Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Feb 2024 · 1 min read

आजादी /कृपाण घनाक्षरी

आजादी /कृपाण घनाक्षरी

भारत अब आजाद ,धन जन से आबाद,
करलो वो दिन याद ,सत्ता विदेशियों हाथ ।
सपूतों का बलिदान, किये न्योछावर प्रान,
करें सबका सम्मान ,अमर वीरों के साथ ।
बलिदानियों की गाथा ,सुन झुक जाता माथा ,
दुश्मन को ऐसा नाथा,देश भारत सनाथ।।
अब बारी है हमारी,सुरक्षा व रखवारी,
सेवा व समझदारी ,आम जनता के हाथ।
@आपदा
कष्टदायक है सदा,प्राकृतिक जो आपदा,
अनहोनी ही सर्वदा,सूझता नहीं उपाय।
रोग बने महामारी,सूखा बाढ भयकारी,
भू गर्भ की बमबारी,इनसे राम बचाय।
मानवीय गलती से,शोषण व दोहन से,
प्रकृति के विरोध से,मानव ही पछताय ।
आपदा आवे जैसी भी,दुःखी होते जीव सभी,
आपदा न आवे कभी ,हरि प्रार्थना सहाय।

राजेश कौरव सुमित्र

21 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Rajesh Kumar Kaurav
View all
You may also like:
इश्क़ लिखने पढ़ने में उलझ गया,
इश्क़ लिखने पढ़ने में उलझ गया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
लक्ष्मी-पूजन का अर्थ है- विकारों से मुक्ति
लक्ष्मी-पूजन का अर्थ है- विकारों से मुक्ति
कवि रमेशराज
रावण की गर्जना व संदेश
रावण की गर्जना व संदेश
Ram Krishan Rastogi
नजर लगी हा चाँद को, फीकी पड़ी उजास।
नजर लगी हा चाँद को, फीकी पड़ी उजास।
डॉ.सीमा अग्रवाल
"शिलालेख "
Slok maurya "umang"
स्वाधीनता के घाम से।
स्वाधीनता के घाम से।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
सत्य साधना -हायकु मुक्तक
सत्य साधना -हायकु मुक्तक
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
हम कैसे कहें कुछ तुमसे सनम ..
हम कैसे कहें कुछ तुमसे सनम ..
Sunil Suman
■ गाली का जवाब कविता-
■ गाली का जवाब कविता-
*Author प्रणय प्रभात*
प्रदाता
प्रदाता
Dinesh Kumar Gangwar
छोटी सी बात
छोटी सी बात
Kanchan Khanna
किसान
किसान
Dp Gangwar
पैसा बोलता है
पैसा बोलता है
Mukesh Kumar Sonkar
नव प्रबुद्ध भारती
नव प्रबुद्ध भारती
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
खुदा कि दोस्ती
खुदा कि दोस्ती
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
****अपने स्वास्थ्य से प्यार करें ****
****अपने स्वास्थ्य से प्यार करें ****
Kavita Chouhan
चार यार
चार यार
Bodhisatva kastooriya
मैं एक फरियाद लिए बैठा हूँ
मैं एक फरियाद लिए बैठा हूँ
Bhupendra Rawat
मैं आदमी असरदार हूं - हरवंश हृदय
मैं आदमी असरदार हूं - हरवंश हृदय
हरवंश हृदय
मोहन कृष्ण मुरारी
मोहन कृष्ण मुरारी
Mamta Rani
3239.*पूर्णिका*
3239.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कन्हैया आओ भादों में (भक्ति गीतिका)
कन्हैया आओ भादों में (भक्ति गीतिका)
Ravi Prakash
मेरे फितरत में ही नहीं है
मेरे फितरत में ही नहीं है
नेताम आर सी
मां नही भूलती
मां नही भूलती
Anjana banda
मेरा स्वप्नलोक
मेरा स्वप्नलोक
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
जीने के तकाज़े हैं
जीने के तकाज़े हैं
Dr fauzia Naseem shad
बनना है बेहतर तो सब कुछ झेलना पड़ेगा
बनना है बेहतर तो सब कुछ झेलना पड़ेगा
पूर्वार्थ
"सच्चाई"
Dr. Kishan tandon kranti
अपनी हिंदी
अपनी हिंदी
Dr.Priya Soni Khare
Loading...