Posts Poetry Writing Challenge-2 210 authors · 4349 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 21 Next इंजी. संजय श्रीवास्तव 19 Feb 2024 · 1 min read पधारे राम अयोध्या में पधारे राम अयोध्या में पधारे राम अयोध्या में खुशी बिखरी है चारों ओर पधारे राम अयोध्या में खुशी बिखरी है चारों ओर सिया भी साथ अयोध्या में खुशी बिखरी है... Poetry Writing Challenge-2 73 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल तुमने पूँछा कैसा हूँ ? बगुले - सा चौकन्ना हूँ । जपती है दादी जिसको, उस माला का मनका हूँ । जैसा हँसते हैं पापा, बिल्कुल वैसा हँसता हूँ ।... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 2 149 Share भूरचन्द जयपाल 19 Feb 2024 · 1 min read * आख़िर भय क्यों ? * मौत के तांडव से आख़िर भय क्यों ? जिंदा इंसान कब था मरे से भय क्यों ? क्या मौत आने से ही मरता इंसान ? फिर आज ग़म-ग़मगीन इंसान क्यों... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 145 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल हमने इंसाँ में जो ज़हर देखा । साँप को उससे बेख़बर देखा । हमने इँसाँ में वो ज़हर देखा । साँप पर हो गया असर देखा । एक बच्चे से... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 3 2 142 Share भूरचन्द जयपाल 19 Feb 2024 · 1 min read * बडा भला आदमी था * काफिला चला जा रहा था मै उसके संग चलने की कोशिश कर रहा था वो बढ़ता ही जा रहा था मुझे पीछे छोड़ते हुए किसी एक ने भी पीछे मुड़कर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 155 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल एक मुद्दत तक सिरहाने ग़म रहा । इसलिए तकिया हमेशा नम रहा । रोज़ पढ़ना , रोज़ लिखना याद है, जो पढ़ा औ' जो लिखा वो कम रहा । दिल... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 2 107 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल दिल ये पहले से सजा रक्खा है । घर पै उनको जो बुला रक्खा है ।। वो तो आएँगे हवा की मानिंद, इसलिए दर ये खुला रक्खा है ।। खिड़कियाँ... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 1 154 Share भूरचन्द जयपाल 19 Feb 2024 · 1 min read * सागर किनारे * सागर किनारे खड़ी इक नदी सदी से इंतज़ार कर रही है मिलन हो ना पाया सागर से अब तक मैं तड़पूंगी कब तक अब सागर किनारे उठती है लहरे हिय-सागर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 58 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर रिश्तों में मुहब्बत के तिजारत नही करते। हम सिर्फ दिखावे की मुहब्बत नही करते। तू मांग मेरे हाथ को मां बाप से मिलकर। हम इश्क में अपनों से बगावत नही... Poetry Writing Challenge-2 103 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर तुमसे कब बे खबर रहा हूं मैं। सिर्फ रश्के सफर रहा हूं मैं। मैं कहानी का इक्तीबास सही। तज़किरे में मगर रहा हूं मैं। सच बताऊं,जो मान जाओ तुम। बिन... Poetry Writing Challenge-2 167 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर तड़प दिल में,ज़ुबां पे तिश्नगी¹,आंखो में पानी है। बहुत मासूम सा है इश्क़, ये पागल जवानी है। बहुत मुश्किल है इज़हारे मुहब्बत²,जां फिशानी³ है। तजस्सुस⁴ उसकी है,और बात भी मुझको... Poetry Writing Challenge-2 110 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल हाथ बाकी हैं कान बाकी है । पाँव चलते हैं जान बाकी है । गाते-गाते वो मर गया लेकिन, सुर भी बाकी है तान बाकी है । माँस है ख़ाक,जल... