Posts Poetry Writing Challenge-2 210 authors · 4349 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 10 Next Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता} 22 Feb 2024 · 1 min read मैंने क्या कुछ नहीं किया ! धरती दे दी , गगन दिया रूप अनुपम , इंसानी स्वरुप दिया पूजा की महिमा भी दी वंदन की दी भावना कुदरत का हर रंग दिया रिश्ते दिए, उनका संग... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 61 Share Ajay Mishra 22 Feb 2024 · 1 min read तय वो कौन है जो तूफान तय करे वही जो ज़मीन आसमान तय करें हवा का रुख़ मौसम के नख़रे और गर्ज़ ये कि परिंदा अपनी उड़ान तय करे ईमानदारी तबियत... Poetry Writing Challenge-2 3 127 Share Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता} 22 Feb 2024 · 1 min read अति सर्वत्र वर्जयेत् विश्व मंच अब सिमटा ऐसा, लगे यूरोप भी अपने गांव ही जैसा वैश्विक साझेदारी, व्यापक असर_ इंटरनेट सच बता :तू औषधि है या ज़हर ? तुझ में उलझे नन्हें हाथ... Poetry Writing Challenge-2 85 Share Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता} 22 Feb 2024 · 1 min read कभी उत्कर्ष कभी अपकर्ष कारवां की चाह में, कंटक लगे उस राह में, झड़ते पत्तों के माह में , इच्छाओं के दाह में _ वो कर दृढ़ निश्चय चल पड़ा ! व्याप्त जब था... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 50 Share Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता} 22 Feb 2024 · 1 min read मेरी अभिलाषा है प्रेम का प्रसार हो ,शांति का प्रचार हो , ना कहीं व्यभिचार हो ,ह्रदय हर इक उदार हो , शर्म की हो लालिमा और नेकी का विस्तार हो I मृगतृष्णा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 49 Share Ajay Mishra 22 Feb 2024 · 1 min read हुकुम की नई हिदायत है हुकुम की नई हिदायत है सवाल मतलब अदावत है आईने से राजदारी है ज़रूर अक़्स की ऐसी शिक़ायत है देख के न देखे का अंदाज़ क़ातिलाना है क़यामत है तुम... Poetry Writing Challenge-2 3 191 Share manjula chauhan 22 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल पढ़ते हो ग़ज़ल पढ़ते हो क्या बात है, लगता प्रियसी आसपास है। तुम भी गज़ब खुमारी में पड़े हो, लगता है ली तुमने भी खुराक है। अगर जज़्बात असली है, तो फिर... Poetry Writing Challenge-2 · हास्य-व्यंग्य 2 102 Share Ajay Mishra 22 Feb 2024 · 1 min read नियम नन्हीं ओस के बूंदों के बीच अलसाई नवजात कली पूछती बगल की डाली से ज़िंदगी क्यों कर मिली डाली मूल तने से अटपटे अनमने से प्रश्न दुहरा देती है तना... Poetry Writing Challenge-2 1 715 Share Ajay Mishra 22 Feb 2024 · 1 min read संभावना सागर के विशाल तट पर अनगिनत शिलाखंडों में वह नृप सदृश शिलाखंड कवि नित्य निहारता था समूचे दृश्य का अवलोकन करता पर मात्र वह खण्ड ज्यों उसे प्रतिदिन पुकारता था... Poetry Writing Challenge-2 1 106 Share manjula chauhan 22 Feb 2024 · 1 min read दिन गुनगुनाए जब, तो रात झिलमिलाए। दिन गुनगुनाए जब, तो रात झिलमिलाए। आहटे अब मन की, कौन ही बताए। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 1 54 Share Ajay Mishra 22 Feb 2024 · 1 min read दृष्टि निर्मल गहरी शांत आँखें तुम्हारी आकृष्ट करती हैं मुझे किंतु असमर्थ हो तुम कि किनारों से आँखों के ही एक कोमल दृष्टि दे दो मुझे असमर्थता वास्तव में तुम्हारी नहीं... Poetry Writing Challenge-2 1 101 Share manjula chauhan 22 Feb 2024 · 1 min read उसकी जिम्मेदारियां कभी खत्म नहीं होती, उसकी जिम्मेदारियां कभी खत्म नहीं होती, एक मां ही है जो कभी थकती नहीं। Poetry Writing Challenge-2 · कोटेशन 1 75 Share डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय' 22 Feb 2024 · 1 min read హాస్య కవిత "రమ్ము", సారా,కల్లు తాగి వదిలిన తవిక పండితుడు. "రమ్ము" రమ్ము ఇటు రమ్మని పిలిచిన కవులకు, తెలుగు భాష "సార" మంతా తాగిన పండితున్ని, నా ఈ "తవిక"ను విని, "కల్లు" మూసుకొని విని ఆనందించిరి ఈ పండిత కవులు. నోరు,... Poetry Writing Challenge-2 · కవిత్వం 199 Share manjula chauhan 22 Feb 2024 · 1 min read प्रण होते है प्रण होते है जब अटल तो, हर चुनौती विजयी किया करते है। सूरज की तपिश से क्या ही होता है? वे सूरज से आग उधार लिया करते है। स्वर्णिम रेख... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 57 Share अनुराग दीक्षित 22 Feb 2024 · 1 min read वन में नाचे मोर सखी री वन में नाचे मोर। वन में नाचे मोर सखी री वन में नाचे मोर। वन में नाचे मोर सखी री मन में नाचे मोर । कैसे कहूँ सखी री मोरी जी में उठे हिलोर... Poetry Writing Challenge-2 58 Share Ajay Mishra 22 Feb 2024 · 1 min read कैसा आस किसी की साथ किसी का यह कैसा जीवन है प्यास किसी की जाम किसी का यह कैसा जीवन है ।। बचा बचा कर के नज़रें वह भी आगे से... Poetry Writing Challenge-2 1 101 Share अनुराग दीक्षित 22 Feb 2024 · 1 min read माना डगर कठिन है, चलना सतत मुसाफिर। माना डगर कठिन है, चलना सतत मुसाफिर आयेगी पास मंजिल चलकर के खुद ही आखिर। तेरे साथ चांद तारे तेरे साथ ये जमीं है तुझे सब दिया खुदा नें तेरे... Poetry Writing Challenge-2 68 Share Kanchan Alok Malu 21 Feb 2024 · 1 min read क्यू ना वो खुदकी सुने? क्यू ना वो खुदकी सुने? सुबह से शाम तक , घर का सारा काम सुलझाकर, क्यू ना वो अपने रास्ते चले? बच्चों के सारे काम निपटाकर, सब काम होने के... Poetry Writing Challenge-2 113 Share डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय' 21 Feb 2024 · 1 min read జయ శ్రీ రామ... ధర్మం గా ఉండాలనేది రాముడు గొప్పతనం.. ధర్మం తో జీవితాన్ని పంచుకోవలనేది సీత గొప్పతనం.... ధర్మానికి అండగా ఉండాలనేది లక్ష్మణుడి గొప్పతనం... ధర్మానికి దాసోహం అవ్వాలనేది ఆంజనేయుడు గొప్పతనం.. ధర్మం వైపు నిలబడాలి అనేది విభీషణుడి గొప్పతనం.. ధర్మమైన మిత్రుడు వైపు... Poetry Writing Challenge-2 · కవిత్వం 108 Share अनुराग दीक्षित 21 Feb 2024 · 1 min read मिट्टी की जय बोल रे मनवा मिट्टी की जय बोल। मिट्टी की जय बोल रे मनवा मिट्टी की जय बोल। मिट्टी है अनमोल धरा पर मिट्टी है अनमोल । सुन्दर उपज अन्न फल, जल पा मुख से फूटें बोल मिट्टी... Poetry Writing