3174.*पूर्णिका*
3174.*पूर्णिका*
🌷 मौसम का रंग देखिए🌷
22 22 1212
मौसम का रंग देखिए ।
जीने का ढंग देखिए ।।
जाने का यहाँ कहाँ ।
हर गलियां तंग देखिए ।।
सोच सही नहीं कहीं।
लोहे पर जंग देखिए ।।
काम जहाँ अजब गजब ।
दुनिया भी दंग देखिए ।।
दिल में खेदू धरा गगन।
यूं हर्ष न उमंग देखिए ।।
……….✍ *डॉ .खेदू
भारती”सत्येश”*
24-03-2024रविवार