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 2 121 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर बे वजह बे सवाल रहता हूं। सोच कर बे खयाल रहता हूं। अपनी शर्तों पर जी रहा हूं मैं। इसलिए बेमिसाल रहता हूं। मैं मोहब्बत का एक परिंदा हूं। इश्क... Poetry Writing Challenge-2 107 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर कभी सपना कभी शीशा कभी दिल टूट जाता है। उसे जितना मनाता हूं वह उतना रूठ जाता है। ❤️ यहां जम्हूरियत के नाम पर हर बार चुनते हैं। मगर जो... Poetry Writing Challenge-2 99 Share भूरचन्द जयपाल 19 Feb 2024 · 1 min read * अरुणोदय * मेट स्याह रातों की कालिख रवि उदित होता देखो कवि-हृदय- प्रकाश देखो रश्मिरथी सूरज को देखो धीरे-धीरे आता है वह सागर के तट से उबर- उबर कर किरणें फैलाता अपनी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 90 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर तुम्हारे बिन किसी से राज साझा हो नही सकता। ज़माना सारा मिल जाए,पर तुमसा हो नहीं सकता। ❤️ किसी भी बे वफा से कोई रिश्ता मत निभाना तुम। जो तेरा... Poetry Writing Challenge-2 111 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल अभी हाथ में असर नहीं है । अभी पाँव में सफ़र नहीं है । कितना अमन चैन है बरपा ? मग़र कोई भी निडर नहीं है । अँधियारा है चकाचौंध... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 4 136 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर आपकी चाहत, मोहब्बत,उंसियत का है असर। आपने हमको दिया उस अहमियत का है असर। ❤️ जल उठी शमआ मोहब्बत की तो दिल रोशन हुआ। तब्दीलियां मुझ में, तेरी ही शख्सियत... Poetry Writing Challenge-2 2 161 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर वह एक शख्स जो देकर गया गुलाब मुझे। उसी का प्यार मयस्सर है बे हिसाब मुझे। ❤️ जो डूबा रहता है मस्ती में हर घड़ी हर पल। पिला दे साकी... Poetry Writing Challenge-2 1 108 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल हादसा - सा हो गया था । मैं जो , पैदा हो गया था । कर्ज़ चुकता हो गया था । फ़र्ज़ पूरा हो गया था । हसरतें अब भी... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 3 158 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर वह एक शक्स जो देकर गया गुलाब मुझे। उसी का प्यार मयस्सर है बे हिसाब मुझे। ❤️ जो डूबा रहता है मस्ती में हर घड़ी हर पल। पिला दे साकी... Poetry Writing Challenge-2 1 208 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर अहसास नहीं होता उसे अब कमर का दर्द। महसूस जिसने कर लिया है सारे घर का दर्द। बेटी चिमट गई मेरे सीने से आके जब। खुशियों में फिर बदल गया... Poetry Writing Challenge-2 198 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल चुभ रहे हैं रोज़ काँटे पाँव में । ठूँठ की छाया बची है गाँव में । साग है बेस्वाद दालें ख़ुश्क हैं, ऐंठते हैं पेट सबके आँव में । धूप... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 4 130 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर उम्र के मोड़ पे इस पीर का रोना आया। अब बुढ़ापे में इस तकदीर पे रोना आया। ❤️ काम था जिसको मिला मुल्क की हिफाज़त का। उसकी टूटी हुई शमशीर... Poetry Writing Challenge-2 139 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल पूर्व से कुछ और काला हो गया । ज़िन्दगी का रंग गहरा हो गया । जो हुआ,अच्छा हुआ,सब ठीक है, रात बीती और सबेरा हो गया । दर्द ने खोदा... