयन दृष्टि से अगोचर... न किसी तृष्णा का असर...! आंखों पे, ना नजर हो... प्रेम में केवल कृष्ण ही रंग हो...! सूरत... Poetry Writing Challenge-2 220 Share विजय कुमार अग्रवाल 18 Feb 2024 · 1 min read पिता पिता परिवार के आँगन में खड़ा,बरगद का ऐसा पेड़ हैं। जिसके दम पर पल जाते है, सब बच्चे बनकर शेर हैं।। बनकर हिम्मत परिवार की, हौंसला हर सदस्य का पिता... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 186 Share VEDANTA PATEL 18 Feb 2024 · 1 min read *** बचपन : एक प्यारा पल....!!! *** "" बचपन भी...! कितना प्यारा पल है...!! वर्तमान के संदर्भ में कहें तो...! हर किसी का गुज़ारा हुआ कल है...!! न किसी से, अपनेपन का भाव...! न किसी से परायेपन... Poetry Writing Challenge-2 133 Share आर.एस. 'प्रीतम' 18 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल लगाया दिल तुझी से है मिली नज़रें हज़ारों से किसी को चाँद मिल जाए तो हसरत क्या सितारों से/1 मिरी बातें तुझे अच्छी लगे हैं आजकल सारी हँसी तेरी सदा... Poetry Writing Challenge-2 1 62 Share आर.एस. 'प्रीतम' 18 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल दीदार कर ज़नाब का आए मज़ा मुझे जिस पल रहूँ मैं दूर वही पल सज़ा मुझे/1 खिलते नहीं गुलाब बहारों के बिन कभी ये सोच के हुज़ूर गले से लगा... Poetry Writing Challenge-2 1 79 Share आर.एस. 'प्रीतम' 18 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल लगे हिंदी हमें प्यारी यही गौरव हमारा है बड़ी पावन मधुर इतनी कि ज्यों गंगा की धारा है/1 लिए शब्दों में गरिमा है लिए संस्कार किस्सों में दिखाए रोशनी इतनी... Poetry Writing Challenge-2 78 Share Basant Bhagawan Roy 18 Feb 2024 · 1 min read दे ऐसी स्वर हमें मैया दे ऐसी स्वर हमें मैया, करू तेरी वंदना हरपल। दे ऐसी सुर हमें मैया, करू तेरी वंदना हरपल।। माँ सज्ञान तू, मैं अज्ञान हूं आज तेरी शरण, आके विनती करू... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 187 Share VEDANTA PATEL 18 Feb 2024 · 1 min read *** सैर आसमान की....! *** "" आ चल विज्ञान-परी से... आसमान की सैर करते हैं...! चल अपने अरमान को... नील गगन में गढ़ते हैं...! नई विकल्प से, नये संकल्प... चल आसमानी रंग में रंगते हैं....!... Poetry Writing Challenge-2 129 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 18 Feb 2024 · 2 min read *जातक या संसार मा* डा . अरुण कुमार शास्त्री – एक अबोध बालक – अरुण अतृप्त * जातक या संसार मा * यदि शान्ति सुख चाहो तो मन को विस्थापित करो तँन काया इन्द्रिय... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 106 Share Basant Bhagawan Roy 18 Feb 2024 · 1 min read कोई ना होता है अपना माँ के सिवा कोई ना होता है अपना, माँ के सिवा। मेरी विनती है अम्बे माँ मुझे दर्शन दिखा।। माँ तू बेटा के, हर बातों को, समझ जाती है कष्ट होता है, अगर... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 164 Share Rahul Singh 18 Feb 2024 · 1 min read सुंदर पंक्ति झाँक रहे हैं इधर-उधर सब, अपने अंदर झांकें कौन ? ढूंढ़ रहे दुनियाँ में कमियां, अपने मन में ताके कौन ? सबके भीतर दर्द छुपा है, उसको अब ललकारे कौन... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 145 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 18 Feb 2024 · 2 min read *कौन है ये अबोध बालक* डॉ अरुण कुमार शास्त्री *कौन ये अबोध बालक* बहती नदी सा व्यक्तित्व है इस अबोध का ।। चाहो तो आप भी प्रेम से इक गोता, लगाइये ।। औपचारिकता प्रसंग ना,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 151 Share विजय कुमार अग्रवाल 18 Feb 2024 · 1 min read बेटी की शादी बेटी की शादी बेटी की शादी का जबसे विचार, देखो मेरे मन में आया है। बदल गया है वातावरण हमारी धर्मपत्नी ने हमें बताया है।। बहू बेटा और बेटी दामाद... