Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Feb 2024 · 1 min read

6. That

That

I looked in the eyes of the sun
Imploring him to make me one
To traverse and shine the universe
And to become light of every one;
Darting forth from the Sun’s bosom
Morning rays brought a prompt reply
First become a ball of burning fire
Burn yourself, your ego, your every desire
Then come to me like a silent sea
I shall make thee That That made me.

115 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Santosh Khanna (world record holder)
View all
You may also like:
दीपावली का पर्व महान
दीपावली का पर्व महान
हरीश पटेल ' हर'
दिनांक,,,11/07/2024,,,
दिनांक,,,11/07/2024,,,
Neelofar Khan
तुम घर से मत निकलना - दीपक नीलपदम्
तुम घर से मत निकलना - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
रिश्ते प्यार के
रिश्ते प्यार के
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
छवि के जन्मदिन पर कविता
छवि के जन्मदिन पर कविता
पूर्वार्थ
घर से निकले जो मंज़िल की ओर बढ़ चले हैं,
घर से निकले जो मंज़िल की ओर बढ़ चले हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मौसम
मौसम
surenderpal vaidya
बीतते वक्त के संग-संग,दूर होते रिश्तों की कहानी,
बीतते वक्त के संग-संग,दूर होते रिश्तों की कहानी,
Rituraj shivem verma
3301.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3301.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
त
*प्रणय*
मोदी एक महानायक
मोदी एक महानायक
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
*जीत का जश्न*
*जीत का जश्न*
Santosh kumar Miri
*समय होता कभी अच्छा, कभी होता बुरा भी है  (हिंदी गजल)*
*समय होता कभी अच्छा, कभी होता बुरा भी है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
आओ!
आओ!
गुमनाम 'बाबा'
चलो ऐसा भी करते हैं
चलो ऐसा भी करते हैं
Suryakant Dwivedi
" अगर "
Dr. Kishan tandon kranti
कृष्ण भक्ति में मैं तो हो गई लीन...
कृष्ण भक्ति में मैं तो हो गई लीन...
Jyoti Khari
सूरज आएगा Suraj Aayega
सूरज आएगा Suraj Aayega
Mohan Pandey
मैं दौड़ता रहा तमाम उम्र
मैं दौड़ता रहा तमाम उम्र
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
तनहाई के दौर में,
तनहाई के दौर में,
sushil sarna
अजन्मी बेटी का प्रश्न!
अजन्मी बेटी का प्रश्न!
Anamika Singh
"अलग -थलग"
DrLakshman Jha Parimal
*इश्क यूँ ही रुलाता है*
*इश्क यूँ ही रुलाता है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खरीद लो दुनिया के सारे ऐशो आराम
खरीद लो दुनिया के सारे ऐशो आराम
Ranjeet kumar patre
"कर्म में कोई कोताही ना करें"
Ajit Kumar "Karn"
दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में।
दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में।
सत्य कुमार प्रेमी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
मेरा ब्लॉग अपडेट-5-7-2024
मेरा ब्लॉग अपडेट-5-7-2024
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
पता नहीं लोग क्यूँ अपने वादे से मुकर जाते है.....
पता नहीं लोग क्यूँ अपने वादे से मुकर जाते है.....
shabina. Naaz
अगर आप
अगर आप
Dr fauzia Naseem shad
Loading...