Kanchan Khanna Poetry Writing Challenge-2 28 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kanchan Khanna 15 Mar 2024 · 1 min read श्रीमान - श्रीमती अब तक किये सारे गुनाहों का हिसाब लगवा रही हैं। श्रीमतीजी झाड़ू उठाये श्रीमानजी के पीछे आ रही हैं।। दफ्तर में अपने श्रीमानजी हरदम रौब - अकड़ दिखाते, कभी बाबू,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · हास्य-व्यंग्य 151 Share Kanchan Khanna 4 Mar 2024 · 1 min read चाय - दोस्ती सर्दी बहुत बढ़ गयी है, आखिर जनवरी का महीना है, रेस्तरां में खड़े यूंही, किसी ने कहा, हम भी मुस्कुरा दिये, चाय हो जाये एक प्याली, साथ बैठे, चाय पी,... Poetry Writing Challenge-2 1 185 Share Kanchan Khanna 4 Mar 2024 · 1 min read एहसास मौसम भी दो तरह का होता है बाहर का मौसम भीतर का मौसम बाहर का मौसम यानि - हवा, पानी, बादल बरसात, पंछी और बहुत कुछ भीतर का मौसम यानि... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 152 Share Kanchan Khanna 19 Feb 2024 · 1 min read जानते वो भी हैं...!!! बदला मौसम बदले हैं नजारे, जानते वो भी हैं जानते हम भी हैं। कहाँ मिले नदी के दो किनारे, जानते वो भी हैं जानते हम भी हैं।। एक है आशियाँ... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 120 Share Kanchan Khanna 13 Feb 2024 · 1 min read चाँद से मुलाकात पहले चाँद आता था छत पर हर रात साथ लिए झिलमिल तारों की बारात होती थी कभी गंभीर कभी छुटपुट सी बात। कभी अचानक से यूं ही दिखता था आँगन... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 194 Share Kanchan Khanna 13 Feb 2024 · 1 min read सहारे सूरज कहाँ, चाँद कहाँ, तारे कहाँ, रोशन करें महफिल वो नजारे कहाँ? हर आदमी आज जीता है अपने लिए, वतन की खातिर जिऐं-मरें वो दुलारे कहाँ? एक इस पार तो... Poetry Writing Challenge-2 · गजल सी रचना 1 187 Share Kanchan Khanna 13 Feb 2024 · 1 min read अधूरा घर वह एक घर था उसमें खिड़कियाँ थीं ताजी हवा आने के लिए उसमें सभी सुख - सुविधाएँ थीं मन बहलाने के लिए उसमें कुछ दरवाजे थे बाहर - भीतर आने... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 189 Share Kanchan Khanna 10 Feb 2024 · 1 min read पगली मैले - कुचले कटे - फटे थे वस्त्र मासूम सा चेहरा डरी - सहमी निगाहें अजीब सी वहशत से दो - चार थी। बेवजह हँसती, बार - बार इधर -... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 225 Share Kanchan Khanna 8 Feb 2024 · 1 min read चिड़िया मैं एक ऐसी चिड़िया हूँ, जिसे पर काटकर, उड़ने की आजादी दी गयी है, मेरे सामने दूर तक फैला, खुला नीला आसमान है, उड़ने के लिए, और है एक पूरी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 180 Share Kanchan Khanna 8 Feb 2024 · 1 min read नयी सुबह रोज सुबह ही अपनी किरणों के, दल - बल सहित, पूर्व दिशा से आ जाता है सूरज, सब कहते हैं नयी सुबह हो गयी, मैं इधर - उधर देखती, तलाश... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 214 Share Kanchan Khanna 8 Feb 2024 · 1 min read अरमान पंछियों सी चहचहाना चाहती हूँ गीत कोई नया गुनगुनाना चाहती हूँ जिंदगी तू अगर दे दे मौका थोड़ा सा हँसना मुस्कुराना चाहती हूँ पकड़ लूँ रंग - बिरंगी किसी तितली... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 202 Share Kanchan Khanna 4 Feb 2024 · 1 min read शाम पेड़ों के साये में ढलती हुई शाम। हवा के झौकों संग मचलती हुई शाम।। आसमान के बादलों को पल-पल नया रूप देती। नन्हें मासूम बच्चे सी शरारत करती हुई शाम।।... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 154 Share Kanchan Khanna 4 Feb 2024 · 1 min read चाँद और इन्सान फलक पर मुस्कुरा, रहा था चाँद, अपनी तन्हाई के साथ, हमने पूछा - ऐ चाँद, क्यों हो इस कदर उदास? तुम्हारी इस खामोश तन्हाई, का कुछ तो होगा राज, कुछ... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 150 Share Kanchan Khanna 3 Feb 2024 · 1 min read माॅर्डन आशिक हाथ में मोबाइल जींस-शर्ट का पहनावा बाईक की सवारी आंखों पर चश्मा जिंदगी के हर मोड़ पर साथ जीने-मरने की कसमें खाते बात - बात पर 'आई लव यू' के... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 132 Share Kanchan Khanna 3 Feb 2024 · 1 min read नींद साँझ ढलते ही पलकों की दहलीज पर, आ जाती है नींद। संग अपने ख्वाब सुहाने अनगिनत, ले आती है नींद। हो जाता है अपना जब दूर कोई हमसे, रूठकर पलकों... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 146 Share Kanchan Khanna 3 Feb 2024 · 1 min read बच्चे कहाँ सोयेंगे...??? माँ ! माँ ! आसमान में काले बादल आ गये अब तेज बारिश होगी हम पानी में नाव चलायेंगे शोर मचाते हुए बच्चे कागज की नाव बनाने लगे और माँ... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 167 Share Kanchan Khanna 2 Feb 2024 · 1 min read खामोश जीवन की राहों में यूँ ही चलते ~ चलते हम मिले मैंने उसे देखा उसने मुझे देखा मैंने सोचा वह कुछ कहेगा उसने सोचा मैं कुछ कहूँगी दोनों अपनी-अपनी जगह... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 184 Share Kanchan Khanna 2 Feb 2024 · 1 min read चप्पलें सुबह - शाम, सर्दी - गर्मी, हर मौसम में, सुख में, दुख में, जिन्दगी की भाग - दौड़ में, देती हैं वो मेरा साथ, कदम - कदम पर चुपचाप, बिना... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 154 Share Kanchan Khanna 2 Feb 2024 · 1 min read भोर रात्रि के वैभव के बाद चन्द्र मलिन हो गया। सूर्य से पराजित हो मुँह छिपा कहीं सो गया।। संग अपने स्वामी के तारे भी धूमिल हो गये। जगमगाते थे रात... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 130 Share Kanchan Khanna 2 Feb 2024 · 1 min read छोटी सी बात हम अक्सर बड़ी - बड़ी बातें करते हैं। बड़ी समस्याओं के विषय में सोचते हैं। और - नकार देते हैं छोटी - छोटी बातों छोटी - छोटी चीजों को सिरे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 123 Share Kanchan Khanna 28 Jan 2024 · 1 min read क्या लिखूँ....??? क्या लिखूँ...??? कुछ समझ न पाऊँ। शब्द दिख रहे, खोए-खोए।। जग में कितनी पीड़ाऐं हैं..!! आखिर कोई कितना रोए...??? मानव ही जब मानव हृदय की व्यथा समझ न पाता है।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 168 Share Kanchan Khanna 27 Jan 2024 · 1 min read आदमी और मच्छर मुझे ~ आदमी और मच्छर में, कोई फर्क नजर नहीं आता है, क्योंकि ~ दोनों ही खून पसन्द करते हैं। लेकिन नैतिकता की दृष्टि से, देखा जाए तो, दोनों में... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 93 Share Kanchan Khanna 27 Jan 2024 · 1 min read गणतंत्र का जश्न आइये, तिरंगा फहरायें, वन्देमातरम् जयघोष लगायें। कहे केसरिया, हरा, सफेद, जाति - धर्म का न रहे भेद । अपनी धरा, गगन है अपना, मंजिल अपनी, अपना सपना, प्रगति-पथ पर कदम... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 118 Share Kanchan Khanna 27 Jan 2024 · 1 min read मतदान आइये हम सब करें मतदान, जनतंत्र का हो फिर सम्मान। बेमतलब की सुस्ती त्यागें, एक - एक मत की कड़ी जोड़ें, सही व्यक्ति को चुनकर लायें, दूसरों पर जिम्मेदारी न... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 114 Share Kanchan Khanna 24 Jan 2024 · 1 min read याद रिमझिम-रिमझिम बरसे सावन, पल-पल, पल-पल बहके यह मन। कुहू-कुहू कोयल गाये, कोई मीठा गीत सुनाये। दूर कहीं पर बोले पपीहा, बार-बार डोले फिर जिया। धीमे-धीमे बजती पायल, नाचे मन मयूर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 144 Share Kanchan Khanna 24 Jan 2024 · 1 min read आराधना माँ अम्बे करूँ तेरी आराधना, तेरी भक्ति मिले है मेरी कामना। माँ अम्बे....! अपने चरणों में मुझको जगह देना माँ, ज्ञानज्योति हृदय में जला देना माँ। मन में श्रद्धा हो,... Poetry Writing Challenge-2 · भक्ति गीत 174 Share Kanchan Khanna 23 Jan 2024 · 1 min read चल मनवा चलें....!!! झूमते-गाते जय-जय सियाराम, चल मनवा चलें अयोध्या धाम। तोड़ हर बंधन, छोड़ सब काम, चल मनवा चलें अयोध्या धाम। झूमते-गाते…..!! प्रभु-भक्ति की लगन लगा लें, प्रेम-भाव की ज्योत जगा लें,... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 110 Share Kanchan Khanna 23 Jan 2024 · 1 min read विनती पथ प्रदर्शित करें सियाराम, माँ भवानी अपनी शक्ति दें। तन, मन दोनों हों समर्पित, प्रभु अपनी पावन भक्ति दें।। अवगुणों के असुर नष्ट हों, जीवन के सभी क्लेश कटें। रोम-रोम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 161 Share