सुखविंद्र सिंह मनसीरत Poetry Writing Challenge 27 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 May 2023 · 1 min read कितने दिल के करीब हो कितने दिल के करीब हो ******************* कितने दिल के करीब हो, तुम मेरे ही नसीब हो। तुम बिन सुंदर जहां नहीं, सच्चे साथी हबीब हो। कोई गम सह सकें नहीं,... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 201 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *जब जीना ही हर हाल है* *जब जीना ही हर हाल है* ********************* जब जीना ही हर हाल है, फिर क्यों चिंता मलाल है। लोभ,मोह,क्रोध ले डूबता, माया ठगनी फैला जाल हैं। मौकापरस्त बन कर लूटते,... Poetry Writing Challenge · कविता 218 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read किसी नजर को तेरी तलाश है किसी नजर को तेरी तलाश है ************************ किसी नजर को तेरी तलाश हैँ, न जो दिखे मन रहता उदास है। मिलो कभी आकर देख माजरा, हुआ असर दिल भी निराश... Poetry Writing Challenge · कविता 243 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *मै ही हूँ आपका कोई दूजा नहीं* *मै ही हूँ आपका कोई दूजा नहीं* ************************** तुम ही हूँ आसरा कोई दूजा नहीं, मै ही हूँ आपका कोई दूजा नहीं। ढूँढा सारा जहां मिल पाये ही नहीं, तुम... Poetry Writing Challenge · कविता 233 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *अब हाल क्या पूछना घाव तो मर गए है* *अब हाल क्या पूछना घाव तो मर गए है* ******************************** अब क्या हाल पूछना घाव तो भर गए हैँ, तुम को देखने के अरमान भी मर गए हैँ। ऑंखें भी... Poetry Writing Challenge · कविता 295 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *जमीनें हैँ महंगी जमीर बहुत ही सस्ते* *जमीनें हैँ महंगी जमीर बहुत ही सस्ते* ****************************** जमीनें हैँ महंगी जमीर बहुत ही सस्ते, इंसानियत के उठ गये जमीं पर बस्ते। हर कोई बहरा सुनना चाहता न कोई, झूठी... Poetry Writing Challenge · कविता 185 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *प्रीत पराई की बुरी पीर घड़ी* *प्रीत पराई की बुरी पीर घड़ी* *********************** तुम नहीं तो तेरी याद सही, कुम्हलाई है हर कली खिली। भूले न भुलाये भूली बिसरी, याद है हर बात जो भी कही।... Poetry Writing Challenge · कविता 245 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read बस इतनी सी कहनी बात है बस इतनी सी कहनी बात है ********************** बस इतनी सी कहनी बात है, मै हूँ तू जो हर पल साथ हैं। नीले नयन नीला नभ निहारें चाँद-सितारों से भरी रात... Poetry Writing Challenge · कविता 243 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *चुपके-चुपके खोई प्रोफाइल देखती हो* *चुपके-चुपके खोई प्रोफाइल देखती हो* ******************************* चुपके-चुपके खोई प्रोफाइल देखती हो, बिना तुम्हारे कैसी स्माइल देखती हो। कुछ भी न रहा दिल मे हमारे आप बिन, छोड़ कर दिल तोड़... Poetry Writing Challenge · कविता 197 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *इश्क तो सदा यारों भरी रवानी में होता है* *इश्क तो सदा यारों भरी रवानी में होता है* ********************************* जरूरी नहीं कि इश्क जवानी में होता है, इश्क तो सदा यारों भरी रवानी मे होता है। कहीं पर जरा... Poetry Writing Challenge · कविता 199 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *हँसना चाहूँ तो रो पड़ता हूँ* *हँसना चाहूँ तो रो पड़ता हूँ* *********************** हँसना चाहूँ तो रो पड़ता हूँ, जीने की चाहत में मरता हूँ। फ़िजा के फूल मन नहीं भाए, वक्त का पहिया चलता जाए,... Poetry Writing Challenge · कविता 125 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read **तीर सी सीधी चुभती बातें खरी-खरी** **तीर सी सीधी चुभती बातें खरी-खरी** ******************************** तेरे अंदर देखी जमा कतई बात कसूती सैं, यारां का है यार बाकी बेशक बातें झूठीं सैं। तीर सी सीधी चुभती तेरी बातें... Poetry Writing Challenge · कविता 219 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read ***** नीले नशीले नैन कटोरे ***** ***** नीले नशीले नैन कटोरे ***** ***************************** छोरी के नीले नशीले नैन कटोरे सैं, छैल - छबीले जिन पर मरते छोरे सैं। पैर कटन नै होरे भीड़ लाग रही भारी,... Poetry Writing Challenge · कविता 160 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *पेड़ों की छाँव बहुत शीत है* *पेड़ों की छाँव बहुत शीत है* *********************** पेड़ों