Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jun 2023 · 1 min read

नश्वर सांसारिकता

लोहित धधकती चिताओं के मेले,
शुचित धूम के सघन घन अकेले,
शमशान के दृश्य यद्मपि भयावह,
अटल मृत्यु के सत्य तथ्यों से खेलें।

निस्तब्धता के पल क्षण विलक्षण,
साक्ष्य देते कि गात नश्वर व भंगुर,
भौतिक प्रभावों में संलिप्तता शुचि,
हितैषी नहीं, कदापि न अक्षुण्ण।

कर्मफल से सदा सृजित जो नियति,
धरा पर प्रबलतम प्रतिपल सजग,
संज्ञान मानव को यद्मपि सहज,
विश्वास को लेकिन न सुमति।

जीवन व मृत्यु मिलन कष्टकारी,
प्रतिबन्ध किन्तु प्रकृति का निष्ठुर,
शुभकर्म पुण्यों का संचय करें नित,
नियति में भी बदलाव करते शुचित।

–मौलिक एवम स्वरचित–

अरुण कुमार कुलश्रेष्ठ
लखनऊ (उ.प्र)

Language: Hindi
163 Views

You may also like these posts

"आय और उम्र"
Dr. Kishan tandon kranti
*जब कभी दिल की ज़मीं पे*
*जब कभी दिल की ज़मीं पे*
Poonam Matia
जब अपनी बात होती है,तब हम हमेशा सही होते हैं। गलत रहने के बा
जब अपनी बात होती है,तब हम हमेशा सही होते हैं। गलत रहने के बा
Paras Nath Jha
सकार से नकार तक(प्रवृत्ति)
सकार से नकार तक(प्रवृत्ति)
सोनू हंस
*हमें कर्तव्य के पथ पर, बढ़ाती कृष्ण की गीता (हिंदी गजल/ गीतिका)*
*हमें कर्तव्य के पथ पर, बढ़ाती कृष्ण की गीता (हिंदी गजल/ गीतिका)*
Ravi Prakash
कर्म ही पूजा है ।
कर्म ही पूजा है ।
Diwakar Mahto
*श्रम साधक *
*श्रम साधक *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
पीड़ा का अनुमान
पीड़ा का अनुमान
RAMESH SHARMA
*धरा पर देवता*
*धरा पर देवता*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
😢आशंका😢
😢आशंका😢
*प्रणय*
जातिवाद का भूत
जातिवाद का भूत
मधुसूदन गौतम
एक कविता उनके लिए
एक कविता उनके लिए
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
तेरे दिदार
तेरे दिदार
SHAMA PARVEEN
सारे शब्द
सारे शब्द
Shweta Soni
दूर कहीं जब मीत पुकारे
दूर कहीं जब मीत पुकारे
Mahesh Tiwari 'Ayan'
*
*"शिक्षक"*
Shashi kala vyas
राखी
राखी
Vandana Namdev
* बचपन *
* बचपन *
भूरचन्द जयपाल
सुन पगली
सुन पगली
जय लगन कुमार हैप्पी
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
सब सूना सा हो जाता है
सब सूना सा हो जाता है
Satish Srijan
हर आँसू में छिपा है, एक नया सबक जिंदगी का,
हर आँसू में छिपा है, एक नया सबक जिंदगी का,
Kanchan Alok Malu
ज़रूरी नहीं के मोहब्बत में हर कोई शायर बन जाए,
ज़रूरी नहीं के मोहब्बत में हर कोई शायर बन जाए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
खाली मन...... एक सच
खाली मन...... एक सच
Neeraj Agarwal
मुद्दा
मुद्दा
Paras Mishra
चलते चलते
चलते चलते
Ragini Kumari
चील .....
चील .....
sushil sarna
​चाय के प्याले के साथ - तुम्हारे आने के इंतज़ार का होता है सिलसिला शुरू
​चाय के प्याले के साथ - तुम्हारे आने के इंतज़ार का होता है सिलसिला शुरू
Atul "Krishn"
सुख- दुःख
सुख- दुःख
Dr. Upasana Pandey
2856.*पूर्णिका*
2856.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...