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 2 121 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर करते हैं शबो रोज तमाशा मेरे आगे। चलता नही है ज़ोर किसी का मेरे आगे। ❤️ हिर्स ओ हवस का नही कायल है मेरा दिल। चलता नही किसी का भी... Poetry Writing Challenge-2 1 149 Share Ruchi Sharma 19 Feb 2024 · 1 min read सवाल आओ एक सवाल पूछे हम अपने आप से । सब कुछ होने के बाद भी क्या हम खुश हैं ,शांत है अपने अंतर्मन मन से । क्यों एक बेचैनी सी... Poetry Writing Challenge-2 2 100 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर ख़्वाब भी ऊंचे रहें, मंज़िल की तैयारी रहे। कामयाबी के लिए कोशिश बहुत सारी रहे। ❤️ इक न इक दिन दूर हो जायेगी सारी मुश्किलें। शर्त ये है बिन रुके... Poetry Writing Challenge-2 117 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर खुशी में भी हम अपने आंसुओं के साथ रहते हैं। मुकम्मल हम नही हैं खा़मियों के साथ रहते है। लगाकर आग बस्ती में, दिलासा बाद में देना। यह किस्से क्यों... Poetry Writing Challenge-2 120 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read सगीर गजल रात भर तुम को जगाने का सबब है कोई। दिल मेरा कहता है आंखों में तलब है कोई। 💖 आंच आती है तेरे हु़स्न की बेताबी से। ऐसा लगता है... Poetry Writing Challenge-2 156 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर गरीबों की शिकायत लाजमी है। अभी भी दूर उनसे रोशनी है। ❤️ अपना अपना सिर्फ करना। बताओ यह भी कोई जिंदगी है। ❤️ फरिश्ते सब लिख रहे है। सभी के... Poetry Writing Challenge-2 117 Share Ruchi Sharma 19 Feb 2024 · 1 min read परिवर्तन देखते ही देखते धूप छांव में बदल जाती है । जो चीज है अपनी वो पराई बन जाती है । परिवर्तन प्रकृति का नियम है ,शायद इसीलिए इंसानों की भी... Poetry Writing Challenge-2 2 74 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर हम हिंदी भाषी बने आओ ले संकल्प। हिंदी के समतुल्य में, नही कोई विकल्प । ❤️ अन्य सभी भाषा पढ़ें और बने विद्वान। हिंदी यदि आती नहीं, तो समझो है... Poetry Writing Challenge-2 1 123 Share Ruchi Sharma 19 Feb 2024 · 1 min read उम्मीद कौन कहता है हारकर इंसान टूटते हैं हम तो हारकर भी रोज अपने आप से लड़ते हैं पर होने से कुछ नहीं होता हौसले भी तो चाहिए , हम तो... Poetry Writing Challenge-2 1 95 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर सत्य अहिंसा योग का हम सभी संज्ञान लें। और विवेकानंद के आदर्श को पहचान लें। ❤️ यह धरा पुलकित हुई अवतरण उन का हुआ। योग के इस संत का मर्म... Poetry Writing Challenge-2 109 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर नफरतों से अब रिफाक़त पे असर पड़ता है। दिल में शक हो तो मुहब्बत में असर पड़ता है। ❤️ खुशु खुज़ू से अमल कोई भी करो साहिब। नेकियों से तो... Poetry Writing Challenge-2 178 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर आज सारे हिसाब कर दूंगा। तुझको मैं लाजवाब कर दूंगा। 🌹 दूध का दूध पानी का पानी। झूठ सब बेनकाब कर दूंगा। 