Posts Poetry Writing Challenge-2 210 authors · 4349 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 14 Next Neelam Sharma 21 Feb 2024 · 1 min read बस यूँ ही शरद पूनो को तेरा इंतज़ार था, रात भर चांदनी में नहाते रहे। वो मिल मुस्कुराने की तेरी अदा, हम धोखा मुहब्बत में खाते रहे। हुई जुदाई, बता क्या था मेरा... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 105 Share Poonam Sharma 21 Feb 2024 · 1 min read दोस्त दोस्त दोस्त ना रहा, मसीहा बन गया, खामोशी का वह दायरा, फरिश्ता बन गया। ना हो उदास कभी बात भी होगी, रात हुआ है तो दिन भी होगा, यादों को... Poetry Writing Challenge-2 106 Share Poonam Sharma 21 Feb 2024 · 1 min read पैसा पैसे का बदला स्वरूप बदल ना बदला लालच का रूप, सोने की च मक चांदी की खनक, और हां इसका डिजिटल स्वरूप, बेचकर आत्मा भूलकर परमात्मा इस नश्वर संसार में... Poetry Writing Challenge-2 51 Share Poonam Sharma 21 Feb 2024 · 1 min read संत मदर टेरेसा मदर टेरेसा है विश्व की शान , आओ हम सब मिलकर मिलकर करें इन्हें सलाम, संत की उपाधि पाई, प्रभु प्रेम में लगन लगाई, उनका सब जगमग दिखता, ऐसा उनका... Poetry Writing Challenge-2 48 Share Poonam Sharma 21 Feb 2024 · 1 min read भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार ऐसा क्या है जो हम मिटा नहीं सकते, यह सर्व व्यापक भ्रष्टाचार, कलयुग का राजा चारों तरफ इसका बोलबाला, अजर अमर इसका विस्तार, यह सब व्यापक भ्रष्टाचार, करे कोई परिश्रम,... Poetry Writing Challenge-2 55 Share Aman Kumar Holy 21 Feb 2024 · 1 min read प्रकाश जी रहे हो बस एक सहारे के सहारे, चलते हुए पथ पर उमंगें में थके हारे। मृत्यु रूपी अटल भयावहता से डरो मत प्यारे सच्चाई का दृढ़ता से करो सामना... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 150 Share Aman Kumar Holy 21 Feb 2024 · 1 min read कैनवास इस कोरे कैनवास सी हो तुम, और मेरी ख़्वाहिशें आर्टिस्ट की कल्पना सी है। जिस पर मैं अपने स्पर्श से चटक रंग भरता हूं। इन स्वतंत्र वादियों सी हसीन खूबसूरत... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 116 Share manjula chauhan 21 Feb 2024 · 1 min read आईने की सदाकत से पता चला, आईने की सदाकत से पता चला, कुछ है जो बनावटी बहुत है। Poetry Writing Challenge-2 · शेर 1 80 Share Chunnu Lal Gupta 20 Feb 2024 · 1 min read !! परदे हया के !! परदे हया के फाड़-फाड़ वो कमसिन हो गए लज्ज़त मिली जो उनको वो नमकीन हो गए तन ढकने का सलीका भी आता नहीं जिनको होठों पर लगा लाली वो हसीन... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल · चुन्नू लाल गुप्ता 1 253 Share अनुराग दीक्षित 20 Feb 2024 · 1 min read मन का मीत। मन की आंखों में बसा मेरे मन का मीत, कभी चुरावे नैन वो गाये कभी वो गीत। नहीं वो कुछ भी पूछे शरारत उसको सूझे करे इशारे दूर से कभी... Poetry Writing Challenge-2 1 117 Share अनुराग दीक्षित 20 Feb 2024 · 1 min read अनुपम उपहार । अनुपम उपहार । ” ज्यों हो उपहार