Rajesh Kumar Kaurav Poetry Writing Challenge-2 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rajesh Kumar Kaurav 17 Feb 2024 · 1 min read राम दर्शन राम दर्शन प्राण प्रतिष्ठा हो गई,पौष में दिवाली भई, खत्म हुआ इंतज़ार, दर्शन तो कीजिए । शुक्ल पक्ष की द्वादशी,संवत नाम है अस्सी, सिंहासन बैठें राम,दर्शन तो कीजिए । राम... Poetry Writing Challenge-2 131 Share Rajesh Kumar Kaurav 17 Feb 2024 · 1 min read आजादी /कृपाण घनाक्षरी आजादी /कृपाण घनाक्षरी भारत अब आजाद ,धन जन से आबाद, करलो वो दिन याद ,सत्ता विदेशियों हाथ । सपूतों का बलिदान, किये न्योछावर प्रान, करें सबका सम्मान ,अमर वीरों के... Poetry Writing Challenge-2 40 Share Rajesh Kumar Kaurav 17 Feb 2024 · 1 min read ऊँ ऊँ ऊँ शब्द एक मंत्र है,ध्वनि सृष्टी जग मूल । जड़ चेतन में व्याप्त है, उत्पत्ती निर्मूल ।। यही ब्रह्म आभास है,ऊँ ब्रह्म हरि नाम।। ऊर्जा शक्ति पुंज सदा, प्राण... Poetry Writing Challenge-2 165 Share Rajesh Kumar Kaurav 17 Feb 2024 · 1 min read नशा छोडो नशा छोडो नशा त्याग दो भैया बहना ।जीवन लाभ निरोगी रहना ।। पीते खाते बीड़ी जर्दा।गल जाता तालू मुँह पर्दा ।। नशा करें जो भाँग गुडाकू।स्वास्थ्य नाश करते बन ड़ाकू।।... Poetry Writing Challenge-2 124 Share Rajesh Kumar Kaurav 17 Feb 2024 · 1 min read जिन्दगी जिन्दगी जिन्दगी कल भी थी,जिन्दगी आज भी है । जिन्दगी कल भी रहेगी ,निश्चित नहीं है । जिन्दगी दिखती भी है ,अदृश्य भी है । यह तन रहे या न... Poetry Writing Challenge-2 61 Share Rajesh Kumar Kaurav 16 Feb 2024 · 1 min read प्रदूषण प्रदूषण कारण क्या जो बढे प्रदूषण, दोषी है इंसान। छेडछाड प्रकृति संग करता, बना स्वयं भगवान।। पर्वत खोद बनाता नदियाँ, उल्टा करें ढलान। गिट्टी मिट्टी रेत निकाले, बन मूरख अनजान।।... Poetry Writing Challenge-2 61 Share Rajesh Kumar Kaurav 16 Feb 2024 · 1 min read #दोहे (व्यंग्य वाण) #दोहे (व्यंग्य वाण) अंतर्मन की चाह पर,कब चलता इंसान। द्वेष कलह पाखंड से , जीवन भर हैरान ।। बुद्धि ज्ञान विवेक बहुत,बहरे मानव कान। अंदर की आवाज पर,दिया नहीं है... Poetry Writing Challenge-2 144 Share Rajesh Kumar Kaurav 16 Feb 2024 · 1 min read नारी शक्ति नारी शक्ति ब्रह्मा विष्णु देव महेश,आदि शक्ति उपजाए। सृष्टि संचालन के लिए ,शक्ति माँ ने अजमाए । सौप सृष्टि सृजन भार,स्वयं नारी रूप लिया । लक्ष्मी शिवा व ब्रह्माणी,रूपों में... Poetry Writing Challenge-2 74 Share Rajesh Kumar Kaurav 16 Feb 2024 · 1 min read समय समय शुभ समय भोर का,भजन करो जोर का, जन्म मिला पुनः अब,जागकर सोचिए । रात है मृत्यु संकेत,निद्रा देवी गोद लेत, जागते ही पुनर्जन्म, रोज रोज मानिए। साधना की सफलता... Poetry Writing Challenge-2 124 Share Rajesh Kumar Kaurav 16 Feb 2024 · 1 min read सत्यदेव सत्यदेव एक कथा महभारत आई। सत्य फलित जीवन में भाई ।। सत्यदेव इक नामी राजा ।धर्म शास्त्र सम्मत हर काजा।। एक बार नृप के दरबारा।नार रूप लक्ष्मी ने धारा।। विदा... Poetry Writing Challenge-2 76 Share Rajesh Kumar Kaurav 16 Feb 2024 · 1 min read #रंग (व्यंग्य वाण) #रंग (व्यंग्य वाण) बहुत रंगीली दुनिया,बिखरे रंग हजार । कुछ होते हैं प्राकृतिक,कुछ मानव व्यवहार।। जीवन के हर मोड़ पर,रंगों की बरसात। कुछ को दिन अच्छे लगें,कुछ को अच्छी रात।।... Poetry Writing Challenge-2 92 Share Rajesh Kumar Kaurav 16 Feb 2024 · 1 min read #भ्रष्टाचार #भ्रष्टाचार #दोहे भ्रष्टाचारी युग हुआ,लुप्त हुआ ईमान। मिलना मुश्किल आज है,सत वादी इंसान।। भ्रष्ट आचरण कर रहे,जिनके हाथ लगाम। ऊँचे पद पर बैठकर,कहें भोर को शाम।। बैच रहे ईमान सभी,धन... Poetry Writing Challenge-2 78 Share Rajesh Kumar Kaurav 15 Feb 2024 · 