5 अगस्त 2019 धारा 370 हटाने का तारीखी दिन
5 अगस्त बन गया वो तारीखी दिन
मिट गई 370 की तीखी चुभन
70 सालों से वे मेरा खाते रहे
गीत अलगाव के फिर भी गाते रहे
370 का जामा पहनते थे वे
उसको लिव इन रिलेशन बताते रहे
बे घर में तुम्हारे कहीं भी रहे
हमको 35 ए से डराते रहे
उनने लाखों को घर से ही बेघर किया
मारा लाखों को फिर भी नहीं कि गिला
3 पीढ़ियों तक वे सदरे आजम रहे
कर रहे थे तिरंगे का फिर भी दमन
खून के आंसू घाटी ये रोती रही
मेरी जन्नत में दोजख के करो न करम
पाक आईएस के झंडा बरदार थे
फौज का फोड़ते थे पत्थरों से करम
ढहा आतंक अलगाव जश्न ए आजादी है
जल के काला दिवस अब मनाते हैं वे
खुश है सारा वतन खुश सारी घाटी भी है
कसमसा कर पटाखे दिखाते हैं बे
गीदड़ भभकी ना दो मिटा लो भरम
दिख ना पाओगे दुनिया में अल्ला कसम
भूल सुधरी है अब न रोना धोना करो
तुम कहां थे जब हो रहा था दमन
राजनीति हद से ना ज्यादा करो
मेरी घाटी में आने दो अमनो अमन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी