4749.*पूर्णिका*
4749.*पूर्णिका*
🌷 चाहत दोनों एक हो जाए 🌷
22 22 212 22
चाहत दोनों एक हो जाए।
दुनिया अपनी एक हो जाए ।।
खुशियों की बरसात देखो तुम ।
भींगे मन भी एक हो जाए ।।
समय बड़ा बलवान है साथी ।
महके जीवन एक हो जाए ।।
कहते क्यों तकलीफ होती है ।
कर प्यार सच्चा एक हो जाए।।
है मिलन यहाँ किस्मत से खेदू।
बिंदास सनम एक हो जाए ।।
………..✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
24-10-2024गुरूवार