ज़ब तक धर्मों मे पाप धोने की व्यवस्था है
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
भारत की गौरवशाली परंपरा का गुणगान लिखो।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
*सौलत पब्लिक लाइब्रेरी: एक अध्ययन*
रातों में कभी आसमान की ओर देखना मेरी याद आएगी।
प्यासा के कुंडलियां (दारू -मदिरा) विजय कुमार पाण्डेय 'प्यासा'
सिय स्वयंबर और भगवान परशुराम का सर्वस्व दान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
नशीहतें आज भी बहुत देते हैं जमाने में रहने की
भाल हो
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
तेरी तसवीर को दिल में बसा रखा है
ग़ज़ल-अपनी ही एक ख़ुमारी है !
विचार-विमर्श के मुद्दे उठे कई,
मैथिली का प्रभाव असम बंगाल और उड़ीसा विद्यापति और ब्रजबुलि
प्यार भी खार हो तो प्यार की जरूरत क्या है।
बाल कविता शेर को मिलते बब्बर शेर