- उसकी आंखों का सम्मोहन -
बुंदेली दोहा बिषय- बिर्रा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"मौत की सजा पर जीने की चाह"
जीव के मौलिकता से परे हो,व्योम धरा जल त्रास बना है।
गुमाँ हैं हमको हम बंदर से इंसाँ बन चुके हैं पर
घायल मेरा प्यार....!
singh kunwar sarvendra vikram
जिंदगी में कभी उदास मत होना दोस्त, पतझड़ के बाद बारिश ज़रूर आत
मां सीता की अग्नि परीक्षा ( महिला दिवस)
ये दिल न जाने क्या चाहता है...
बेपनाह मोहब्बत है पर दिखा नहीं सकता,
ये दो बूंद अश्रु मेरे.....
एक सरल मन लिए, प्रेम के द्वार हम।