3151.*पूर्णिका*
3151.*पूर्णिका*
🌷 साथ चलते कोई🌷
2122 22
साथ चलते कोई ।
हाथ मलते कोई।।
ये जमाना अपना।
गाथ पलते कोई।।
देखना है क्या अब।
पाथ रहते कोई ।।
खूबसूरत दुनिया।
नाथ कहते कोई ।।
ये हिमालय खेदू।
माथ रखते कोई।।
………….✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
21-03-2024गुरुवार