Radha Bablu mishra Poetry Writing Challenge 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Radha Bablu mishra 13 Jun 2023 · 1 min read यादों के बरसात को छोड़, यादों के बरसात को छोड़, तुमने मुझे, गमों के मौसम में धकेल दिया। मोहब्बत कि सज़ा दी तुने मुझे, बेवफा ऐसा क्यों सितम किया? अपने दर्द के अफसाना को, खुद... Poetry Writing Challenge 1 324 Share Radha Bablu mishra 13 Jun 2023 · 1 min read नशा मोहब्बत का उतार फेंके दो, नशा मोहब्बत का उतार फेंके दो, प्यारे जिंदगी बहुत छोटी हमारी, अपने लक्ष्य पे ध्यान दो। ना फंस तुम इस दिल के उलझन में, ध्यान दो अपना कल सुलझाने में।... Poetry Writing Challenge 2 293 Share Radha Bablu mishra 13 Jun 2023 · 1 min read मौत का क्या कसूर टुट गया घर सपनों का, बिछा गए सेज कांटों का, यह कार्य और न किसी को, सब दर्द दिए अपनों ने। ना जाने कैसी तुफ़ान आई, जो उड़ा ले गई... Poetry Writing Challenge 1 203 Share Radha Bablu mishra 13 Jun 2023 · 1 min read रैना बीते न बेकार में, रैना बीते न बेकार में, कहीं इधर उधर के बातों में। नींद ना आए जाएं तेरे नैनों में, ना कुछ तुम कहो, ना हम कुछ कहेंगे, बस आंखे पढ़ लेना... Poetry Writing Challenge 1 229 Share Radha Bablu mishra 13 Jun 2023 · 1 min read प्रेम का साक्षात्कार सोचा चलू आज प्रेम से मिलकर, ले लूं उनका साक्षात्कार। पहले तो चौकीदार दिल ने उनकी नहीं दि इजाज़त हमें। लाख मनाया दिया रिश्वत, तब कहीं जा के हुआ समय... Poetry Writing Challenge 146 Share Radha Bablu mishra 11 Jun 2023 · 1 min read दर्द भी शर्माते हैं अपने फायदे के लिए, खेला सबने हमारे जज्बातों के संग। कार्य पूर्ण हो जाने पर, ठोकरें मार दी हमें। विश्वास किया जिस जिस पे, पहले धोखा उन्होंने ही दिया। जब... Poetry Writing Challenge 218 Share Radha Bablu mishra 11 Jun 2023 · 1 min read हंसती होगी आत्मा उन फिरंगी कि, हंसती होगी आत्मा उन फिरंगी कि, जिनके गुलामी से पाने को छुटकारा, ना जाने कितने दर्द सहे हमारे पुर्वज ने। कहते होंगे हंस हंस कर हर घड़ी, हमारे पितरों से,... Poetry Writing Challenge 1 146 Share Radha Bablu mishra 11 Jun 2023 · 1 min read बेटियां ना बनाना इस जग के लिए देख दुनिया के दरिन्दो को, तड़प उठा मन मेरा, माफ़ करना बेटियां मेरी, अब आना ना तुम इस दुनिया में। गुज़ारिश समझों या मजबूरी, अच्छी लगे यह बात या बुरी,... Poetry Writing Challenge 137 Share Radha Bablu mishra 10 Jun 2023 · 1 min read भिन्न भिन्न रोशनी दिया जलकर करतीं उजाला, पर भिन्न होती, रोशनी सभी के लिए। घर में हमारे सजती देवों के थाली में, गृहणी करती अपने घर प्रकाशित, उस दिया के बाती से। दिया... Poetry Writing Challenge 2 125 Share Radha Bablu mishra 7 Jun 2023 · 1 min read अफसाना यादों कि अफसाना में कहीं खो गए हम, तुम्हें खोजने युही निकल गए हम। लौट के ना आ सकते वे पल खुशी के, फिर भी तेरे यादों के सहारे, जीवन... Poetry Writing Challenge 2 314 Share Radha Bablu mishra 7 Jun 2023 · 1 min read अनचाहा दर्द खुद से खुद लड़ रही हूं, अपने भीतर ही भीतर जल रही हूं। दर्द ऐसा जो बता नही सकते, दुनिया से बोल ओर गम बढ़ा नहीं सकते। दुनिया तो मस्त... Poetry Writing Challenge 2 238 Share Radha Bablu mishra 3 Jun 2023 · 1 min read शहीद अरे, पगली रोती क्यों? मैं तो तेरे पास खड़ा। तेरे सांसों में बसा में, जिन्दा हू तेरे यादों में, पहले तो दुर रहता भी था, पर अब हर घड़ी तेरे... Poetry Writing Challenge 