5 हाइकु
5 हाइकु
1. फूल-सा तन / हरा-भरा यौवन / बहके मन
2. काली घटाएं / जब भी घिर आएं / हमें लुभाएं
3. कब से मौन / हृदय के भीतर / छिपा है कौन
4. खूब सताया / तेरी यादों ने आकर / खूब रुलाया
5. हम बेहाल / चली फिर आपने / गहरी चाल
कवि: महावीर उत्तरांचली