Challenge-2 52 Share VINOD CHAUHAN 21 Feb 2024 · 1 min read सबसे प्यारा माॅ॑ का ऑ॑चल सबसे प्यारा माॅ॑ का ऑ॑चल सबसे न्यारा माॅ॑ का ऑ॑चल जहाॅ॑ मिले ममता की छाया होता है वह माॅ॑ का ऑ॑चल--सबसे प्यारा हर दुविधा में माॅ॑ का ऑ॑चल हर पीड़ा... Poetry Writing Challenge-2 · V9द चौहान · कविता 1 104 Share Ajay Mishra 21 Feb 2024 · 1 min read स्पर्श मादक नहीं था वह स्पर्श भावुक भी नहीं था वह स्पर्श जाने क्या , कैसा क्यों कर हुआ वह स्पर्श अचेतन के विशाल प्रान्त में जहाँ प्राण तक ज्ञात नहीं... Poetry Writing Challenge-2 1 113 Share डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय' 21 Feb 2024 · 1 min read చివరికి మిగిలింది శూన్యమే ఎందుకు ఈ లోకం పరుగెడుతుంది. ఎవరి కోసం ఈ లోకం పరుగెడుతుంది. విజ్ఞానం అనుకోని అజ్ఞానం వైపు వేగంగా పరుగెడుతుంది. సత్యం నుంచి దూరంగా అసత్యం వైపు. న్యాయాన్ని చీల్చి అన్యాయం వైపు చాలా వేగంగా పరుగెడుతుంది ఈ లోకం. మంచిని,... Poetry Writing Challenge-2 · కవిత్వం 94 Share Ajay Mishra 21 Feb 2024 · 1 min read अब हर्ज़ क्या है पास आने में अब हर्ज़ क्या है पास आने में जब आ ही गये हो बुतखाने में आग को कोई फ़र्क़ न पड़ेगा जल मगर जाओगे आज़माने में वो अब भी वैसे ही... Poetry Writing Challenge-2 1 102 Share डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय' 21 Feb 2024 · 1 min read భారత దేశ వీరుల్లారా భారత దేశ స్వాతంత్ర వీరుల్లారా, భరత మాత ప్రియ పుత్రుల్లారా, వందనం మీకు అభివందనం. స్వాతంత్ర్యం కోసం ప్రాణాలు అర్పించిన వీరుల్లారా, సంకెళ్ళతో బందీ ఉన్న భారత మాత ను, బంధ విముక్తులను చేసిన శూరుల్లారా, వందనం మీకు అభివందనం. తెల్లవారి... Poetry Writing Challenge-2 · కవిత్వం 93 Share Ajay Mishra 21 Feb 2024 · 1 min read मन उलझन में है मन बात मन की कहने दो रोको मत तुम आज कि लहरों में बहने दो चाहे दो इल्ज़ाम चाहे लाख सज़ा दो मन को लेकिन आज फ़क़त... Poetry Writing Challenge-2 1 172 Share डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय' 21 Feb 2024 · 1 min read వీరుల స్వాత్యంత్ర అమృత మహోత్సవం డెబ్భై ఐదు వసంతాల మహోత్సవం, మన ఈ స్వాత్యంత్ర అమృత మహోత్సవం. "స్వరాజ్యం నా జన్మహక్కు"అని గర్జించిన తిలక్ గారి , అమృత మహోత్సవం. "నాకు రక్తం ఇవ్వండి, నేను మీకు స్వేచ్ఛ ఇస్తాను" , జై హింద్ అన్న 'ఆజాద్... Poetry Writing Challenge-2 · కవిత్వం 106 Share दीपक झा रुद्रा 21 Feb 2024 · 1 min read तेरे उल्फत की नदी पर मैंने यूंँ साहिल रखा। तेरे उल्फत की नदी पर मैंने यूंँ साहिल रखा। सिर्फ़ तेरे वास्ते तैयार अपना दिल रखा। एक कवि वैराग्य को ऐसे दिखाया है यहांँ। इश्क़ की बुनियाद पर आपको मंज़िल... