ये "परवाह" शब्द वो संजीवनी बूटी है
बेटी का घर बसने देती ही नहीं मां,
हिंदी दिवस पर ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
इक तुम्ही तो लुटाती हो मुझ पर जमकर मोहब्बत ।
"कहने को हैरत-अंगेज के अलावा कुछ नहीं है ll
कबीरा गर्व न कीजिये उंचा देखि आवास।
प्रशांत सोलंकी
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
चराग़ों ने इन हवाओं को क्या समझ रखा है,
अभिमान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
--बेजुबान का दर्द --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
दोहे- चरित्र
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
एग्जिट पोल्स वाले एनडीए को पूरी 543 सीटें दे देते, तो आज रुप
आपकी सादगी ही आपको सुंदर बनाती है...!
मन ही मन में मुस्कुराता कौन है।
फ़लसफ़ा है जिंदगी का मुस्कुराते जाना।
*रामपुर में जैन-इतिहास के शोधकर्ता श्री भारत भूषण जैन*