2707.*पूर्णिका*
2707.*पूर्णिका*
तेरी खुशी में मेरी खुशी है
2212 22 2122
तेरी खुशी में मेरी खुशी है ।
तुम खुश रहो बस मेरी खुशी है ।।
ये कहानी अपनी जिंदगी की।
सुंदर लिखो बस मेरी खुशी है ।।
दुनिया यहाँ तरक्की देखते हैं ।
आगे बढ़ो बस मेरी खुशी है ।।
सुख दुख लगा रहता गम खुशी भी ।
साथी बनो बस मेरी खुशी है ।।
हालात बदलेंगे सोच खेदू ।
नेकी करो बस मेरी खुशी है।।
……..✍डॉ .खेदू भारती “सत्येश”
09-11-23 गुरुवार