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31 Oct 2023 · 1 min read

नशा

गालिब़ महफिलें गलीचे पे होती तो,
मयखाने यूं ही बदनाम न होते।
ग़र नशा शराब में होता तो,
शबाब ए रुख्सार नशीले न होते ।

Language: Hindi
Tag: शेर
136 Views
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