2609.पूर्णिका
2609.पूर्णिका
🌷 खोना नहीं जो मिला🌷
2212 212
खोना नहीं जो मिला।
चलते रहे सिलसिला।।
साथी निभा साथ बस ।
हरदम यहाँ खिलखिला।।
आशा निराशा यहाँ ।
वक्त संग सब पिलपिला ।।
महके चमन फूल से।
रोज सजन फतह किला।।
अब चाह खेदू अमन ।
बहती जहान सलिला।।
………✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
12-10-2023गुरू वार