Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Aug 2020 · 1 min read

5 अगस्त 2019 धारा 370 हटाने का तारीखी दिन

5 अगस्त बन गया वो तारीखी दिन
मिट गई 370 की तीखी चुभन
70 सालों से वे मेरा खाते रहे
गीत अलगाव के फिर भी गाते रहे
370 का जामा पहनते थे वे
उसको लिव इन रिलेशन बताते रहे
बे घर में तुम्हारे कहीं भी रहे
हमको 35 ए से डराते रहे
उनने लाखों को घर से ही बेघर किया
मारा लाखों को फिर भी नहीं कि गिला
3 पीढ़ियों तक वे सदरे आजम रहे
कर रहे थे तिरंगे का फिर भी दमन
खून के आंसू घाटी ये रोती रही
मेरी जन्नत में दोजख के करो न करम
पाक आईएस के झंडा बरदार थे
फौज का फोड़ते थे पत्थरों से करम
ढहा आतंक अलगाव जश्न ए आजादी है
जल के काला दिवस अब मनाते हैं वे
खुश है सारा वतन खुश सारी घाटी भी है
कसमसा कर पटाखे दिखाते हैं बे
गीदड़ भभकी ना दो मिटा लो भरम
दिख ना पाओगे दुनिया में अल्ला कसम
भूल सुधरी है अब न रोना धोना करो
तुम कहां थे जब हो रहा था दमन
राजनीति हद से ना ज्यादा करो
मेरी घाटी में आने दो अमनो अमन

सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
11 Likes · 6 Comments · 177 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
एक अजीब सी आग लगी है जिंदगी में,
एक अजीब सी आग लगी है जिंदगी में,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*_......यादे......_*
*_......यादे......_*
Naushaba Suriya
"सेहत का राज"
Dr. Kishan tandon kranti
आईना मुझसे मेरी पहली सी सूरत  माँगे ।
आईना मुझसे मेरी पहली सी सूरत माँगे ।
Neelam Sharma
रिश्ते
रिश्ते
Sanjay ' शून्य'
जलियांवाला बाग,
जलियांवाला बाग,
अनूप अम्बर
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
ये दिन है भारत को विश्वगुरु होने का,
ये दिन है भारत को विश्वगुरु होने का,
शिव प्रताप लोधी
नवदुर्गा का महागौरी स्वरूप
नवदुर्गा का महागौरी स्वरूप
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
शब्द कम पड़ जाते हैं,
शब्द कम पड़ जाते हैं,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
रिश्ता - दीपक नीलपदम्
रिश्ता - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मातृ दिवस पर कुछ पंक्तियां
मातृ दिवस पर कुछ पंक्तियां
Ram Krishan Rastogi
" महखना "
Pushpraj Anant
#हँसी
#हँसी
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
सुकून में जिंदगी है मगर जिंदगी में सुकून कहां
सुकून में जिंदगी है मगर जिंदगी में सुकून कहां
कवि दीपक बवेजा
💐प्रेम कौतुक-305💐
💐प्रेम कौतुक-305💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*स्वर्गीय श्री जय किशन चौरसिया : न थके न हारे*
*स्वर्गीय श्री जय किशन चौरसिया : न थके न हारे*
Ravi Prakash
2698.*पूर्णिका*
2698.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मेहनत की कमाई
मेहनत की कमाई
Dr. Pradeep Kumar Sharma
नारी अस्मिता
नारी अस्मिता
Shyam Sundar Subramanian
बुद्ध जग में पार लगा दो ।
बुद्ध जग में पार लगा दो ।
Buddha Prakash
"भावुकता का तड़का।
*Author प्रणय प्रभात*
!! रे, मन !!
!! रे, मन !!
Chunnu Lal Gupta
जय जय भोलेनाथ की, जय जय शम्भूनाथ की
जय जय भोलेनाथ की, जय जय शम्भूनाथ की
gurudeenverma198
कविता
कविता
Rambali Mishra
वक्त की नज़ाकत और सामने वाले की शराफ़त,
वक्त की नज़ाकत और सामने वाले की शराफ़त,
ओसमणी साहू 'ओश'
मनका छंद ....
मनका छंद ....
sushil sarna
होली
होली
सूरज राम आदित्य (Suraj Ram Aditya)
अपने-अपने काम का, पीट रहे सब ढोल।
अपने-अपने काम का, पीट रहे सब ढोल।
डॉ.सीमा अग्रवाल
संवेदनशील होना किसी भी व्यक्ति के जीवन का महान गुण है।
संवेदनशील होना किसी भी व्यक्ति के जीवन का महान गुण है।
Mohan Pandey
Loading...