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल 72 Share Ajay Mishra 21 Feb 2024 · 1 min read बाबू ज़रा नज़र - ए - इनायत फरमाइये बाबू कहाँ दूर बैठे हैं यहाँ आइये बाबू ।। सुना है नज़ारों के बड़े शौक़ीन हैं हमे भी एकाध झलक दिखलाइये बाबू ।।... Poetry Writing Challenge-2 1 111 Share Ajay Mishra 21 Feb 2024 · 1 min read मात्र एक पल असमर्थता की दुहाई, मात्र एक पल के लिये...? जीवन तो नहीं मांगा चलो यदि मांग भी लिया तो बुरा क्या है? इतनी गहन सोच ? मामला क्या है... कोई प्रतिबंध... Poetry Writing Challenge-2 1 114 Share VINOD CHAUHAN 21 Feb 2024 · 1 min read जिस नारी ने जन्म दिया जिस नारी ने जन्म दिया उसकी कोंख लजाते क्यों जिस ऑ॑चल में बचपन बीता उसी से मुॅ॑ह छिपाते क्यों जिस नारी ने जन्म दिया............... शर्म हया काफूर हुई सब लाज... Poetry Writing Challenge-2 · V9द चौहान · कविता 2 128 Share Vandna Thakur 21 Feb 2024 · 1 min read तलाश 😊तलाश😊 छू ले आसमान जमीन की तलाश न कर, जी ले जिंदगी खुशी की तलाश न कर. तकदीर बदल जाएगी खुद ही मेरे दोस्त, मुस्कुराना सीख ले वजह की तलाश... Poetry Writing Challenge-2 · Poem 2 117 Share VINOD CHAUHAN 21 Feb 2024 · 1 min read हर तरफ खामोशी क्यों है दिल हैरान है हर तरफ खामोशी क्यों है लोग सहमें और चेहरों पर उदासी क्यों है------दिल बुझे-बुझे से लगते हैं खयालात सबके मेरे जैसे ही क्यों लगते हैं हालात सबके... Poetry Writing Challenge-2 · V9द चौहान · कविता 2 164 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल मुल्क की खातिर सियासत भी जरूरी है । पर सियासत में रफ़ाक़त भी जरूरी है । रख दिया तुमने जलाकर इन च़रागों को, आँधियों से फिर हिफ़ाज़त भी जरूरी है... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 2 132 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल तुमसे मिलकर आज राहत है मुझे । तिश्नगी है और चाहत है मुझे । बेवज़ह तुम रूठ जाते हो सनम, प्यार की तेरे जरूरत है मुझे । धड़कनें कहतीं सुनो... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 1 162 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read संघर्षी गीत आशाओं की पगडंडी पर, चला ढूँढने ठाँव । अवसादों की आँधी रह-रह, डिगा रही है पाँव ।। संघर्षों की परिपाटी पर, अभिलाषा ने चित्र उकेरे । विहग उड़ चले अम्बर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 1 45 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read मिल गया इक किराये का खाली मकां मिल गया । किसको आखिर मुकम्मल जहां मिल गया । कोई तरसा है दो गज़ ज़मीं के लिए, और किसी को खुला आसमां मिल गया... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 1 64 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल इश्क़ की हर एक कहानी से किनारा कर लिया । कफ़्न लेकर ज़िन्दगानी से किनारा कर लिया । था बहुत मशगूल यारों उल्फ़तों की शाम में, अब जहां की हर... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल 1 75 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read शिव स्तुति हे ! आदिदेव, हे ! आदिपुरुष, शंकर भोले भंडारी । सम्पूर्ण सृष्टि के स्वामी तुम, नीलकंठ हे ! त्रिपुरारी ।। गंगा बहे जटा से जिसकी, वह कैलास निवासी है ।