🌷 जो भी रखते हैं नफरतें उनको। पेश... Poetry Writing Challenge-2 114 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर मेरा जीवन,मेरी सांसे सारा तोहफा तेरे नाम। मौसम की रंगीन मिज़ाजी,पछुवा पुरवा तेरे नाम। ❤️ सुर्ख गुलाबों का गुलदस्ता आ जा तुझको पेश करूं। सारी बगिया सारा बगीचा सारा दरीचा... Poetry Writing Challenge-2 1 145 Share Ruchi Sharma 19 Feb 2024 · 1 min read नन्हा बालक बरसात का मौसम जब आता है सबके चेहरे पर खुशी लेकर आता है पड़ती है जब नन्ही नन्ही फुहारे तो मन प्रफुलित हो जाता है ना जाने क्या-क्या सपने सजा... Poetry Writing Challenge-2 2 71 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर अपनी काविश से जो मंजिल को पाने लगते हैं। वो खारज़ार ही गुलशन बनाने लगते हैं। ❤️ जिन्हे भी फिक्र नहीं है अवामी मसले की। शोर संसद में वही तो... Poetry Writing Challenge-2 100 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर 2122 1122 1122 22/112 बिना काविश तो कोई भी खुशी आने से रही। ख्वाहिश ए नफ़्स कभी आगे बढ़ाने से रही। ❤️ ख्वाहिशें लज्ज़त ए दीदार जवां है अब तक।... Poetry Writing Challenge-2 2 171 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर महफिले लूट गया शोर शराबे के बगैर। कर गया सबको ही माइल वह तमाशे के बगैर। ❤️ गैरत मंदी में बहुत लोग नही कहते हैं। ज़रुरत मंदों को नही मिलता... Poetry Writing Challenge-2 2 203 Share Ruchi Sharma 19 Feb 2024 · 1 min read खूबी हर खूबी हो मुझमें ये जरूरी तो नही। मगर जितनी है वो कम भी तो नहीं, काश ये मिल जाता काश वो मिल जाता, निकालकर इस फेर से व्यर्थ कुंठाओं... Poetry Writing Challenge-2 1 85 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 19 Feb 2024 · 1 min read पर्यावरण प्रदूषित हो रहा दुनिया का पर्यावरण अब नहीं सुरक्षित पृथ्वी का आवरण अतः क्यों न जाएं हम प्रकृति की शरण तभी रुकेगा सजीव निर्जीवों का क्षरण मानव अपना लो अब... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 109 Share शशि कांत श्रीवास्तव 19 Feb 2024 · 1 min read शोर शोर ****** शोर... शोर ही तो है चीख...चिल्लाहट...विलाप ये ही तो प्रकार हैं शोर के, दिखता है... मचलता है एक उन्मादी की तरह क्योंकि शोर खुद में एक उन्माद है,... Poetry Writing Challenge-2 3 109 Share शशि कांत श्रीवास्तव 19 Feb 2024 · 1 min read जीवन नैया जीवन नैया ************ लेकर अपनी जीवन नैया चल पड़े क्षितिज के उस पार, बीत रही है जीवन की संध्या तेरे इस संसृति में मेरी, चल दिया दिवाकर संग मेरे राह... Poetry Writing Challenge-2 2 96 Share Ruchi Sharma 19 Feb 2024 · 1 min read सिलसिला क्या इस बदलती दुनिया के साथ, मुझे भी बदलना पड़ेगा। दिल में कुछ और जुबान पर कुछ और , ये सिलसिला रखना पड़ेगा । अपना अपना सबको कहना ,पर दिल... Poetry Writing Challenge-2 1 84 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर दुश्मन से भी यारी रख। मन में बातें प्यारी रख। दुख न पहुंचे लहजे से। इतनी जिम्मेदारी रख। मैं तुझको हासिल कर लूंगा। तू भी इसकी तैयारी रख। जो तेरा... Poetry Writing Challenge-2 1 183 Share Bodhisatva kastooriya 19 Feb 2024 · 1 min read माँ लक्ष्मी है माँ लक्ष्मी तेरे रूप निराले! तुम रहती उनके आंगन बस, जो करत है धँधे काले वाले!! कभी रूप दहेज को राखति, कभी इंकम टैक्स के हवाले!! सरस्वती के साधको... Poetry Writing Challenge-2 · हास्य-व्यंग्य 1 170 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल जल रहा है यहाँ जहाँ तन्हा । आग तन्हा है और धुआँ तन्हा । तन्हा - तन्हा भभक रहे शोले, सुलगा-सुलगा हरिक रुआँ तन्हा । एक चिड़िया है बाम पर... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 2 119 Share Previous Page 21 Next