2 211 Share Radha Bablu mishra 3 Jun 2023 · 1 min read लोभ ना जाने लोग क्या - क्या कर जाते, कारण इसके, सिवा मिथ्या प्रसन्नता के, मिलता न कुछ उन्हें, फिर भी दूसरों के साथ - साथ, लोग अपना घर भी उजाड़... Poetry Writing Challenge 259 Share Radha Bablu mishra 3 Jun 2023 · 1 min read प्रेम या खिलवाड़ घायल हुआ हिमालय फिर से, ज़ख्म किसी और ने नहीं, अपनों ने ही दिया, ज़रूरत नहीं उसे वैद्य हकीमों कि, सेवा में चाहिए फिर से उसे, कोई राम - कृष्ण... Poetry Writing Challenge 1 255 Share Radha Bablu mishra 3 Jun 2023 · 1 min read प्रेम ना जाने कितने रक्त बहे, कितने पर शमशीर चले, पर रोग ना छुटा इस पथ का। लाइलाज रोग यह , फिर भी सब रोगी बनने को तैयार। हाथ बंधा था... Poetry Writing Challenge 1 1 312 Share Radha Bablu mishra 31 May 2023 · 1 min read राज खुशी का यह देखो इस पौधे को, कितना मुस्करा रही है, मां के समीप रह कर, बहुत इतरा रही है। " क्या राज़ तुम्हारी प्रसन्नता का ? तुम दुनिया वाले, ना समझ... Poetry Writing Challenge 224 Share Radha Bablu mishra 31 May 2023 · 1 min read बेटी मैया तेरी फुलवारी की , मैं एक फूल मासूम, फिर क्यों तोड़ मुझे , किसी ओर को सौंप देती? क्या दर्द न होता तुमको? बिछड़ कर मुझसे। क्यों पत्थर दिल... Poetry Writing Challenge 326 Share Radha Bablu mishra 31 May 2023 · 1 min read अगर होता दिल पत्थर का ना महसूस होता दुःख ना दर्द कोई अगर होता दिल मेरा पत्थर का। कोई तोड़ भी जाता दिल, तो फर्क ना परता कोई, यु ही खुश रहता हर पल, जैसे... Poetry Writing Challenge 244 Share Radha Bablu mishra 28 May 2023 · 1 min read ऐसा क्यों होता है? चोट लगती है धड़कन में, पर आंसू आंखों से बहती है। ऐसा क्यों होता है? नैना चलती चाल सब, पर प्रेम दिल को होता है। फंसाती मोह के जाल में... Poetry Writing Challenge 145 Share Radha Bablu mishra 28 May 2023 · 1 min read पक्षी मैं पाखी दूर गगन की, दूर देश में घुमती हूं। रोक ना सके कोई सरहद हमको, अपने आजादी से विचरतीं हूं। खेलतीं आंख मिचौली तुफानों से, पलति हूं मैं आंधी... Poetry Writing Challenge 275 Share Radha Bablu mishra 25 May 2023 · 1 min read कहानी प्रेम कि प्रेम कि कहानी , पुरानी बहुत, ना जाने किसने,किसको किया, सबसे पहले प्रेम, पर हर युग में इसने राज किया ।। प्रेम के साथ धोखा ने भी साथ, बसाया घर... Poetry Writing Challenge 2 97 Share Radha Bablu mishra 25 May 2023 · 1 min read अश्रु कोई गम के तो कोई खुशी के, पर , आंसु तो सभी बहा रहे, अपनों के लिए कोई, कोई अपने लिए, पर निकल रहे नयनों से, यह धारा सभी के,... Poetry Writing Challenge 2 1 141 Share Radha Bablu mishra 25 May 2023 · 1 min read नैना यु ना खेला कर आंख मिचौली नैना यु ना खेला कर तु , आंख मिचौली , देख, पलकों में तेरे, बसते हैं प्रियतम मेरे, कहीं टूट ना जाए उनसे, हमारी प्रेम कि डोरी। नैना यु ना... Poetry Writing Challenge 2 1 91 Share Radha Bablu mishra 22 May 2023 · 1 min read एक प्रेम ऐसा भी, मां , मुझे खिला कर , सोई भूखे पेट, दर्द से टुट रह था पुरा बदन, फिर भी पापा मेरे मुस्करा रहे थे कहीं रह ना जाए कमी किसी चीज,... Poetry Writing Challenge 1 1 177 Share Radha Bablu mishra 22 May 2023 · 1 min read युद्ध ना जाने उजारे मैंने घर कितनों का, छीना सिंन्दुर कितनों का, पिया ना जाने रक्त कितना, फिर भी तृप्त ना हुआ मन। मैं "युद्ध"हु भाई, जब बोले काल सर चढ़,... Poetry Writing Challenge 268 Share