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · शिव 1 86 Share Poonam Sharma 21 Feb 2024 · 1 min read बारिश का पानी कुछ तो समझो ऐ मानव , मौसम का इशारा है | वक्त बेवक्त की यह बारिश , यह बादल का फटना , यह पानी का विक्राल रूप और यह तूफान... Poetry Writing Challenge-2 1 60 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read भारत देश हमारा है सागर जिसके चरण पखारे, हिमगिरि जिसका प्रहरी है । भरा प्राकृतिक वैभव से यह, भारत देश हमारा है । वसुधा इसकी पावन इतनी, देवों ने अवतार लिया । छः ऋतुओं... Poetry Writing Challenge-2 · गीत · देशभक्ति 1 70 Share Poonam Sharma 21 Feb 2024 · 1 min read गांव ए सड़क अब तू गांव आई है, जब सारा गांव शहर चला गया, शिकायत थी टूटी सड़क से, वो भी अच्छी लगती थी, दिलों में तो मिठास थी, भाग के... Poetry Writing Challenge-2 1 61 Share Shekhar Deshmukh 21 Feb 2024 · 2 min read चार दीवारों में कैद 'चार दीवारों में कैद रहे j -------------------------+---+-++ चार दीवारों में कैद रहे रंगीन सपनों की ऊंची उड़ान लिये बस जीते रहे अपनी ही खातिर , एक अदना सा जहान लिये।... Poetry Writing Challenge-2 1 162 Share Poonam Sharma 21 Feb 2024 · 1 min read मिसाल काले गहरे तूफानों को, रिमझिम बारिश के देना, यह सबके बस की बात नहीं, 12वीं फेल होकर भी अफसर बन जाना बन जाना, यह सब के बस की बात नहीं,... Poetry Writing Challenge-2 1 51 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read जय माँ शारदे प्रणाम मातु शारदे, सुकाव्य काव्य कीजिए । सुवर्ण तूलिका रहे, यही अशीष दीजिए । प्रकाश ज्ञान का भरो, अबुद्धि का विनाश हो । कुरीतियाँ मिटे सभी, सुनीति का विकास हो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · पंच चामर छंद · सरस्वती वंदना 1 155 Share Poonam Sharma 21 Feb 2024 · 1 min read दिल की बात कुछ कहीं या ना कहीं, इस सोच में थी डूबी फिर, सोचा क्यों ना कहे, यह पल भी तो किसी उत्सव से काम तो नहीं, शब्दकोश में शब्द कुछ कम... Poetry Writing Challenge-2 49 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल अगर तुम साथ होती तो सफ़र आसान हो जाता । गुनाहों से निकल शायद मैं फिर इंसान हो जाता । नहीं मिलती ज़माने में दिलों की बस्तियाँ उजड़ी, मोहब्बत का... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल 74 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल गहरे थे रिश्ते जो उनके रंग क्यों फीके मिले । रेशमी चादर के धागे रोज़ ही उधड़े मिले । आशिकी मासूक से हो या वतन की आन से, इश्क में... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल 59 Share Poonam Sharma 21 Feb 2024 · 1 min read मिजाज आज मौसम की तरह हो गया है इंसानों का मिजाज, कहीं रिश्तो में खटास, तो कहीं पैसों की लेनदेन से बढ़ गई कड़वाहट, दिलों में दूरी तो फिर गवारा था,... Poetry Writing Challenge-2 1 106 Share Mukesh Kumar Sonkar 21 Feb 2024 · 1 min read सूर्ययान आदित्य एल 1 "सूर्ययान आदित्य एल1" चांद पर फतह हो चुकी है अब सूरज की बारी है, बहुत चले दूसरों के पीछे अब खुद लीडर बनने की तैयारी है। चल पड़ा आदित्य एल1... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · सूर्य मिशन · सौर मिशन · स्पेस मिशन 1 127 Share Previous Page 10 Next