3187.*पूर्णिका*
3187.*पूर्णिका*
🌷 कुछ भी कह ले🌷
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कुछ भी कह ले।
सब कुछ सह ले।।
रोज खुशी है ।
बन के रह ले।।
प्यार मिलेगा।
दिल से चह ले।।
ख्वाहिश पूरी ।
नद सा बह ले।।
राजा खेदू।
दुनिया दह ले।।
……..✍ डॉ .खेदूभारती”सत्येश”
26-03-2024मंगलवार