Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 May 2024 · 1 min read

“अलग -थलग”

डॉ लक्ष्मण झा परिमल
===============
कई बार उनको
मैंने ख़त लिखा
कभी संदेश
उनको भेजता हूँ
पर उनकी निष्ठुरता
तो देखिये
नज़र अंदाज़ का
सलीक़ा तो इनसे सीखिये
ऐसा नहीं कि
वे सजग नहीं हैं
उनके लिखने का
आंदज निराला है
उनकी उपलब्धियां उनके
सर चढ़ कर
बोलती हैं
उनकी प्रस्तुति के
हम कायल हैं
हमने उनको मुखपोथी{Facebook}का
“महानायक” जो माना है
पर “महानायक”
तो लोग ही बनाते हैं
उनके दिलों को तोड़ कर
उनकी निकटता को छोड़ कर
सफलताओं की सीढ़ी
असाध्य हो जाती है
मात्र जुड़ने से
कुछ नहीं होता है
दिल में लोगों के बसने
के लिए सब से
संवाद करना पड़ता है
मौन रहकर
वे अलग -थलग पड़ जाते हैं
कालांतर में
लोग उन्हें भूल जाते हैं !
==================
डॉ लक्ष्मण झा परिमल
साउंड हैल्थ क्लीनिक
एसo पीo कॉलेज रोड
दुमका
झारखंड
23 मई 2024

Language: Hindi
1 Like · 26 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
विश्व की पांचवीं बडी अर्थव्यवस्था
विश्व की पांचवीं बडी अर्थव्यवस्था
Mahender Singh
निकट है आगमन बेला
निकट है आगमन बेला
डॉ.सीमा अग्रवाल
मन मंथन कर ले एकांत पहर में
मन मंथन कर ले एकांत पहर में
Neelam Sharma
हाथ में खल्ली डस्टर
हाथ में खल्ली डस्टर
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
तेरी पल पल राह निहारु मैं,श्याम तू आने का नहीं लेता नाम, लगत
तेरी पल पल राह निहारु मैं,श्याम तू आने का नहीं लेता नाम, लगत
Vandna thakur
மழையின் சத்தத்தில்
மழையின் சத்தத்தில்
Otteri Selvakumar
घाटे का सौदा
घाटे का सौदा
विनोद सिल्ला
लड़खड़ाते है कदम
लड़खड़ाते है कदम
SHAMA PARVEEN
जिन्दगी कभी नाराज होती है,
जिन्दगी कभी नाराज होती है,
Ragini Kumari
*बरसे एक न बूँद, मेघ क्यों आए काले ?*(कुंडलिया)
*बरसे एक न बूँद, मेघ क्यों आए काले ?*(कुंडलिया)
Ravi Prakash
फ़लसफ़ा है जिंदगी का मुस्कुराते जाना।
फ़लसफ़ा है जिंदगी का मुस्कुराते जाना।
Manisha Manjari
सोचो
सोचो
Dinesh Kumar Gangwar
मायके से दुआ लीजिए
मायके से दुआ लीजिए
Harminder Kaur
छल और फ़रेब करने वालों की कोई जाति नहीं होती,उनका जाति बहिष्
छल और फ़रेब करने वालों की कोई जाति नहीं होती,उनका जाति बहिष्
Shweta Soni
प्रदर्शन
प्रदर्शन
Sanjay ' शून्य'
।। सुविचार ।।
।। सुविचार ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
World Blood Donar's Day
World Blood Donar's Day
Tushar Jagawat
शुम प्रभात मित्रो !
शुम प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
रक्त संबंध
रक्त संबंध
Dr. Pradeep Kumar Sharma
दुनिया कैसी है मैं अच्छे से जानता हूं
दुनिया कैसी है मैं अच्छे से जानता हूं
Ranjeet kumar patre
45...Ramal musaddas maKHbuun
45...Ramal musaddas maKHbuun
sushil yadav
कहती जो तू प्यार से
कहती जो तू प्यार से
The_dk_poetry
माना नारी अंततः नारी ही होती है..... +रमेशराज
माना नारी अंततः नारी ही होती है..... +रमेशराज
कवि रमेशराज
मुफलिसो और बेकशों की शान में मेरा ईमान बोलेगा।
मुफलिसो और बेकशों की शान में मेरा ईमान बोलेगा।
Phool gufran
जरूरी तो नहीं
जरूरी तो नहीं
Madhavi Srivastava
दोहा छंद विधान ( दोहा छंद में )
दोहा छंद विधान ( दोहा छंद में )
Subhash Singhai
चुनिंदा अश'आर
चुनिंदा अश'आर
Dr fauzia Naseem shad
■ आज की बात...
■ आज की बात...
*प्रणय प्रभात*
3081.*पूर्णिका*
3081.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हिंदी का आनंद लीजिए __
हिंदी का आनंद लीजिए __
Manu Vashistha
Loading...