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 103 Share Basant Bhagawan Roy 18 Feb 2024 · 1 min read ये बेटा तेरा मर जाएगा तुम छोरोगी, माँ साथ मेरा, ये बेटा तेरा मर जाएगा। टूटा जन्मों का नाता तेरा मेरा, तो बेटा तेरा मर जाएगा।। आँखों में बस, तेरी सूरत और दिल में, बसा... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 167 Share VEDANTA PATEL 18 Feb 2024 · 1 min read *** बिंदु और परिधि....!!! *** """ बिंदु.....! ( प्रेम प्रतिक ) , न कोई लंबाई, चौड़ाई, ऊंचाई... और न कोई माप...! न कोई आकार, आकृति, आयतन, क्षेत्रफल... और न कोई परिणाम...! एक "बिंदु" केंद्र बन...... Poetry Writing Challenge-2 196 Share Basant Bhagawan Roy 18 Feb 2024 · 1 min read हे माँ अम्बे रानी शेरावाली आया पहलीवार करते, तेरी जय जयकार हे माँ अम्बे रानी शेरावाली,सुनले पुकार हे माँ अम्बे रानी शेरावाली, करदे उद्धार । हे माँ अम्बे रानी शेरावाली।। जगजननी, जगपालक तूही, महिमा बड़ी... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 264 Share विजय कुमार अग्रवाल 18 Feb 2024 · 1 min read अयोध्या धाम धन्य मान लो देखो भाई अपने अयोध्या धाम को। वर्षों बाद आख़िर पहुँचाया है हमने अपने श्री राम को।। प्रण लेना है भारत के अब देखो हर इंसान को। समय... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 109 Share Mukesh Kumar Sonkar 18 Feb 2024 · 1 min read मंजिलें "मंजिलें" मंजिल को पा सकना भला कहीं आसान होता है, इसकी ओर बढ़ने वाली हर राहों में एक तूफान होता है। मंजिल को वही पाते हैं जो इन तूफानों से... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · टार्गेट · प्रयास · मंजिल · लक्ष्य 1 220 Share ओसमणी साहू 'ओश' 18 Feb 2024 · 1 min read "मिजाज़-ए-ओश" टूटी, बिखरी, सिमटी, जुड़ी और उठ खड़ी हुई। अपनी बुलंद इरादों से हर हार मुहाल करती हूं। वक्त, नज़ाकत और नज़रिए, चाहें हो जैसे बदले, पर आज भी मैं सख़्त... Poetry Writing Challenge-2 · अल्फाज़ ए ओश 5 1 107 Share Ghanshyam Poddar 18 Feb 2024 · 1 min read टिक टिक टिक टिक ! टिक ! टिक! धिक! धिक ! धिक! ठीक ! ठीक ! ठीक! चलती जाएं घड़ी। जब तक सोया रात रही, जगा जब प्रात: हुई, अस्ताचल के बाद सुबह... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 131 Share Jyoti Roshni 18 Feb 2024 · 1 min read दोस्तो को रूठकर जाने ना दो... संजोकर रखना बीते पलों को वो लम्हें दोबारा आते नहीं। पतझड़ में मुरझाने के बाद बागो में फिर वो फूल लहराते नहीं। दोस्तो को रूठकर जाने ना देना उनकी याद... Poetry Writing Challenge-2 88 Share ओसमणी साहू 'ओश' 18 Feb 2024 · 1 min read "याद" क्या बात है? एक अरसे बाद याद किए हो। ठुकराए थे बोलने की गुजारिश, आज खुद ही फ़रियाद किए हो। मतलब तो न रहा हमसे, हम पे क्यों वक्त बर्बाद... Poetry Writing Challenge-2 3 2 90 Share ओसमणी साहू 'ओश' 18 Feb 2024 · 1 min read "रफ़्तार पकड़ती ज़िंदगी" ठहरी - ठहरी सी ज़िंदगी, रफ़्तार पकड़ रही है। दुश्मन ठहराती कभी किसी को, कभी कोई यार पकड़ रही है। इसके बदलते रूप देख लगता है, कोई अईय्यार पकड़ रही... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · अल्फाज़ ए ओश 1 84 Share surenderpal vaidya 18 Feb 2024 · 1 min read * हिन्दी को ही * ** गीतिका ** ~~ हिन्दी को ही गले लगाएं, नित यह ध्यान धरें हम। अंग्रेजी का भूत भगाएं, यह शुभ कर्म करें हम। आजाद देश प्रिय भारत की, महिमा का... Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका · सार छंद · हिन्दी 2 1 143 Share Previous Page 23 Next