3393⚘ *पूर्णिका* ⚘
3393⚘ पूर्णिका ⚘
🌹 सब ऊपर वाले की मर्ज़ी है 🌹
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सब ऊपर वाले की मर्ज़ी है ।
बिंदास कुछ कुछ खुदगर्जी है।।
नीयत जहाँ है पाक अपना।
रब देखते सुनते अर्जी है ।।
छोटा बड़ा यूं काम करते ।
लोहार है कोई दर्जी है ।।
काले यहाँ पीले करें सब ।
समझे असल हम क्या फर्जी है ।।
बस सांस ही खेदू चले बस।
ये लाभ पुण्य देखो कर्जी है ।।
………..✍ डॉ .खेदू भारती “सत्येश “
05-05-2024रविवार