Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Oct 2023 · 1 min read

2618.पूर्णिका

2618.पूर्णिका
🌷यहाँ न समझे कोई 🌷
1212 22 2
यहाँ न समझे कोई ।
पहेलियाँ बुझ कोई ।।
न जिंदगी है मिलती
जहर जहर बुझ कोई ।।
बता नई राह कहाँ ।
हक्के बक्के बुझ कोई ।।
परोपकार करें हम ।
कहे सजन बुझ कोई ।।
तलाश मंजिल खेदू।
अना मना बुझ कोई।।
………✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
17-10-2023मंगलवार

317 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दोहा छंद
दोहा छंद
Seema Garg
*धन्य-धन्य वे जिनका जीवन सत्संगों में बीता (मुक्तक)*
*धन्य-धन्य वे जिनका जीवन सत्संगों में बीता (मुक्तक)*
Ravi Prakash
हो सके तो मुझे भूल जाओ
हो सके तो मुझे भूल जाओ
Shekhar Chandra Mitra
सुख - डगर
सुख - डगर
Sandeep Pande
#Rahul_gandhi
#Rahul_gandhi
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
गीतिका और ग़ज़ल
गीतिका और ग़ज़ल
आचार्य ओम नीरव
सपने
सपने
अशोक कुमार ढोरिया
ये ज़िंदगी भी अजीब है यारों!
ये ज़िंदगी भी अजीब है यारों!
Ajit Kumar "Karn"
4179.💐 *पूर्णिका* 💐
4179.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
#कमसिन उम्र
#कमसिन उम्र
Radheshyam Khatik
... बीते लम्हे
... बीते लम्हे
Naushaba Suriya
मदहोशी के इन अड्डो को आज जलाने निकला हूं
मदहोशी के इन अड्डो को आज जलाने निकला हूं
कवि दीपक बवेजा
आ जाओ
आ जाओ
हिमांशु Kulshrestha
ये कैसा घर है. . . .
ये कैसा घर है. . . .
sushil sarna
05/05/2024
05/05/2024
Satyaveer vaishnav
मकर संक्रांति पर्व
मकर संक्रांति पर्व
Seema gupta,Alwar
When you think it's worst
When you think it's worst
Ankita Patel
कठवा
कठवा
Dr. Kishan tandon kranti
कैसा क़हर है क़ुदरत
कैसा क़हर है क़ुदरत
Atul "Krishn"
संवेदनहीन
संवेदनहीन
अखिलेश 'अखिल'
सफलता तीन चीजे मांगती है :
सफलता तीन चीजे मांगती है :
GOVIND UIKEY
वो  हक़ीक़त  पसंद  होती  है ।
वो हक़ीक़त पसंद होती है ।
Dr fauzia Naseem shad
इंतज़ार
इंतज़ार
Dipak Kumar "Girja"
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ऐ फूलों पर चलने वालो, काॅंटों पर भी चलना सीखो ,
ऐ फूलों पर चलने वालो, काॅंटों पर भी चलना सीखो ,
Anamika Tiwari 'annpurna '
अच्छे दिनों की आस में,
अच्छे दिनों की आस में,
Befikr Lafz
शिव वन्दना
शिव वन्दना
Namita Gupta
..
..
*प्रणय*
मुझे हर वो बच्चा अच्छा लगता है जो अपनी मां की फ़िक्र करता है
मुझे हर वो बच्चा अच्छा लगता है जो अपनी मां की फ़िक्र करता है
Mamta Singh Devaa
गलियों का शोर
गलियों का शोर
PRADYUMNA AROTHIYA
Loading...