आर.एस. 'प्रीतम' Poetry Writing Challenge 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid आर.एस. 'प्रीतम' 13 Jun 2023 · 1 min read कविता : मौन #विषय : मौन जब मन विचलित हो जाए, कोई उत्तर समझ न आए। द्वंद्व हृदय में छा जाए, सिर भी चकराने लग जाए। मौन साधना कर लेना, ठण्डी आहें कुछ... Poetry Writing Challenge 1 193 Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 Jun 2023 · 1 min read #कविता : समझ आदमी की #समझ आदमी की लगा मुखौटे कई आदमी, ख़ूब मचल इठलाता है। पढ़ो चेहरा कई दफ़ा तुम, तभी समझ में आता है।। बिन समझे विश्वास किया तो, चोट लगेगी अति भारी।... Poetry Writing Challenge 1 163 Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 Jun 2023 · 1 min read #कविता : जीवन के दिन चार #जीवन के दिन चार बनो सहारा मत चाहे तुम, कपट किसी से मत करना। एक चुनौती सही चलन की, स्वीकार करो फिर चलना।। कौन किसी को क्या देता है, कौन... Poetry Writing Challenge 1 344 Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 Jun 2023 · 1 min read कविता : संग तुम्हारा अद्भुत गहना #संग तुम्हारा अद्भुत गहना धवरी धूप सरिस मन तेरा। लूट लिया जिसने मन मेरा।। कोयल सम मधुर सरस वाणी। प्रिया सदा से तू कल्याणी।। कोमल कथन मुलायम चाहत। गुणकारी तेरी... Poetry Writing Challenge 1 189 Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 Jun 2023 · 1 min read #कविता : हुनरमंद मानव #कविता : हुनरमंद मानव सौरभ शूलों में भर देता। पत्थर को मोम बना लेता।। बंजर में हरियाली लाए। हुनरमंद मानव बन जाए।। रोते को जो सदा हँसाए। प्यासे की भी... Poetry Writing Challenge 1 97 Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 Jun 2023 · 1 min read कविता : चुनौती स्वीकार चुनौती हर लेगा। इतिहास नया वही रचेगा।। मोड़ नये पल-पल आएंगे। सीख नयी पर सिखलाएंगे।। सोच अकेले होगा चलना। पीर मिले फिर भी है खिलना।। सूर्य अकेला ही चलता... Poetry Writing Challenge 1 226 Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 Jun 2023 · 1 min read कविता : मंदिर की वो शंख ध्वनि मंदिर की वो शंख ध्वनि, बने भक्ति का सार। शीतल पावन मन करे, देती शाँति अपार।। पुष्प सरिस कोमल लगे, लगती सर्द बयार। झरने की कलकल लगे, पायल की झंकार।।... Poetry Writing Challenge 2 431 Share आर.एस. 'प्रीतम' 12 Jun 2023 · 1 min read कविता : ख़ुद की तलाश में हूँ #विषय : ख़ुद की तलाश में हूँ जाग रहा हूँ स्वप्न सजाकर। गुम हूँ मैं घर में आकर।। प्यास नहीं मिटती बढ़ती है। निज आत्मा ही अब लड़ती है।। कैसे... Poetry Writing Challenge 2 2 260 Share आर.एस. 'प्रीतम' 12 Jun 2023 · 1 min read कविता : शिवत्व मंगल करना प्रभु अविनाशी। मन हो जाए नगपति काशी।। वैर भाव मन में न समाए। प्रेम हृदय में भर-भर आए।। लालच मन का दूर भगा दो। हे प्रभु! शिवत्व राग... Poetry Writing Challenge 2 130 Share आर.एस. 'प्रीतम' 12 Jun 2023 · 1 min read कुंडलिया : तीन कुंडलिया सपना मन लाचार हैं, हार रहा जब प्यार। मगर धैर्य टूटा नहीं, हार सीख संसार।। हार सीख संसार, यत्न से आगे बढ़ना। गिर-गिरकर शिशु बाल, एक दिन सीखे चलना।। सुन... Poetry Writing Challenge 1 175 Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 Jun 2023 · 1 min read कविता : सही फ़ैसला जन्म दिया अरु पालन पोषण। उसी पिता-माता का शोषण।। देख चैन भी आपा खोए। हृदय ख़ून के आँसू रोए।। पीर छिपाकर अपनी हँसना। मार गिराई मानो रसना।। पल-पल बढ़ते बेटी... Poetry Writing Challenge 146 Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 Jun 2023 · 2 min read चालीसा : पत्नी चालीसा पत्नी की सब मानिये, महके घर संसार। भला आपका चाहती, आप गले के हार।। पत्नी घर का नूर है, लक्ष्मी आँगन द्वार। सौंपा जिस माँ-बाप ने, मानो तुम आभार।। पत्नी... Poetry Writing Challenge 239 Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 Jun 2023 · 2 min read कविता : जीवन पथ पर जीवन पथ पर चलते-चलते, लाख मुसीबत आती हैं। रहे हौंसला साहस मन में, छूने से शरमाती हैं।। बंदर घुड़की से डरना क्या? सीना तान चलो प्यारे। छू लोगे तुम गगन... Poetry Writing Challenge 1 197 Share आर.