कोई अनुपम यूँ आन मिले मुझसे प्रियतम जीवन को नव आयाम मिले जैसे सीता को राम मिले हो पुण्य फलित दें अमित तोष... Poetry Writing Challenge-2 168 Share अनुराग दीक्षित 20 Feb 2024 · 2 min read माँ तुम्हारी गोद में। है सकल संसार मेरा माँ तुम्हारी गोद में , तृप्ति का सागर छुपा है, माँ तुम्हारी गोद में। घूम लूं मैं विश्व सारा या गगन में घूम आऊँ या कि... Poetry Writing Challenge-2 93 Share Lohit Tamta 20 Feb 2024 · 1 min read "कुछ खास हुआ" बीते दिनों से कुछ ख़ास हुआ है, तेरा नाम मेरे लिए अब आम हुआ है, कुछ ऐसा एजाज़ हुआ तेरा मेरे ख़्वाबों में आने का सिलसिला अब ख़त्म हुआ है,... Poetry Writing Challenge-2 · Best Poetry · Poertywritingchallange · कविता · कहानी · ग़ज़ल 143 Share Lohit Tamta 20 Feb 2024 · 1 min read "मुश्किल वक़्त और दोस्त" क्या गम है जो तुझे खा रहा है, क्यों तेरी आँखे आज नम है, जो है सैलाब तेरे दिल में आ कह दे फ़िर मुझसे, सिर्फ़ तेरा यार नहीं तेरा... Poetry Writing Challenge-2 · Best Friend Quotes · Dost · Dosti · Friendshippoetry · कविता 143 Share Lohit Tamta 20 Feb 2024 · 2 min read "शौर्य" मेरा भी घर था, मेरा भी परिवार था, मेरी भी एक मोहब्बत थी जिससे मुझे बेइंतहा प्यार था, मेरी भी एक दास्ताँ थी, शुरू हुई जवानी थी, पहाड़ों की वादियों... Poetry Writing Challenge-2 · Father Special Poem · Indianarmy · Poem · Poertywritingchallange · Urduhindipoetryghazal 112 Share Lohit Tamta 20 Feb 2024 · 1 min read "चार पैरों वाला मेरा यार" एक यार था मेरा, भोली आँखों वाला, चंचल सा बड़ा मतवाला, दिल में उसके बस प्यार भरा, सूरत से मासूम भोला-भाला, जब-जब होता मैं परेशां वो सब समझ जाता, आके... Poetry Writing Challenge-2 · Doglover · Dogpoem · Petpoetry · Shortstory · कविता 139 Share Lohit Tamta 20 Feb 2024 · 1 min read "सुनो एक सैर पर चलते है" चलो एक सैर पर चलते है, यादों की किताब को फ़िर से खोलते है, उन बच्पन के दोस्तों के साथ एक महफ़िल जमाते है, उस महफ़िल में स्कूल के किस्सों... Poetry Writing Challenge-2 · Childhoodmemories · Poertywritingchallange · Schoolpoetry · कविता · कहानी 116 Share Lohit Tamta 20 Feb 2024 · 1 min read "कभी मेरा ज़िक्र छीड़े" कभी मेरा ज़िक्र छिड़े, तो कह देना एक मतलबी सा लड़का था, जो बेमतलब मुझसे इश्क़ करता था, ज़िस्म की चाह नहीं थी उसे बस मेरी रूह पे वो मरता... Poetry Writing Challenge-2 · Best Poem · Heartbrokenshayari · Urduhindipoetryghazal · कविता · कहानी 128 Share Lohit Tamta 20 Feb 2024 · 1 min read "मैं तुम्हारा रहा" इश्क़ हमारा अमर कर के अपनी कविताओं में, मैं तुम्हारा रहा, खो ना जाओ तुम दुनिया की भीड़ कहीं, तुम्हारी यादों को धागे में पिरो के मैं तुम्हारा रहा, मुझे... Poetry Writing Challenge-2 · Heartbrokenshayari · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Khud Ki Kahani · Nazm · Poem 1 167 Share VINOD CHAUHAN 20 Feb 2024 · 1 min read कहाॅ॑ है नूर कहाॅ॑ है नूर कहाॅ॑ अब नूर-ए-जिंदगी है हद हो चुकी है पार हया न शर्मिंदगी है रोज होते हैं उपवास और रोज़े यहां पर मगर न तो खुदा न खुदा... Poetry Writing Challenge-2 · V9द चौहान · कविता 2 126 Share Pallavi Mishra 20 Feb 2024 · 1 min read *आज़ादी का अमृत महोत्सव* भारत माँ की शान तिरंगा, इस मिट्टी की आन तिरंगा, घर-घर में हम फहराएंगे सबका है अभिमान तिरंगा। वीरों का जयगान तिरंगा, तेरा मेरा मान तिरंगा, आज़ादी के इस उत्सव... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 103 Share Shutisha Rajput 20 Feb 2024 · 1 min read मां की ममता जग में बड़ा न कोए, मां की ममता के आगे, भगवान भी नतमस्तक होए। गर्भ धारण से लेकर जन्म तक, मां तकलीफें उठती है। जन्म होने पर संतान के ,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 94 Share Deepesh Dwivedi 20 Feb 2024 · 1 min read तुम्हारा मै जर्जर नौका का नाविक और तुम ही मेरा किनारा हो वह कौन अभागा होगा जो सचमुच न हुआ तुम्हारा हो कृशकाय हुआ है तन तो क्या काया तो नश्वर... Poetry Writing Challenge-2 1 81 Share Poonam Matia 20 Feb 2024 · 1 min read *मन राह निहारे हारा* कब आओगे, कब आओगे, कब आओगे साजन! जब आँगन में मेघ निरंतर झर-झर बरस रहे हों, ऐसे में दो विकल हृदय मिलने को तरस रहे हों, जब जल-थल सब एक... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत · विरह गीत 7 6 1k Share Deepesh Dwivedi 20 Feb 2024 · 1 min read चिर मिलन बांसुरी बजे उठी तुमने क्या गा दिया मानो अमृत घटाओं ने बरसा दिया गुनगुनाते अधर मुस्कुराते नयन मन की वीणा को सहसा ही सरसा दिया जब उठाए नयन झांकियां सज... Poetry Writing Challenge-2 1 104 Share Deepesh Dwivedi 20 Feb 2024 · 1 min read नवजीवन जब चाह नहीं थी जीने की तब तुमने अमृत पिला दिया मर चुकी थी हर इच्छा मेरी सब आशाएं हत्प्राण हुई अंतर की उमंगे शून्य हुई तन की ऊर्जा मृतप्राण... Poetry Writing Challenge-2 68 Share Deepesh Dwivedi 20 Feb 2024 · 1 min read सहधर्मिणी तुम यदि जीवन मे न मिलते अश्रु दृगों से कभी न ढलते हाँ तुमने मुस्कान मुझे दी लेकिन रोना भी सिखलाया मैं तो कभी न हुआ किसी का सबका होना... Poetry Writing Challenge-2 1 67 Share Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक 20 Feb 2024 · 1 min read छिपी हो जिसमें सजग संवेदना। राष्ट्रहित गह दिव्यता, दे चेतना। छाॅंट दे जो सहज में जन -वेदना। वही रचना देश का सम्मान है। छिपी हो जिसमें सजग संवेदना। पं बृजेश कुमार नायक Poetry Writing Challenge-2 · नायक जी के मुक्तक 1 164 Share Poonam Sharma 20 Feb 2024 · 1 min read मानवता मनुष्य अगर तुम बनना चाहो, एक जमाना लगता है, और असुर यदि रहना चाहो, एक बहाना लगता है, बनने और सवंरने में शेहरों की सादियां लगते हैं। और मिटाने में... Poetry Writing Challenge-2 1 120 Share Buddha Prakash 20 Feb 2024 · 1 min read सब्र का बांँध यदि टूट गया सब्र का बांँध यदि टूट गया, फलती-फूलती दुनिया उजड़ जाएगी, बसे नगर ढ़ह जाएंँगे, जीवन कुछ क्षण रुक जाएगी, आपदा