Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Mar 2019 · 1 min read

853 खुशी से जी लूँ

क्या खबर कल की, आज ही मैं जी लूँ।

क्यों खोया रहूँ गम में, क्यों ना आज खुशी से जी लूँ।

गम के घूट पीकर,कल का मरता आज ही ना मर जाऊँ।

कुछ पल खुशी के बिता लूँ, कुछ जाम खुशी के पी लूँ।

हर तरफ मातम है, हर तरफ छाया है अंधेरा।

क्यों ना कुछ पल अंधेरों को, रोशनी के दे दूँ।

वक्त तो गुजर ही रहा है ,गुजर ही जाएगा।

क्यों ना मैं इनके साथ ,अपनी हसरतों को जी लूँ।

3 Likes · 1 Comment · 457 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*अध्याय 5*
*अध्याय 5*
Ravi Prakash
तुम्हें क्या लाभ होगा, ईर्ष्या करने से
तुम्हें क्या लाभ होगा, ईर्ष्या करने से
gurudeenverma198
इनका एहसास खूब होता है ,
इनका एहसास खूब होता है ,
Dr fauzia Naseem shad
बेशक मैं उसका और मेरा वो कर्जदार था
बेशक मैं उसका और मेरा वो कर्जदार था
हरवंश हृदय
ईश्वर की बनाई दुनिया में
ईश्वर की बनाई दुनिया में
Shweta Soni
इस दुनिया में कई तरह के लोग हैं!
इस दुनिया में कई तरह के लोग हैं!
Ajit Kumar "Karn"
दोहे
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
रात का रक्स जारी है
रात का रक्स जारी है
हिमांशु Kulshrestha
कहां जाके लुकाबों
कहां जाके लुकाबों
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
मन के सवालों का जवाब नही
मन के सवालों का जवाब नही
भरत कुमार सोलंकी
बिल्ली की तो हुई सगाई
बिल्ली की तो हुई सगाई
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
" संगत "
Dr. Kishan tandon kranti
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
बहुत हुआ
बहुत हुआ
Mahender Singh
क्या? किसी का भी सगा, कभी हुआ ज़माना है।
क्या? किसी का भी सगा, कभी हुआ ज़माना है।
Neelam Sharma
दो दिलों में तनातनी क्यों है - संदीप ठाकुर
दो दिलों में तनातनी क्यों है - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
एंजॉय करने में हर मोमेंट को कोई कंजूसी नही करनी चाहिए,
एंजॉय करने में हर मोमेंट को कोई कंजूसी नही करनी चाहिए,
पूर्वार्थ
కృష్ణా కృష్ణా నీవే సర్వము
కృష్ణా కృష్ణా నీవే సర్వము
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
,✍️फरेब:आस्तीन के सांप बन गए हो तुम...
,✍️फरेब:आस्तीन के सांप बन गए हो तुम...
पं अंजू पांडेय अश्रु
*Perils of Poverty and a Girl child*
*Perils of Poverty and a Girl child*
Poonam Matia
मुक्तक... छंद मनमोहन
मुक्तक... छंद मनमोहन
डॉ.सीमा अग्रवाल
शाम उषा की लाली
शाम उषा की लाली
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
चला मुरारी हीरो बनने ....
चला मुरारी हीरो बनने ....
Abasaheb Sarjerao Mhaske
रक्त लिप्त कुर्बानियां,
रक्त लिप्त कुर्बानियां,
sushil sarna
#लघुकथा / #बेरहमी
#लघुकथा / #बेरहमी
*प्रणय*
पिता
पिता
Mamta Rani
तसव्वुर
तसव्वुर
Shyam Sundar Subramanian
Even If I Ever Died
Even If I Ever Died
Manisha Manjari
3095.*पूर्णिका*
3095.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हवस अपनी इंतहा पार कर गई ,
हवस अपनी इंतहा पार कर गई ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
Loading...