एस. 'प्रीतम' 10 Jun 2023 · 1 min read कविता : मुस्कुराकर मिला करो ज़रा मुस्क़ुराकर मिला करो, दुनिया गुलशन हो जाए।। ख़ुशबू फैले मन-भावों की, दशों-दिशा मस्ती छाए।। नैन मिलाकर चैन मिले ज्यों, मुस्क़ान ख़ुशी देती है। हारे इंसानों के मन में, जोश... Poetry Writing Challenge 1 211 Share आर.एस. 'प्रीतम' 10 Jun 2023 · 1 min read कविता : दर्शनाभिलाषी दर्शनाभिलाषी मैं प्रीतम। दर्शन देना अपने अनुपम।। द्वार खड़ा भगवान तुम्हारे। रोम-रोम है तुम्हें पुकारे।। सबके कष्ट मिटानेवाले। मेरे मन में भरो उजाले।। तम के बादल घोर निराशा। एक तुम्हीं... Poetry Writing Challenge 1 250 Share आर.एस. 'प्रीतम' 9 Jun 2023 · 1 min read कविता : वैराग्य आसक्ति हुई जब माया से, मृगतृष्णा में मन दौड़ा जाए। तृप्ति कभी भी यूँ मिले नहीं, कम दिखता जितना जोड़ा जाए।। फल आसक्ति त्याग मानव तू, वैराग्य तभी धारण कर... Poetry Writing Challenge 2 2 348 Share आर.एस. 'प्रीतम' 9 Jun 2023 · 1 min read कविता : क्यों व्यर्थ चिंता करते हो? कुछ भी नहीं है हाथो में, क्यों व्यर्थ चिंता करते हो? फल कर्म जैसा मिलता है, क्यों बात भूला करते हो? भूलो बुराई बद बातें, संसार ज़न्नत पाओगे। भगवान जीवों... Poetry Writing Challenge 2 275 Share आर.एस. 'प्रीतम' 8 Jun 2023 · 1 min read कविता : हृदय में तेरा वास हो हृदय में तेरा वास हो, तभी जीवन मधुमास हो। करूँ वंदना मालिक यही, अटल मेरा विश्वास हो।। सहारा तुम ही हौंसला, मुझे देते दिन रात हो। तुम्हें भूलूँ कैसे कभी,... Poetry Writing Challenge 449 Share आर.एस. 'प्रीतम' 7 Jun 2023 · 1 min read कविता : मनोकामना मनोकामना पूरी करना, दुवा करूँ मैं दिन-रात। प्रभु अविनाशी मंगलदायक, सुनना मेरे जज्बात।। सत्य यत्न का फल देना तुम, देना मीठे अहसास। रहे हमेशा तुमपर सबका, अटल अडिग हो विश्वास।... Poetry Writing Challenge 1 2 256 Share आर.एस. 'प्रीतम' 7 Jun 2023 · 1 min read कविता : मेरे मन के मंदिर में मेरे मन के मंदिर में तो, बसे श्याम हैं मुरली वाले। नाम जपा है जबसे प्रभु का, मेरे सब सकंट हर डाले।। मुस्क़ान मनोहर है मुख पर, गले कुंज की... Poetry Writing Challenge 1 1 397 Share आर.एस. 'प्रीतम' 7 Jun 2023 · 1 min read दोहे : प्रीतम के दोहे हासिल करो मुक़ाम तुम, बड़ा शत्रु से मीत। बिना जलन अरु बिन लड़े, बड़े बोल पर जीत।। पाँव जले हैं धूप में, घृणा यार की धूप। प्रेम मिले हँसता रहूँ,... Poetry Writing Challenge 1 2 296 Share आर.एस. 'प्रीतम' 7 Jun 2023 · 1 min read कविता : उड़ान मुझे उड़ना है उन्मुक्त उड़ान। लिया मन में है अरमान ठान।। नये सपने देंगे मन निखार। चलूँगा पग-पग खुद को सुधार।। लिए मन में मंज़िल की उमंग। चलूँगा होकर मैं... Poetry Writing Challenge 1 1 215 Share आर.एस. 'प्रीतम' 7 Jun 2023 · 1 min read दोहे : दोहे समय पर समय समझ अनुकूल से, जीवन में आनंद। मधुर मनोहर ज्यों करे, कविता को हर छंद।। बड़ा समय से गुरु नहीं, तभी समय बलवान। चलो समय के संग तुम, लेकर मन... Poetry Writing Challenge 1 78 Share आर.एस. 'प्रीतम' 7 Jun 2023 · 1 min read कविता : तेरे ही सपने तेरे ही सपने आते हैं। जो मंज़िल को दिखलाते हैं। पर तू ही मेरी मंज़िल है। कुर्बान तुझी पर तो दिल है।। जिसदिन भी तू मिल जायेगी। चमक चेहरे पर... Poetry Writing Challenge 1 1 61 Share आर.एस. 'प्रीतम' 7 Jun 2023 · 1 min read कविता : किसी नज़र ने लूट लिया दिल किसी नज़र ने, असर न मिटनेवाला है। किसी नज़र ने दर्द दिया वो, कभी न घटनेवाला है।। नज़रें कितने रंग दिखाती, समझ न कोई पाया है; समझ... 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