बन कर आएगी जब, नदियाँ झील और सागर का जल,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · प्रकृति की छाव में 4 147 Share Kanchan Alok Malu 20 Feb 2024 · 1 min read धरोहर धरोहर है भूमि की शान, ऐतिहासिक राजवंशों का मान। प्राचीन मंदिरों की महक, गौरवशाली इतिहास का सम्मान। प्राचीन स्थलों की मिठास, कहानियों में बसी उन दीवारों का प्रकाश। राजा-रानियों की... Poetry Writing Challenge-2 1 70 Share Roopali Sharma 20 Feb 2024 · 1 min read माता पिता माता पिता मा की सुर्खी बिंदी की चमक से लेकर बच्चों के सर की छाव होते हैँ पिता । मा गर सार है ममता का तो मातृत्वा का आधार हैं... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 77 Share Poonam Sharma 20 Feb 2024 · 1 min read पत्थर का शहर यह पत्थर का शहर है प्यारे, तो इसमें क्या ढूंढ रहा है , यहां नहीं अब कुछ भी बिकता, बस मानव मानवता बेच रहा है । गगन चूमते भवन देख... Poetry Writing Challenge-2 1 78 Share Roopali Sharma 20 Feb 2024 · 1 min read मंझधार मंझधार समाज और परिवार की मंझधार में झूलता रहता है इंसान कभी परिवार के लिए समाज से तो कभी समाज के लिए परिवार से लड़ता रहता है इंसान । गरीब... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 87 Share आर.एस. 'प्रीतम' 20 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल कभी तो दीजिए मौका हमें भी यार ख़िदमत का सिला देंगे हुई दिल से रुहानी पाक चाहत का/1 रखूँ इक बात मैं जो याद दूजी भूल जाता हूँ कहूँ बे-फ़िक्र... Poetry Writing Challenge-2 1 71 Share शिवम राव मणि 20 Feb 2024 · 1 min read क्या कहूं? परेशां दिल की जुबां, क्या कहूँ। हुई बेरंग दास्तां, क्या कहूँ। अभी भी है वही धुंधली नज़र, और है वही निगेहबां, क्या कहूँ। कब से ना मिले किसी दोस्त से,... Poetry Writing Challenge-2 2 79 Share शिवम राव मणि 20 Feb 2024 · 1 min read कुछ बूंदें अवसाद के काले धब्बों को चेहरे से मिटाने लगी हैं, कुछ बूंदे बादलों से रिसकर माथे पे ठहरे सूखे दर्प को धोने लगी है, कुछ बूंदे कुछ ठण्डी हवाओं में... Poetry Writing Challenge-2 1 84 Share शिवम राव मणि 20 Feb 2024 · 1 min read किसी ओर दिन फिर किसी ओर दिन फिर खियांबों की सदाएं महक जाएंगी। दुनिया की नफरत.. मोहब्बत के गुलिस्तान में दूर तक भटक जाएगी। किसी ओर दिन अधरों पर मुस्कराहट हिचकिचाहट में कुछ ओर... Poetry Writing Challenge-2 1 112 Share शिवम राव मणि 20 Feb 2024 · 1 min read मन की सुराही कहीं खाली पड़ी है मन की सुराही अनबुझ रास्तों पर, कहीं यादें खो गई हैं। असफार से लोटा हुआ ये मायूस दिल की धड़कने कहीं, जिस्म में दब गई है।... Poetry Writing Challenge-2 1 94 Share Srishty Bansal 20 Feb 2024 · 1 min read ज़िंदगी... "उदास रहें, तो पूरी ज़िंदगी याद आएगी। खुश रहें, तो जैसे एक नई ज़िंदगी मिल जाएगी। मत रुको ऐ मुसाफिरों, उदास रहने के लिए। चलते रहो यारों, खुशियों से मुलाक़ात... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · कोटेशन 2 126 Share शिवम राव मणि 20 Feb 2024 · 1 min read इंतजार चाँद का जब धीरे- धीरे आसमान के एक छोर पर उभरते हुए दीदार होता है तो दूसरे छोर से उसे ताक रही दो आँखे किसी अपने के एतबार में अक्सर... Poetry Writing Challenge-2 1 53 Share शिवम राव मणि 20 Feb 2024 · 1 min read नई कली नई कलियों के खिलने के बाद जब पखुड़ियाँ खुलकर सूरज की रौशनी को अपने आगोश में लेने लगी और जब भँवरे, तितलियाँ उसके चारों ओर मंडराने लगी तब फूलों की... Poetry Writing Challenge-2 63 Share शिवम राव मणि 20 Feb 2024 · 1 min read गुलिस्तान के फूल गुलिस्तां में भी एक ज़िन्दगी है जिसमें कूछ फूल खिलने के बाद भी मायूस रहते हैं कुछ खिलने तक मुरझा जाते हैं कुछ खिलते खिलते उड़ान भरते हैं कुछ परवाज़... Poetry Writing Challenge-2 78 Share शिवम राव मणि 20 Feb 2024 · 1 min read कई एहसास बिन बताए ही कई एहसास बिन बताए ही ख्वाबों में आकर, गुफ्तगू करके चले गए। थकी थकी पलकें यूँ मुरझाई पलकें ढक लेती हैं जब जब आंखों को आहिस्ते से तो ख्वाबों की... Poetry Writing Challenge-2 1 50 Share दीपक झा रुद्रा 20 Feb 2024 · 1 min read तुम कहो या न कहो,है उम्रभर की यह प्रतीक्षा तुम कहो या न कहो,है उम्रभर की यह प्रतीक्षा और तुमसे जो मिली है ,वो व्यथा सहता रहूंँगा। इंद्रधनुषी रंग के, तुम तो हो अवयव कदाचित.... व्योम के मस्तक की... Poetry Writing Challenge-2 · गीत · प्रेम 1 132 Share शिवम राव मणि 20 Feb 2024 · 1 min read कोई शहर बाकी है शायद अभी भी एक कसर बाकी है। इस सफर में कोई शहर बाकी है। देख चुके हैं कई मोहल्ले-गली, बस अनजान अपना घर बाकी है। कई इंसा मील कई फरेब... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 50 Share Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक 20 Feb 2024 · 1 min read प्रदूषण-जमघट। सुकवि भी अब समूहों में बॅंट गए हैं। ज्ञान-सूरज जग-धुऑं-सम भट हुए हैं। कौन सोए राष्ट्र को नव जागरण दे? विशारद मन, प्रदूषण-जमघट हुए हैं। पं बृजेश कुमार नायक Poetry Writing Challenge-2 · नायक जी के मुक्तक 1 227 Share Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक 20 Feb 2024 · 1 min read स्वाधीनता के घाम से। शुभ-सु हिंदुस्तान हूॅं, देखो मुझे आराम से। गुलामीं के निशाॅं, दर्दीले जवाॅं पैगाम से। घाव गहरे दिए पर मुस्कान का आलोक गह। प्रकाशित हो मिल गया स्वाधीनता के घाम से।... Poetry Writing Challenge-2 · नायक जी के मुक्तक 212 Share Roopali Sharma 20 Feb 2024 · 1 min read ए ज़िंदगी ए ज़िंदगी है हिम्मत तो हरा के दिखा ए ज़िंदगी उस्ताद तो तू ही थी तू ही रहेगी परीक्षा गर तूने रची है तो परिणाम भी तू ही होगी ।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 44 Share Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक 20 Feb 2024 · 1 min read जागी जवानी जोश को यदि होश की दें दिशा ज्ञानी। फैल जाए रोशनी,तम की कहानी। खतम हो, अब तक न हमने टेक ठानी। राष्ट्र विकसित वह जहाॅं जागी जवानी। पं बृजेश कुमार... Poetry Writing Challenge-2 · नायक जी के मुक्तक 278 Share Previous Page 14 Next