दोहा-प्रहार
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
हिंदी भाषा हमारी आन बान शान...
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
जीवन में अहम और वहम इंसान की सफलता को चुनौतीपूर्ण बना देता ह
आत्महत्या करके मरने से अच्छा है कुछ प्राप्त करके मरो यदि कुछ
■ मानवता से दानवता की ओर जाना काहे का विकास?₹
राष्ट्रहित में मतदान करें
हर हाल मे,जिंदा ये रवायत रखना।
अरे यार तू जा जहाँ जाना चाहती है जा,
नहीं विश्वास करते लोग सच्चाई भुलाते हैं
आंसू तुम्हे सुखाने होंगे।
घनाक्षरी
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
जानें क्युँ अधूरी सी लगती है जिंदगी.
परीक्षाएँ आ गईं........अब समय न बिगाड़ें
फिर से सताओ मुझको पहले की तरह,