1 min read नववर्ष (व्यंग्य गीत ) नववर्ष (व्यंग्य गीत ) दिनकर जी क्या खूब लिखा ये नया वर्ष स्वीकार नहीं है पर देखो ये भारतीय जन कहना कभी मानता नहीं है चार हजार वर्ष पहले ही... Poetry Writing Challenge-2 130 Share Rajesh Kumar Kaurav 15 Feb 2024 · 1 min read #विषय उलझन #विषय उलझन #विधा चौपाई छंद उलझन है जीवन का हिस्सा । सुने पढ़े हमने बहु किस्सा ।। जब जब आती है कठिनाई । उलझन बन जाती दुखदाई ।। कुछ में... Poetry Writing Challenge-2 1 124 Share Rajesh Kumar Kaurav 15 Feb 2024 · 1 min read बस्ते का बोझ बस्ते का बोझ आप हम सब जानते हैं , बच्चे बोझ उठाते हैं, मजबूरी बनी हमारी , पढाना जो चाहते हैं । शासन बनाता योजना , बच्चों का पढना लिखना... Poetry Writing Challenge-2 1 80 Share Rajesh Kumar Kaurav 15 Feb 2024 · 1 min read बंदिश बंदिश बिन बंदिश शोभा कहाँ,होते लोग स्वछन्द। नियम हीन अच्छा नहीं,कभी काव्य मय छ्न्द ।। बंदिश है मर्याद की,मनाव तभी महान। बिन मर्यादा यदि रहे,कौन कहे इंसान ।। बंदिश कुछ... Poetry Writing Challenge-2 1 58 Share Rajesh Kumar Kaurav 15 Feb 2024 · 1 min read आल्हा छंद आल्हा छंद सात दशक की यह आजादी,भारत निज भाषा से हीन। चाहे जितनी करें तरक्की ,भाषा बिन लगता है दीन।। चन्द्रयान का डंका पीटा,सूर्ययान की भरता शान। वीर शहीदों की... Poetry Writing Challenge-2 83 Share Rajesh Kumar Kaurav 15 Feb 2024 · 1 min read #व्यंग्य वाण #व्यंग्य वाण अंग्रेजी शिक्षा अब ज्यादा । हुई प्रचारित कर कर वादा ।। मना रहे हिंदी पखवाडा । अंग्रेजी का रोज अखाड़ा ।। शहर गली या गाँव मुहल्ला। सुना रहा... Poetry Writing Challenge-2 1 128 Share Rajesh Kumar Kaurav 14 Feb 2024 · 1 min read युग बदल गया युग बदल गया कलयुग में त्रेतायुग आया,अवध विराजे राम। दर्शन करने दूर देश से,आते लोग तमाम। साधु संत सब महिमा गाते,भक्त करें जयकार। त्रेता जैसी लगे अयोध्या,सजा राम दरबार ।... Poetry Writing Challenge-2 101 Share Rajesh Kumar Kaurav 14 Feb 2024 · 1 min read प्रलोभन प्रलोभन प्रलोभनों के आकर्षण से बचता वो जो रहे जतन से अच्छे अच्छे फँस जाते हैं चतुर चोर के पाखंडो से । मन की चंचलता के आगे बुद्धि ज्ञान घायल... Poetry Writing Challenge-2 102 Share Rajesh Kumar Kaurav 14 Feb 2024 · 1 min read तीखे दोहे तीखे दोहे तप बल के आधार पर, होते संकट दूर। युगों युगों से मान्यता, हैं प्रमाण भरपूर ।। तपस्या कलियुगी हुई,भूले उच्च विधान । ऋषि संतों की साधना,दूर करे अज्ञान... Poetry Writing Challenge-2 125 Share Rajesh Kumar Kaurav 14 Feb 2024 · 1 min read #धरती के देवता #धरती के देवता #कविता (व्यंग्य वाण) धरती के भगवान अब पत्र पुष्प नहीं चाहते चढोत्री के रूप में छिपकर रिश्वत मांगते नेता हो चाहे अधिकारी लिपकीय सेवक कर्मचारी भगवान स्वयं... Poetry Writing Challenge-2 115 Share Rajesh Kumar Kaurav 14 Feb 2024 · 1 min read #विषय उत्साह #विषय उत्साह #विधा चौपाई अति उत्साह देश में भाई। चहुंओर अब राम दुहाई ।। राम चन्द्र बैठें सिंहासन । राम राज्य सा हो अनुशासन।। बैर भाव सब त्यागें लोगा। ईश... Poetry Writing Challenge-2 40 Share Rajesh Kumar Kaurav 13 Feb 2024 · 1 min read श्री राम राम स्वयं परमात्मा,जीव अंश जग आत्मा, सबके मन में बास,दूर मत खोजिए। आस्था श्रद्धा व विश्वास,राम दर्शन की आस, दुर्लभ मानव जन्म,राम भज लीजिए। ख़ुद को लो पहचान,देव रूप है... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 67 Share Rajesh Kumar Kaurav 13 Feb 2024 · 1 min read गणेश वंदना उमासुत विनायक , देवों के आप नायक, प्रथम पूजा आपकी, स्वीकार तो कीजिए । लीला है अपरंपार , आदि देव अवतार , एकदंत गजानन , दर्शन तो दीजिए । श्री... Poetry Writing Challenge-2 86 Share