Posts “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 223 authors · 531 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 8 Next Nitu Sah 28 Apr 2022 · 1 min read पिता अम्बर हैं इस धारा का पिता अम्बर हैं इस धारा का मैं हूं उनकी नन्ही परी पिता जादूगर हैं मेरी दुनिया की मैं हूं उनकी जादू की छड़ी पिता अरमां है मेरे सपने के मैं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 6 595 Share Nitu Sah 28 Apr 2022 · 1 min read प्यारे पापा मैं तेरी बेटी प्यारी तु मेरा पापा प्यारा। जिवन के हर एक डगर पे है तुमने मुझको सम्हाला।। कंधे पर बिठा के मुझकोे तुमने सैर कराया था। तोतली भाषा में... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 2 253 Share Rakmish Sultanpuri 28 Apr 2022 · 1 min read हर एक रिश्ता निभाता पिता है –गीतिका पिता गीतिका ------------------------ हमें पाठ सच का पढ़ाता पिता है । कि हर एक रिश्ता निभाता पिता है । वो देता है हर एक प्रश्नों का उत्तर , जो दुनिया... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 12 15 684 Share Taj Mohammad 28 Apr 2022 · 1 min read पिता है भावनाओं का समंदर। पुत्र पिता से कुछ ना छिपाते है। जब यह पिता मित्र बन जाते है।।1।। मेरे पिता तो ऐसे ही है सदा से। तेज धूप में छांव वो बन जाते है।।2।।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 7 8 376 Share Archana Shukla "Abhidha" 27 Apr 2022 · 3 min read ईश्वरतत्वीय वरदान"पिता" क्षितिज से विशाल, रत्नाकर से गहरें, शालीन उदार संयमी तपस्वी, जो कोटिश ऋषिमुनियों की, पवित्र पावन तपोभूमि पर, कठोर तप का, ईश्वरतत्वीय वरदान है.... सांसारिक काँटों के बीच, नन्हें परिंदें... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 12 13 516 Share Dr Manju Saini 27 Apr 2022 · 1 min read पिता की तरह पिता की तरह उम्मीदे पिता की तरह सामने है मेरे। कुछ नहीं कहते पर रहते हमेशा साथ पिता।। न रोते हैं दुख में,न हंसते हैं खुशी में। कुछ नही कहते... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 189 Share Dr Manju Saini 27 Apr 2022 · 1 min read मेरी उम्मीद थे पापा शीर्षक: मेरी उम्मीद थे पापा आपके बिना रहना तो दूर पापा सोचना भी मेरे लिए तो मुश्किल था आपसे ही तो मेरी उम्मीदे थी सारी दुनियां की मानो खुशियां थी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 134 Share Dr Manju Saini 27 Apr 2022 · 1 min read पापा आप बिन शीर्षक:पापा आप बिन कैसे रानी बिटिया हुआ करती थी मैं जब आप मेरे साथ थे जीवंत रूप में कैसे रानी बिटिया से अनाथ हुई समझ ही नही आया आखिर क्यों... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 173 Share Dr Manju Saini 27 Apr 2022 · 1 min read कितने दिन बीत गए पापा शीर्षक:कितने दिन बीत गए पापा न जाने अनगिनत दिन बीत गए आपसे रूबरू हुए कैसे हुआ ये कि आपकी बिटिया आपसे क्षणभर भी अलग नही होती थी तकदीर का लिखा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 130 Share Sushma Singh 27 Apr 2022 · 1 min read मेरा हौंसला हैं पिता मेरा हौंसला है पिता --------------------- जीवन पथ में संघर्षं कि तपन, और हौंसलों की उड़ान है तूफानों में डगमगाती नौका के, खैवनहार होतें हैं पिता। मेरा हौंसला हैं पिता---- बचपन... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 130 Share Nitu Sah 27 Apr 2022 · 1 min read पापा सपने ख्वाब में देखें पुरा किया मेरे पापा ने। पकड़ के उंगली चलना सिखाया मेरे पापा ने।। कंधे पर बिठा के दुनिया की सैर कराया मेरे पापा ने। जरा-सा मैं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 3 317 Share Nitu Sah 27 Apr 2022 · 1 min read रत्नों में रत्न है मेरे बापू रत्नों में रत्न है मेरे बापू मेरे सिर के ताज और अभिमान है मेरे बापू।। दुनिया के हर दौलत बेकार है उनके आगे उनसे ही हर सोहरत सकार हैं मेरे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · गीत 5 4 423 Share Shailendra Aseem 27 Apr 2022 · 1 min read पिता पहचान, आन-बान व सम्मान पिता हैं होठों पे थिरकती हुई मुस्कान पिता हैं चन्दन की तरह पाक व गंगा सी विमलता भगवान के भेजे हुए वरदान पिता हैं अपनी न... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 9 14 922 Share Pradeep Chauhan 27 Apr 2022 · 1 min read पिता की यादें याद मुझको पिता की रुलाती रही आंख भी अश्रुधारा, बहाती रही।। जिनकी आवाज से हम तो सहमे सदा उनकी आवाज कानों में आती रही।। डांटते थे मगर खूब समझाते वो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 5 5 327 Share Nitu Sah 27 Apr 2022 · 1 min read मेरे पापा जैसे कोई नहीं.......... है न खुदा जिनके थाम के सदा, मैं उंगली हूं चला जिनके कांधे पे चढ़कर, ये ज़हां हैं घुमा उनके जैसा कोई नहीं है, हां कोई नहीं हैं,हैं न ख़ुदा-२ मानतें हैं लोग... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · गीत 3 2 634 Share Dr Manju Saini 26 Apr 2022 · 1 min read मेरे पापा कहते थे शीर्षक :मेरे पापा कहते थे समय बड़ा बलवान है पापा हमेशा कहते थे लौट कर कभी नही आता बस ये समझाते थे समय की कद्र करो यही पाठ पढ़ाया करते... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 4 174 Share Aruna Dogra Sharma 26 Apr 2022 · 1 min read पिता पिता पिता दिवस हम नहीं मनाते, हम तो निस दिन शीश झुकाते, देख कठिन संघर्ष पिता का, मन ही मन हम तो इतराते, बिखरे रिसते रिशतो को भी, प्यार से... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 13 15 824 Share Taj Mohammad 26 Apr 2022 · 1 min read एक मसीहा घर में रहता है। एक मसीहा घर में रहता है। ज़माना जिसको पिता कहता है।।1।। सारे दुख ही वह सहता है। पिता परिवार के विघ्न हरता है।।2।। ईश्वर तुल्य चरित्र उसका है। जीवन भर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 3 6 284 Share Anurag Tripathi 26 Apr 2022 · 1 min read Pita दोनो समय का भोजन माँ बनाती है तो जीवन भर भोजन की व्यवस्था करने वाले पिता होते हैं। कभी चोट लगे तो मुंह से ‘ओह माँ’ निकलता है रास्ता पार... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 3 219 Share Taj Mohammad 26 Apr 2022 · 1 min read शब्द नही है पिता जी की व्याख्या करने को। सबको प्रेम डोर के सूत्र से बांधे रखते थे। वह परिवार में पिता थे हमारे जो ऐसा करते थे।।1।। हम सारे भाई अपने अपने पैरों पे खड़े थे। पर पिता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 5 6 574 Share Shaily 25 Apr 2022 · 2 min read पिता, इन्टरनेट युग में जिसने तुमको जन्म दिया है, उसको क्या दे पाओगे! फ़ादर्स डे पर, अपने पप्पा को कितना बहलाओगे? गूगल या पेपर से पढ़ कर, याद तुम्हें भी आती है, बूढ़े पापा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 6 9 366 Share Ruchika Rai 25 Apr 2022 · 1 min read बुजुर्ग पिता बुजुर्ग होते पिता ,मित्र बन जाते हैं अनुभव की भट्ठी में तपे हुए वो अपने अनुभव को सांझा करते हैं। नही थोपते निर्णय अपना, बस मार्ग अपने नजरिये से सुझाते... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 359 Share Ruchika Rai 25 Apr 2022 · 1 min read पिता तपती जेठ की दुपहरी में शीतल मंद बयार से होते हैं पिता। हाड़ कंपकपाती ठंड में अलाव से होते हैं ये पिता। खुद सारे ताप सहते पर बच्चों के ढाल... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 161 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 25 Apr 2022 · 1 min read माता पिता जीवन की बुनियाद जिंदगी के हर सफे में, छुपी बुनियाद होती है हर एक ऊंचाई में तेरी, दबी बुनियाद होती है खड़े हो जिन मुकामों पर, परवरिश की ईट होती है मां बाप... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 5 349 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 25 Apr 2022 · 1 min read मेरे पापा मैंने रब से ख्वाहिश की, जिसे पूरा किया मेरे पापा ने, मैंने चलने की कोशिश की, मुझे रास्ता दिया मेरे पापा ने, मैंने उड़ने की कोशिश की, मुझे आसमाँ दिया... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 13 16 414 Share Taj Mohammad 25 Apr 2022 · 1 min read पिता के रिश्ते में फर्क होता है। पिता पथ का प्रदर्शक होता है। बिन पिता जग निरर्थक होता है।।1।। पिता जीवन सार्थक करता है। पिता परिश्रम में अथक होता है।।2।। पिता यूं ही ना हमको टोकता है।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 6 10 342 Share Taj Mohammad 25 Apr 2022 · 1 min read तो पिता भी आसमान है। यदि माता वसुंधरा है। तो पिता भी आसमान है।। यदि माता कोमल छांव है। तो प्रेम से भरा पिता भी सर से पांव है।। यदि माता के जिम्मे घर के... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 348 Share Lovi Mishra 25 Apr 2022 · 1 min read पापा मेरे नन्हे हाथों ने बड़ी मजबूती से थामा था लगता था मेरी मुट्ठी में तब सारा जमाना था बाजार की भीड़ में भी बस चलते जाना था पसंद की हर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 5 348 Share Sushma Singh 24 Apr 2022 · 1 min read पिता की लाड़ली हूं मैं पिता की लाड़ली हूं मैं ------------------------- नाजों से मुझको पाला, समझा आंख का तारा। सदा मुझे प्यार है देते, मां पापा सारा !!!! पिता की लाड़ली हूं मैं--- कभी आंखों... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 149 Share आर.एस. 'प्रीतम' 24 Apr 2022 · 1 min read #पूज्य पिता जी पिता उजाला बन जीवन का, अँधियारा घोर मिटाए। परिवार हेतु निज सुख भूले, हर चिंता दूर भगाए।। माता धरती आकाश पिता, प्रतिपल में मंगलकारी। स्नेह सुधा का पान कराए, निश्छल... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 13 20 875 Share Rajesh Kumar Kaurav 24 Apr 2022 · 1 min read पिता (सूर घनाक्षरी) #पिता (सूर घनाक्षरी) सब रिश्तों से गहरा पिता प्रेम का पहरा जीवन की हर बाधा स्वयं ही स्वीकार । संतान सुखी जीवन पिता प्रफुल्लित मन भूलता तन की पीड़ा सुनता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 470 Share Sushma Singh 24 Apr 2022 · 1 min read मेरी हिम्मत हैं पिता मेरी हिम्मत हैं पिता ---------------------- मेरी हिम्मत और मेरा गर्व हैं पिता, मेरा सुख दौलत मेरा अस्तित्व है पिता। मेहनत करके खून पसीना बहाते, पिता हम सब पर खुशियां ढेरों... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 176 Share अनिल मिश्र 24 Apr 2022 · 2 min read पिता पिता **** एक पिता कितना दृढ़ लगता है जीवन के हर चुभने वाले मोड़ों पर भी हँसते, मुस्कुराते बच्चों के चेहरे में जीवन की सारी खुशी और आनंद ढूंढते हुए... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 5 379 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 24 Apr 2022 · 1 min read $$पिता$$ पिता : कुछ मुक्तक बाल मेरे पक गये होंठ अब सील गये // गाल मेरे सूख गये दाँत अब हिल गये // आँखें धँस गईं आईना फिर चढ़ गया,, चमड़ी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · मुक्तक 6 9 575 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 24 Apr 2022 · 1 min read (((मन नहीं लगता))) "मन नहीं लगता" झंझावतों से ऊब कर, संघर्षों से अब टूट कर, मेरा मन कहता है सही-सही -- "मन नहीं लगता है !" गृहस्थी की जरूरतों से, बाज़ारों की हसरतों... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 6 655 Share सेजल गोस्वामी 24 Apr 2022 · 1 min read पापा पापा,, शब्द नहीं.. भावनाएं हैं। बच्चे से जुड़ी पिता की सारी संवेदनाएं हैं।। पिता हैं क्या,, ये एक पिता ही समझ सकता हैं। पिता के मर्म को जानने को,, पिता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 11 10 689 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 24 Apr 2022 · 1 min read मात पिता का ऋण बड़ा, जन्मों न चुक पाए सिर ऊपर है ऋणों की भारी धरी गठान मैं हूं मृत्यु लोक का एक ऋणी इंसान पहला ऋण भगवान का जन्म दिया इंसान ऋण है धरती मात का जो कर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 4 166 Share Vindhya Prakash Mishra 24 Apr 2022 · 1 min read पिता हैं धरती का भगवान। पिता है धरती पर