आधार छन्द- "सीता" (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- गालगागा गालगागा गालगागा गालगा (15 वर्ण) पिंगल सूत्र- र त म य र
कलयुग में कुरुक्षेत्र लडों को
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
चिलचिलाती धूप में निकल कर आ गए
ज़िंदगी की कँटीली राहों पर
ऊपर वाला जिन्हें हया और गैरत का सूखा देता है, उन्हें ज़लालत क
कलाकारी में भी यूं चार चांद लगाते हैं,
धर्म खतरे में है.. का अर्थ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
पेपर लीक का सामान्य हो जाना
वक़्त हमें लोगो की पहचान करा देता है
'सर्वे नागा: प्रीयन्तां मे ये केचित् पृथ्वीतले। ये च हेलिमरी
बह्र ....2122 2122 2122 212
मेरी काली रातो का जरा नाश तो होने दो
मन इतना क्यों बहलाता है, रोज रोज एक ही बात कहता जाता है,
भीम राव हैं , तारणहार मेरा।
उनसे कहना अभी मौत से डरा नहीं हूं मैं
कबीर एवं तुलसीदास संतवाणी