2632.पूर्णिका
2632.पूर्णिका
🌷 जीवन में जो भी होता है 🌷
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जीवन में जो भी होता है ।
रब के मरजी से होता है ।।
ये दुनिया प्यारी-सी देखो।
मुस्कराते कोई रोता है ।।
नींद नहीं आती टेंशन में ।
मालिक बन बेफिक्र सोता है ।।
ख्वाब हसीं सब देखा करते।
सुंदर बीज यहाँ बोता है ।।
संघर्ष से तू ना डर खेदू ।
क्यों बेकार समय खोता है ।।
……..✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
22-10-2023रविवार