भगवान, उंगली पकड़कर चलना सिखाया सही गलत में भेद बताया। गढता है सच्चा इंसान पिता है धरती पर भगवान। कठिनाई में साथ रहा है, सर पर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · मुक्तक 8 6 954 Share Anoop 'Samar' 24 Apr 2022 · 1 min read बाबू जी कभी अभिमान हैं बाबूजी, स्वाभिमान है बाबू जी! कभी धरती हैं बाबूजी कभी आसमान है बाबू जी! कभी हंसी हैं बाबूजी और अनुशासन है बाबू जी! कभी मौन हैं बाबूजी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 12 22 1k Share मनोज कर्ण 24 Apr 2022 · 1 min read पिता की व्यथा पिता की व्यथा ~~°~~°~~° जब पड़ी हो मार जग में,अपने ही हित को साधने , क्या कोई नचिकेता खड़ा होगा,फिर से यम के सामने। जब पिता पुत्र की राहें अलग,तन्हा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · गीत 13 22 1k Share Rashmi Sanjay 24 Apr 2022 · 1 min read 'याद पापा आ गये मन ढाॅंपते से' हर पहर जीवन की सरगम साधते से, याद पापा आ गये मन ढाॅंपते से । बरस उनके बिन गये रीते सभी, मधुर लम्हें मन से ना बीते कभी, पल रूलाते... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 10 17 831 Share Chinta netam " मन " 24 Apr 2022 · 1 min read # पिता ... # पिता ... घर की कुछ/सारी , जिम्मेदारियों को संभालता , करता सारी व्यवस्था जीवन निर्वाह का ...! चाहे वो फकीरा हो या हो वो लखपतिया ...! चौके के एक... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 9 12 701 Share Renu Bala 23 Apr 2022 · 1 min read पिता की महिमा परिवार की झलक,पिता श्री ने दिखलाई, दूध दही विभिन्न व्यंजन रसमलाई खिलाई, ढ़ाल बने जिसने भी तीर अंदाजी तलवार उठाई, शब्द भेदी तर्क वितर्क दे दे कर सबकी बाट लगाई.... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · गीत 8 12 438 Share Sushil chauhan 23 Apr 2022 · 1 min read पिता पिता होना आसान नहीं होता। ना होते तो मेरा जन्म नहीं होता। पिता परिवार का वो छत है जो बारिश और धूप का दीवार बने होते हैं। घर के हर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 15 309 Share त्रिलोक सिंह ठकुरेला 23 Apr 2022 · 1 min read हे पिता ! हे पिता ! आप साकार देव, बरसाते रहे नेह धारा । कर सृजन किया पालन पोषण पग पग पर मेरे दुख टारे, हे ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव हे, मेंटे जीवन के... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · गीत 5 7 370 Share मनोज कर्ण 23 Apr 2022 · 1 min read पितृ महिमा पितृ महिमा ~~°~~°~~° पितृवचन सदा पालन करे जो,दीन हीन वो कभी नहीं होते.. पिता ही प्रतिपालक है जग में,पथ प्रदर्शक भी वही होते। पुत्र श्रीराम ने किया वनगमन,पितृ वचन प्रण... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 8 899 Share Sushma Singh 23 Apr 2022 · 1 min read पिता से मेरी पहचान पिता से मेरी पहचान ------------------------ मुझको इस धरा पर लाकर, दी है एक अमूल्य पहचान। जगत में नाम रोशन कर , में समझूं अपनी ही शान। पिता से मेरी पहचान---... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 1 254 Share राकेश पाठक कठारा 23 Apr 2022 · 1 min read पिता जी कुंडलियां 1 पिता आप भगवान हैं, दिया जन्म उपकार बनकर सुत हम श्रवण सा, करें सदा व्यवहार करें सदा व्यवहार, आप की सेवा लायक बनकर कर दे सिद्ध, जगत जाने... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कुण्डलिया 8 10 501 Share Mahender Singh 23 Apr 2022 · 1 min read वो पिता देव तुल्य है पिता है तो घोसला है वरन् एक ढकोसला है जिंदगी है गर एक मेला मेले का हर सामान मेरा है गर , जीवन एक खेला शेष रहता नहीं, कोई झमेला.... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 14 13 430 Share Swami Ganganiya 23 Apr 2022 · 1 min read पिता तु पिता , तु आशरा मेरा तु खुशियों का संसार है। तुमसे ही सुसंगठित परिवार हमारा तु ही खुशियों की बहार है। तु बोझ उठाता सबका तुझमें शक्ति अपार है।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 5 509 Share Previous Page 8 Next