24, *ईक्सवी- सदी*
ईक्सवीं सदी आई…
क्या परिवर्तन लाई…
क्या समाज की सोच बदली?
क्या रूढ़िवादिता बदली?
सबके लिए कुछ न कुछ बदलाव आया,
क्या स्त्रियों के लिए भी परिवर्तन आया?
क्या उन्हें भी मिली स्वतंत्रता… ?
अपने लिए सोचने की,
अपनी भी इच्छापूर्ति की,
स्वच्छंदता से विचरण की,
अपने लिए भी जीने की,
अक्सर सोचती हूँ
इस सदीं की संध्या में…
समाज में ये कैसे परिवर्तन आ रहें….
परिवार बिखर रहें…
दायरे सिकुड़ रहे…
प्यार सिमट रहे..
संस्कार भूल रहे
कैसी ये ईक्सवीं सदीं आई
और…
‘मधु’ क्या ये देकर जा रही!!!