84कोसीय नैमिष परिक्रमा
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
कोई जब पथ भूल जाएं
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बेशक मैं उसका और मेरा वो कर्जदार था
*दीपावली का ऐतिहासिक महत्व*
Ek gali sajaye baithe hai,
*भर दो गणपति देवता, हम में बुद्धि विवेक (कुंडलिया)*
सारे जग को मानवता का पाठ पढ़ा कर चले गए...
उसके किरदार की खुशबू की महक ज्यादा है
वृक्षारोपण का अर्थ केवल पौधे को रोपित करना ही नहीं बल्कि उसक
तारिक़ फ़तह सदा रहे, सच के लंबरदार
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
💐प्रेम कौतुक-370💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
आज वो भी भारत माता की जय बोलेंगे,
आज के समय में शादियों की बदलती स्थिति पर चिंता व्यक्त की है।
तोड़कर दिल को मेरे इश्क़ के बाजारों में।
हाइकु (#हिन्दी)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)