की छाँव बहुत शीत है, तेज दोपहरी मे वही मीत है। कल कल कलरव करते पंछी, पक्षी गाते रहते मधुर गीत हैं।... Poetry Writing Challenge · गीत 107 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *नदिया किनारे मेरे गाँव में* *नदिया किनारे मेरे गाँव में* ********************* पीपल की सघनी छाँव मे, नदिया किनारे मेरे गाँव में। नहर किनारे हम चलते थे, कांटे चुभते थे नंगे पाँव मे। सीधे-साधे सादे पहरावे... Poetry Writing Challenge · कविता 141 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read **तुम क्या जानो दास्तां** **तुम क्या जानो दास्तां** ********************* तुझे नजरों मे छुपाया है, खुद के दिल मे बसाया है। तुम क्या जानो ये दास्तां, तुम्हे पलकों पै बैठाया है। एक पल भी कटता... Poetry Writing Challenge · कविता 133 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *अंग गौरी तेरे जैसे गहने हों भारी* *अंग गौरी तेरे जैसे गहने हों भारी* *************************** अंग गौरी तेरे जैसे गहने हों भारी, निहारूँ नैन नशीले मत जाए मारी। यौवन का जादू सिर चढ़ कर बोले, पाऊँ न... Poetry Writing Challenge · कविता 103 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *जरा आगोश मे तो आओ हम होश में नहीं" *जरा आगोश मे तो आओ हम होश में नहीं" *********************************** जरा आगोश में तो आओ हम होश में नहीं, यूँ अधर में न छोड़ जाओ हम होश में नहीं। देख... Poetry Writing Challenge · कविता 92 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *हमे अब भी गुजरा जमाना याद है* *हमे अब भी गुजरा जमाना याद है* **************************** हमें अब भी गुजरा जमाना याद है, हसीं पल से शोभित फ़साना याद है। मिलूँ कैसे तुम से कहाँ सूना जहां, बनाया... Poetry Writing Challenge · कविता 92 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *बसते हो तुम साँसों में* *बसते हो तुम साँसों में* ******************* बसते हो तुम साँसों में, चर्चे तेरे ही मेरी बातों में। नींद में भी देखूँ हर-दम, सपनों मे रहते रातों में। राही से हमराही... Poetry Writing Challenge · कविता 96 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read ***जाने कैसे ये हादसा हो गया*** ***जाने कैसे ये हादसा हो गया*** *************************** जाने कैसे ये हादसा हो गया, अपनों में ही झट लापता हो गया। मौका ये कैसा आ गया दरमियाँ, हम दोनों में ही... Poetry Writing Challenge · कविता 114 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read हम पंछी गगन के हैँ तेरे हम पंछी गगन के हैँ तेरे ******************* साँई धीर धरो मन मेरे, हम पंछी गगन के हैँ तेरे। नीर भरा नैनों में हर दम, हर पल गाएँ तेरी सरगम, प्रभु... Poetry Writing Challenge · गीत 67 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read **तंग करने लगी खुद की परछाई है** **तंग करने लगी खुद की परछाई है** ******************************* तंग करने लगी खुद की ही परछाई है, देखो तो सही यह कैसी नौबत आई है। देख लिया कोना कोना देखी दुनियादारी,... Poetry Writing Challenge · कविता 103 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *बहुत मिलेंगे खुशियों में जहर घोलने वाले* *बहुत मिलेंगे खुशियों में जहर घोलने वाले* ********************************** बहुत मिलेंगे खुशियों में जहर घोलने वाले, पर मिलते नहीं हैं गमों का भार तौलने वाले। नहीं रहा किसी में भी कुछ... Poetry Writing Challenge · कविता 237 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read **फूलों सा सुन्दर गांव मेरा है** **फूलों सा सुन्दर गांव मेरा है** ************************* जहां पशु पक्षियों का बसेरा है, फूलों सा सुन्दर गांव मेरा हैं। कोयल मधुरिम गान सुनाती है, जहां पुरवाई सुहानी आती है, शुद्ध... Poetry Writing Challenge · गीत 92 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read ***मन में बहती रहे प्रेम की गंगा**** ***मन में बहती रहे प्रेम की गंगा**** ***************************** मन में बहती रहे सदा प्रेम की गंगा। तनबदन चुस्त तंदरुस्त और हो चंगा। चिंगारी भड़के ही शोला बनती जाती, जाति संप्रदायी... Poetry Writing Challenge · कविता 214 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read जी ली जिंदगी अब मरने की बारी है जी ली जिंदगी अब मरने की बारी है ***************************** जी ली जिंदगी अब मरने की बारी है, प्यार करना भी तो एक बीमारी है। हौसलों से भरी हों सारी दिलदारियां,... Poetry Writing Challenge · कविता 200 Share