(8) मत बुनो सपना
जिंदगी में मत बनाओ,
सपना इतना सुनहरा।
क्योंकि जब टूटे यह,
सपना तो दुख न हो अति गहरा।
सपना बनाओ तो ऐसा,
जैसा है रात की रानी को फूल।
जो सूरज ढलने पर बने,
और सुबह होते ही जाए भूल।
क्योंकि अपना है एक जुगनू,
यदि इसके पीछे भागोगे।
तो ठोकर लगकर नीद,
से जागो गे।