ऋतुराज
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मन में किसी को उतारने से पहले अच्छी तरह
मैं चट्टान हूँ खंडित नहीँ हो पाता हूँ।
आध्यात्मिक शक्ति व नैतिक मूल्यों से ध्यान से मानसिक शांति मि
इश्क जितना गहरा है, उसका रंग उतना ही फीका है
लाभ की इच्छा से ही लोभ का जन्म होता है।
भगवती दुर्गा तेरी महिमा- भजन -अरविंद भारद्वाज
समाप्त वर्ष 2023 मे अगर मैने किसी का मन व्यवहार वाणी से किसी
गरीबी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
सफलता के लिए हमें अनुभव के साथ तर्कसंगत की भी आवश्कता है, तभ
पूरा दिन जद्दोजहद में गुजार देता हूं मैं
दो दिन की जिंदगानी रे बन्दे
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हाइकु (मैथिली)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
प्रकृति के आगे विज्ञान फेल
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
हमें भी जिंदगी में रंग भरने का जुनून था