2578.पूर्णिका
2578.पूर्णिका
🌷देख सूरत मोहित होते 🌷
2122 22 22
देख सूरत मोहित होते।
प्यार में सब रोहित होते ।।
महकती यूं हरदम बगियां ।
नेक दिल भी सोहित होते।।
बीज बोते नफरत देखो।
कौन साथी दोहित होते।।
हौसला रखते सच कहते।
पार कैसे बोहित होते।।
वाह करते दुनिया खेदू ।
मस्तक अपना लोहित होते।।
………..✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
8-10-2123रविवार