3262.*पूर्णिका*
3262.*पूर्णिका*
🌷 दिल को तू भा गए 🌷
22 2212
दिल को तू भा गए ।
जग में तू छा गए ।।
महके ये जिंदगी।
यूं राह दिखा गए ।।
अपना माना तुझे।
सच आज जता गए ।।
हरदम आगे बढ़ो ।
चाहत लूटा गए ।।
जीते खेदू यहाँ ।
सब दांव लगा गए ।।
……✍ डॉ. खेदू भारती “सत्येश”
11-04-2024गुरुवार